उत्तराखंड कैबिनेट का बड़ा फैसला, सरकार ने महंगाई भत्ता 11% बढ़ाने पर लगाई मुहर
[ad_1]
देहरादून. राज्य में चार धाम यात्रा शुरू हो चुकी है और मंगलवार तक करीब साढ़े 5 हजार श्रद्धालुओं ने चार धामों के दर्शन किए. आंकड़ों की मानें तो सबसे ज्यादा यात्री बद्रीनाथ धाम पहुंचे हैं. दूसरी तरफ, चार धाम यात्रा में कई ऐसे भी श्रद्धालु हैं, जिनको उत्तराखंड पुलिस बिना दर्शन के बैरंग वापस लौटा रही है. अस्ल में, चार धाम यात्रा सुचारू ढंग से और नियमों के हिसाब से चल सके, इसके लिए उत्तराखंड सरकार ने भारी पुलिस बल तैनात किया है. चाक चौबंद व्यवस्था का आलम यह है कि सिर्फ केदारनाथ धाम पर ही सेक्टर अधिकारियों के साथ ही पुलिस विभाग ने 450 कर्मचारियों को यात्रा पड़ावों पर तैनात किया है.
क्यों लौटाए जा रहे हैं श्रद्धालु?
बड़ा कारण ये है कि चार धाम में आने वाले कुछ श्रद्धालु अपना रजिस्ट्रेशन स्मार्ट सिटी पोर्टल पर कर रहे हैं, जबकि सभी चार धाम पहुंचने वाले श्रद्धालुओं को देवस्थानम बोर्ड के पोर्टल पर अपना रजिस्ट्रेशन करना अनिवार्य है. जिन यात्रियों ने ठीक ढंग से रजिस्ट्रेशन नहीं करवाया है, उन्हें पुलिस और प्रशासन की टीम लौटा रही है. वहीं, कुछ श्रद्धालुओं के पास फर्ज़ी रजिस्ट्रेशन होना भी पाया गया. एक खबर के मुताबिक केदारनाथ से 24 किमी दूर सोनप्रयाग के एक चेकपोस्ट पर 18 लोगों को फर्ज़ी रजिस्ट्रेशन पास के साथ पकड़ा गया और उन्हें धाम में एंट्री नहीं दी गई.
ये भी पढ़ें : कुंभ कोरोना टेस्ट फर्जीवाड़ा: कोर्ट से आरोपियों को राहत नहीं, याचिका ने प्रशासन पर खड़े किए सवाल
गढ़वाल अंचल की डीआईजी नीरू गर्ग ने कहा कि यात्रा के दौरान कई श्रद्धालु भूलवश स्मार्ट सिटी के पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन करवाकर आ रहे हैं. यह अब मान्य नहीं है और जो यात्री देवस्थानम बोर्ड के पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन नही कर रहा है उसको लौटाया जा रहा है. साथ ही, फर्जी rtpcr रिपोर्ट वाले लोगों पर भी कड़ी नजर रखी जा रही है.
चार धाम यात्रा संचालन के संबंध में न्यूज़18 से डीआईजी गढ़वाल नीरू गर्ग ने बातचीत की.
यात्रा के लिए खास नियम लागू हैं
रजिस्ट्रेशन के अलावा और भी नियम हाई कोर्ट की गाइडलाइन के तहत लागू किए गए हैं. 18 सितम्बर से शुरू हुई चारधाम यात्रा में सभी धामों में दर्शन के लिए सीमित संख्या रखी गई है. प्रति दिन बद्रीनाथ में 1200, केदारनाथ में 800, गंगोत्री में 600 और यमुनोत्री धाम में 400 यात्रियों को ही दर्शन की परमिशन है. रजिस्ट्रेशन के लिए सरकार ने देवस्थानम बोर्ड के पोर्टल से ई पास अनिवार्य किया है. श्रद्धालुओं को रजिस्ट्रेशन के साथ ही rtpcr की नेगेटिव रिपोर्ट या फिर कोविड की डबल डोज वैक्सीन का प्रमाण पत्र भी रखना हेागा.
ये भी पढ़ें : Uttarakhand Election 2022 का मैदान: PM मोदी, अमित शाह व राजनाथ सिंह संभालेंगे मोर्चा, जानिए पूरा शेड्यूल
डीआईजी ने कहा कि निर्धारित संख्या से अधिक यात्रियों को चार धाम यात्रा में अनुमति न दी जाए. यात्रियों को जागरूक करने के लिए उन्होंने हरिद्वार, ऋषिकेश, मुनि की रेती, लक्ष्मणझूला आदि स्थानों पर फ्लेक्स आदि के ज़रिये व्यापक प्रचार-प्रसार करने की बात भी कही. टिहरी में भद्रकाली, तपोवन, सुवाखोली, केम्पटी, पौड़ी कोटद्वार, श्रीनगर में सघन चेकिंग की जा रही है. उन्होंने जनपद उत्तरकाशी के यमुनोत्री में सीओ बड़कोट, गंगोत्री में सीओ उत्तरकाशी, केदारनाथ में सीओ गुप्तकाशी व बद्रीनाथ में सीओ चमोली को नोडल अधिकारी नियुक्त किया.
[ad_2]
Source link