उत्तराखंड

उत्तराखंड में डेल्टा वंश के AY.12 वैरिएंट का पहला केस, ट्रैस किए जा रहे मरीज़ के कॉंटैक्ट

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पौड़ी गढ़वाल. हिम्मत हो और किस्मत साथ दे तो आप किसी भी संकट से बच निकलते हैं. कहते हैं कि ऐसी स्थिति में मौत भी छू कर निकल जाती है, आपको ले नहीं जा सकती. ऐसा ही नजारा आज देखने को मिला पौड़ी गढ़वाल में. पौड़ी जनपद के धुमाकोट थाना के सिमड़ी से आए वीडियो में देखा जा सकता है कि एक सांड तेज बहाव वाली बरसाती नदी पार कर रहा है. नदी के तेज बहाव में उसके पांव बार-बार डगमगा रहे हैं. उत्तेजना में उसकी पूंछ बिल्कुल उठी हुई है, लेकिन वह अपनी धुन में नदी पार करने की कोशिश करता है. तभी नदी के तेज बहाव ने उसके पांव उखाड़ दिए और वह नदी में बहने लगा.

पानी की ताकत के सामने बिखर गई सांड की ताकत

इस बेहद खौफनाक दृश्य से पहले पास मौजूद लोगों ने उसे बचाने का प्रयास भी किया, लेकिन इससे पहले ही सांड के पांव पानी के तेज बहाव में एक बार जब उखड़े, तो फिर वो बहता चला गया. पहले उसने खुद को बचाने की बहुत कोशिशें कीं, लेकिन पानी के रौद्र रूप के आगे उसकी एक न चली. हालांकि इस दौरान उसने पानी की तेज धार के बीच संतुलन बनाकर बाहर निकलने के लिए काफी जद्दोजहद भी की, लेकिन पानी के प्रेशर के आगे उसे प्रयास नाकाम साबित होते दिखे.

नदी की धार Vs सांड की ताकत

सांड की यह कोशिश हुई कामयाब

तभी तेज प्रवाह में बहते सांड को संयोग से एक चट्टान का सहारा मिला. घबराया सांड कुछ देर तक तो अपनी सांसें दुरुस्त करता रहा और फिर उसने एकबार खुद को बचाने की जद्दोजहद शुरू की और आखिरकार किसी तरह उसने खुद को पानी से बाहर निकालकर अपनी जिदंगी बचा ली.

हमलावर हो गया था सांड

धुमाकोट थाने के प्रभारी निरीक्षक विनय कुमार का कहना है कि सांड को पानी में जाने से रोकने की बहुत कोशिशें की गईं, लेकिन सांड लोगों पर हमलावर हो गया. तब लोगों ने अपनी जान बचाई और सांड को जाने दिया. इसके बाद ये घटना हुई. उन्होंने कहा कि कुछ दूर तक नदी में बहने के बाद सांड खुद ही नदी से बाहर निकल आया.

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