उत्तराखंड

हरिद्वार कुंभ मेले में कोविड टेस्ट घोटाला, डीएम के आदेश पर जांच कमेटी गठित

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प्राइवेट लैब पर आरोप है कि ज्यादा भुगतान पाने के लिए फर्जी आधार कार्ड से उसने टेस्ट किए. (सांकेतिक फोटो)

प्राइवेट लैब पर आरोप है कि ज्यादा भुगतान पाने के लिए फर्जी आधार कार्ड से उसने टेस्ट किए. (सांकेतिक फोटो)

निजी लैब ने टेस्ट की संख्या ज्यादा दिखा कर ज्यादा भुगतान पाने के लिए फर्जी आधार कार्ड जमा करके टेस्ट किए. हरिद्वार के डीएम सी रविशंकर का कहना है कि सीडीओ की अध्यक्षता में कमेटी गठित कर दी गई है. जांच में अगर संबंधित लैब को दोषी पाया गया तो कड़ी कार्रवाई की जाएगी.

पुलकित शुक्ला

हरिद्वार. हरिद्वार में कुंभ मेले के दौरान कोरोना टेस्ट में गड़बड़ी की बात सामने आ रही है. आईसीएमआर के निर्देश पर हरिद्वार के जिलाधिकारी ने कोरोना टेस्ट में गड़बड़ी की जांच के लिए अधिकारियों की कमेटी बना दी है. मामला हरिद्वार कुंभ मेले के दौरान कोरोना टेस्ट कर रही प्राइवेट लैब से जुड़ा है. स्वास्थ्य विभाग की प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि एक निजी लैब ने टेस्ट की संख्या ज्यादा दिखाने के लिए फर्जी आधार कार्ड जमा करके टेस्ट किए. निजी लैब ने ज्यादा बिल भुगतान पाने के लिए ऐसा किया. हरिद्वार के जिलाधिकारी सी रविशंकर का कहना है कि सीडीओ की अध्यक्षता में कमेटी गठित कर दी गई है. जांच में अगर गड़बड़ी पाई जाती है तो संबंधित लैब के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी.

20 निजी लैब ने किए कोरोना टेस्ट

हरिद्वार कुंभ मेले में सरकार की ओर से ज्यादा से ज्यादा कोरोना रैपिड एंटीजेन और आरटी-पीसीआर टेस्ट कराए गए. जिसके लिए जिला स्वास्थ्य विभाग ने 9 और कुंभ स्वास्थ्य विभाग ने 11 निजी लैबों के साथ अनुबंध किया था हरियाणा की जिस निजी कंपनी पर फर्जीवाड़े के आरोप लग रहे हैं, वह कंपनी कुंभ मेला स्वास्थ्य विभाग के साथ अनुबंधित थी. कुंभ मेला स्वास्थ्य अधिकारी डॉ अर्जुन सिंह सेंगर का कहना है कि कंपनियों द्वारा दिए गए बिलों की बारीकी से जांच की जा रही है. जांच में सही पाए जाने पर ही पूरा भुगतान किया जाएगा.फर्जी आधार कार्डों पर कोरोना टेस्ट की नेगेटिव रिपोर्ट दी

कुंभ मेले में कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए कोरोना टेस्ट बड़े पैमाने पर किए गए. मेला अवधि के दौरान 20 से 40 हजार तक कोरोना टेस्ट प्रतिदिन किए गए. टेस्ट घोटाला करने वाली निजी कंपनी पर आरोप है कि कंपनी ने सरकार से ज्यादा भुगतान पाने के लिए सैंपलिंग की संख्या ज्यादा दिखाई. इसके लिए फर्जी आधार कार्डों पर नेगेटिव रिपोर्ट दी गई. उसके अलावा एक व्यक्ति के एक से अधिक टेस्ट करके भी उन्हें नेगेटिव रिपोर्ट थमा दी गई.







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