tapovan – India Times https://indiatimes24x7.com National News Portal Mon, 15 Feb 2021 13:51:00 +0000 en-US hourly 1 https://wordpress.org/?v=6.4.4 https://indiatimes24x7.com/wp-content/uploads/2021/12/cropped-india-times-24x7-1-32x32.png tapovan – India Times https://indiatimes24x7.com 32 32 उत्तराखंड में तपोवन सुरंग से तीन शव और बरामद, अब तक कुल 54 शव मिले– News18 Hindi https://indiatimes24x7.com/%e0%a4%89%e0%a4%a4%e0%a5%8d%e0%a4%a4%e0%a4%b0%e0%a4%be%e0%a4%96%e0%a4%82%e0%a4%a1-%e0%a4%ae%e0%a5%87%e0%a4%82-%e0%a4%a4%e0%a4%aa%e0%a5%8b%e0%a4%b5%e0%a4%a8-%e0%a4%b8%e0%a5%81%e0%a4%b0%e0%a4%82/ https://indiatimes24x7.com/%e0%a4%89%e0%a4%a4%e0%a5%8d%e0%a4%a4%e0%a4%b0%e0%a4%be%e0%a4%96%e0%a4%82%e0%a4%a1-%e0%a4%ae%e0%a5%87%e0%a4%82-%e0%a4%a4%e0%a4%aa%e0%a5%8b%e0%a4%b5%e0%a4%a8-%e0%a4%b8%e0%a5%81%e0%a4%b0%e0%a4%82/#respond Mon, 15 Feb 2021 13:51:00 +0000 https://indiatimes24x7.com/?p=469

[ad_1]

तपोवन. उत्तराखंड (Uttarakhand) की आपदा प्रभावित तपोवन सुरंग (Tapovan Tunnel) से सोमवार को तीन शव और बरामद किए गए. पिछले एक सप्ताह से ज्यादा समय से फंसे 25- 35 लोगों को बाहर निकालने के लिए सुरंग में सेना (Army) सहित विभिन्न एजेंसियों का संयुक्त बचाव और तलाश अभियान चल रहा है. पुलिस ने बताया कि मलबे और गाद से भरी तपोवन सुरंग से अब तक नौ शव निकाले जा चुके हैं. रविवार को सुरंग से छह शव बरामद किए गए थे.

ऋषिगंगा घाटी में सात फरवरी को आई बाढ़ के समय एनटीपीसी की 520 मेगावाट तपोवन- विष्णुगाड जलविद्युत परियोजना की इस सुरंग में लोग कार्य कर रहे थे. निर्माणाधीन तपोवन- विष्णुगाड परियोजना को हुई भारी क्षति के अलावा, रैणी में स्थित 13.2 मेगावाट ऋषिगंगा जलविद्युत परियोजना भी बाढ से पूरी तरह तबाह हो गई थी. अब तक चमोली जिले के आपदाग्रस्त क्षेत्रों से कुल 54 शव बरामद हो चुके हैं जबकि 150 अन्य अभी भी लापता हैं.

जिला प्रशासन के नेतृत्व में खोजबीन का कार्य जारी है

लगातार तलाश और बचाव अभियान का जायजा ले रहीं चमोली की जिलाधिकारी स्वाति एस भदौरिया ने लापता लोगों के शव बरामद होने पर बचाव दलों को इसी तरह तेजी से कार्य करने को कहा है. एक सप्ताह से सेना, राष्ट्रीय आपदा मोचन बल, राज्य आपदा प्रतिवादन बल और भारत-तिब्बत सीमा पुलिस का संयुक्त बचाव अभियान जारी है. तपोवन बैराज क्षेत्र में जहां पोकलैंड और जेसीबी मशीनें युद्धस्तर पर कार्य कर रही हैं, वहीं, नदी किनारे जिला प्रशासन के नेतृत्व में खोजबीन का कार्य जारी है.

 तत्काल मेडिकल सुविधा उपलब्ध कराई जा सके

जिलाधिकारी स्वाति ने बताया कि रैणी क्षेत्र में राष्ट्रीय आपदा मोचन बल की टीम मलबे में लापता लोगों की तलाश कर रही है. उन्होंने कहा कि मौके पर एक हैलीकॉप्टर भी तैयार है जिससे अगर कोई व्यक्ति जीवित अवस्था में मिले तो उसे तत्काल मेडिकल सुविधा उपलब्ध कराई जा सके.



[ad_2]

Source link

]]>
https://indiatimes24x7.com/%e0%a4%89%e0%a4%a4%e0%a5%8d%e0%a4%a4%e0%a4%b0%e0%a4%be%e0%a4%96%e0%a4%82%e0%a4%a1-%e0%a4%ae%e0%a5%87%e0%a4%82-%e0%a4%a4%e0%a4%aa%e0%a5%8b%e0%a4%b5%e0%a4%a8-%e0%a4%b8%e0%a5%81%e0%a4%b0%e0%a4%82/feed/ 0
Chamoli Glacier Burst: ITBP जवान के ‘तेरी मिट्टी में मैं मिल जावां, गुल बनके मैं खिल जावां’ गीत ने भरा जोश– News18 Hindi https://indiatimes24x7.com/chamoli-glacier-burst-itbp-%e0%a4%9c%e0%a4%b5%e0%a4%be%e0%a4%a8-%e0%a4%95%e0%a5%87-%e0%a4%a4%e0%a5%87%e0%a4%b0%e0%a5%80-%e0%a4%ae%e0%a4%bf%e0%a4%9f%e0%a5%8d%e0%a4%9f%e0%a5%80-%e0%a4%ae%e0%a5%87/ https://indiatimes24x7.com/chamoli-glacier-burst-itbp-%e0%a4%9c%e0%a4%b5%e0%a4%be%e0%a4%a8-%e0%a4%95%e0%a5%87-%e0%a4%a4%e0%a5%87%e0%a4%b0%e0%a5%80-%e0%a4%ae%e0%a4%bf%e0%a4%9f%e0%a5%8d%e0%a4%9f%e0%a5%80-%e0%a4%ae%e0%a5%87/#respond Sat, 13 Feb 2021 18:21:00 +0000 https://indiatimes24x7.com/?p=437

[ad_1]

नई दिल्ली.  उत्तराखंड (Uttarakhand) के चमोली (Chamoli) जिला के जोशीमठ में ग्लेशियर फटने के पास से अचानक ऋषि गंगा और धौली गंगा में पानी का बहाव बढ़ गया था जिसने आसपास के गांवों में भारी तबाही मचाई. इसमें सैकड़ों लोग लापता हो गए. आइटीबीपी (ITBP) और दूसरी तमाम एजेंसियां लगातार राहत और बचाव कार्य में जुटी हुई है. ऐसे में आईटीबीपी के जवानों की हौसला अफजाई के लिए आइटीबीपी के जवान अर्जुन खेरियाल ने जवानों को एक गीत समर्पित किया है.

भारत तिब्बत सीमा पुलिस (ITBP) के जवान अर्जुन खेरियाल ने उत्तराखंड (Uttarakhand) की तपोवन त्रासदी (Tapovan Disaster) के बाद बचाव, खोज और राहत अभियान में लगे जवानों को एक गीत समर्पित किया है. ‘तेरी मिट्टी में मैं मिल जावां, गुल बनके मैं खिल जावां, इतनी-सी है दिल की आरजू’ के इस स्वरूप में अर्जुन ने आईटीबीपी के जवानों को उनके त्वरित बचाव कार्य के लिए और उनकी मातृभूमि भक्ति के लिए उनकी प्रशंसा की है.

ऋषि गंगा ((Rishi Ganga) और धौली गंगा (Dhauli Ganga) में 7 फरवरी, 2021 को आए जल प्रलय में आईटीबीपी के जवानों ने उसी दिन 12 लोगों को एक दब गई सुरंग से सही सलामत बाहर निकाला था. एक अन्य सुरंग में बचाव कार्य जारी है. कई सुदूर गांवों में आईटीबीपी द्वारा राहत सामग्री पहुंचाई जा रही है.

भारत चीन सीमा पर तैनात ‘सेंटिंनेल्स ऑफ द हिमालयाज’ और ऐसी आपदा की परिस्थितियों में फर्स्ट रेस्पोंडर के तौर पर जाने जानेवाली आईटीबीपी ने हिमालय क्षेत्र (Himaliyan Region) में आपदा बचाव अभियानों में पिछले दशकों में अद्वितीय कार्य किए हैं.



[ad_2]

Source link

]]>
https://indiatimes24x7.com/chamoli-glacier-burst-itbp-%e0%a4%9c%e0%a4%b5%e0%a4%be%e0%a4%a8-%e0%a4%95%e0%a5%87-%e0%a4%a4%e0%a5%87%e0%a4%b0%e0%a5%80-%e0%a4%ae%e0%a4%bf%e0%a4%9f%e0%a5%8d%e0%a4%9f%e0%a5%80-%e0%a4%ae%e0%a5%87/feed/ 0
Chamoli Glacier Burst: चमोली में 3 दिन फिर होगी बारिश और बर्फबारी, रेस्क्यू अभियान होगा प्रभावित!– News18 Hindi https://indiatimes24x7.com/chamoli-glacier-burst-%e0%a4%9a%e0%a4%ae%e0%a5%8b%e0%a4%b2%e0%a5%80-%e0%a4%ae%e0%a5%87%e0%a4%82-3-%e0%a4%a6%e0%a4%bf%e0%a4%a8-%e0%a4%ab%e0%a4%bf%e0%a4%b0-%e0%a4%b9%e0%a5%8b%e0%a4%97%e0%a5%80/ https://indiatimes24x7.com/chamoli-glacier-burst-%e0%a4%9a%e0%a4%ae%e0%a5%8b%e0%a4%b2%e0%a5%80-%e0%a4%ae%e0%a5%87%e0%a4%82-3-%e0%a4%a6%e0%a4%bf%e0%a4%a8-%e0%a4%ab%e0%a4%bf%e0%a4%b0-%e0%a4%b9%e0%a5%8b%e0%a4%97%e0%a5%80/#respond Fri, 12 Feb 2021 18:48:00 +0000 https://indiatimes24x7.com/?p=417

[ad_1]

नई दिल्ली. उत्तराखंड (Uttarakhand) के चमोली में ग्लेशियर फटने (Glacier Burst) से मची तबाही के बाद से रेस्क्यू अभियान लगातार जारी है. तमाम एजेंसियां लापता लोगों की तलाश करने में जुटी हुई हैं. ऐसे में मौसम के खराब होने की वजह से भी रेस्क्यू अभियान प्रभावित हो रहा है.

भारत मौसम विज्ञान विभाग (India Meteorological Department) की ओर से कमजोर वेस्टर्न डिस्टरबेंस की वजह से 12 से ‌16 फरवरी तक का मौसम पूर्वानुमान लगाया है.  उत्तराखंड (Uttarakhand) के चमोली (Chamoli) जिले और उत्तरी हिस्सों में 14 से 16 फरवरी तक बारिश और और बर्फबारी होने का पूर्वानुमान जताया है.

चमोली जिले के तपोवन (Tapovan), जोशीमठ (Joshimath) और उत्तराखंड के उत्तरी हिस्सों में यह बारिश (Rainfall) और बर्फबारी (Snowfall) रेस्क्यू अभियान के लिए परेशानी का सबब बन सकती है. चमोली जिला के लिए मौसम पूर्वानुमान जताते हुए बताया गया है कि 12 और 13 फरवरी यानी आज और कल मौसम शुष्क रहेगा. हालांकि 13 फरवरी को चमोली जिले के तपोवन और जोशीमठ के हिस्सों में बादल छाए रहने की संभावना जताई है. इस दिन अधिकतम तापमान 18 डिग्री और न्यूनतम तापमान 5 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किए जाने की संभावना जताई है.

मौसम विभाग के मुताबिक 14 फरवरी को हल्की बारिश और बर्फबारी होगी. अधिकतम तापमान 17 डिग्री तो न्यूनतम तापमान 6 डिग्री सेल्सियस तक रहने का अनुमान है. वहीं, 15 और 16 फरवरी को भी हल्की बारिश और बर्फबारी होगी. जिसकी वजह से अधिकतम तापमान इन दोनों दिनों में 16 डिग्री तो न्यूनतम तापमान 5 डिग्री सेल्सियस रहने का अनुमान है. मौसम विभाग के मुताबिक हर रोज होने वाली हल्की बारिश को 1 सेंटीमीटर और बर्फबारी को 10 सेंटीमीटर तक होने के पूर्वानुमान लगाए गए हैं.



[ad_2]

Source link

]]>
https://indiatimes24x7.com/chamoli-glacier-burst-%e0%a4%9a%e0%a4%ae%e0%a5%8b%e0%a4%b2%e0%a5%80-%e0%a4%ae%e0%a5%87%e0%a4%82-3-%e0%a4%a6%e0%a4%bf%e0%a4%a8-%e0%a4%ab%e0%a4%bf%e0%a4%b0-%e0%a4%b9%e0%a5%8b%e0%a4%97%e0%a5%80/feed/ 0
उत्‍तराखंड आपदा: गलत सुरंग में मजदूरों की तलाश कर रही थी टीम, अब बदलनी पड़ी रणनीति- रिपोर्ट– News18 Hindi https://indiatimes24x7.com/%e0%a4%89%e0%a4%a4%e0%a5%8d%e2%80%8d%e0%a4%a4%e0%a4%b0%e0%a4%be%e0%a4%96%e0%a4%82%e0%a4%a1-%e0%a4%86%e0%a4%aa%e0%a4%a6%e0%a4%be-%e0%a4%97%e0%a4%b2%e0%a4%a4-%e0%a4%b8%e0%a5%81%e0%a4%b0%e0%a4%82/ https://indiatimes24x7.com/%e0%a4%89%e0%a4%a4%e0%a5%8d%e2%80%8d%e0%a4%a4%e0%a4%b0%e0%a4%be%e0%a4%96%e0%a4%82%e0%a4%a1-%e0%a4%86%e0%a4%aa%e0%a4%a6%e0%a4%be-%e0%a4%97%e0%a4%b2%e0%a4%a4-%e0%a4%b8%e0%a5%81%e0%a4%b0%e0%a4%82/#respond Fri, 12 Feb 2021 01:33:00 +0000 https://indiatimes24x7.com/?p=394

[ad_1]

नई दिल्‍ली. उत्‍तराखंड (Uttarakhand) के चमोली (Chamoli) में ग्‍लेशियर टूटने के बाद आई जल प्रलय के कारण भारी तबाही मची है. बड़ी संख्‍या में लोग धौलीगंगा नदी में आई बाढ़ में लापता हो गए हैं. लापता लोगों की तलाश के लिए लगाई गई टीमों को बुधवार को अहम जानकारी दी गई है. दरअसल बाढ़ के बाद तपोवन (Tapovan Tunnel) में दो सुरंगों में बड़ी संख्‍या में मजदूर फंस गए थे. एक सुरंग से तो मजदूरों को निकाल लिया गया. लेकिन दूसरी सुरंग से अभी भी उन्‍हें निकालने का प्रयास किया जा रहा है. इस बीच रेस्‍क्‍यू टीम को जानकारी दी गई है कि वो 3 दिनों से एनटीपीसी हाइड्रो पावर प्‍लांट की गलत सुरंग में मजदूरों की तलाश कर रही है. असल सुरंग उससे अलग है, जो वहीं नीचे की ओर स्थित है.

बुधवार को मिली इस अहम जानकारी के बाद इंडो तिब्‍बतन बॉर्डर पुलिस (आईटीबीपी) की टीमों ने अपनी रणनीति में बदलाव किया है. वहीं जल प्रलय के बाद से 170 से अधिक लोग लापता बताए जा रहे हैं. साथ ही 34 लोगों के शव बरामद किए जा चुके हैं. इनमें से 10 की पहचान होने की जानकारी स्‍टेट इमरजेंसी कंट्रोल रूम ने दी है.

अफसरों ने जानकारी दी है कि आईटीबीपी व अन्‍य की रेस्‍क्‍यू टीमें पिछले 3 दिन से एनटीपीसी प्‍लांट की इनटेक एडिट टनल में लापता मजदूरों की तलाश कर रही थीं. लेकिन बुधवार को उन्‍हें जानकारी दी गई है कि वे सभी मजदूर इस टनल में नहीं, बल्कि सिल्‍ट फिल्‍ट्रेशन टनल में फंसे हैं. वो टनल इस टनल से 12 मीटर नीचे है.

ये भी पढ़ें- चमोली में 110 किलोमीटर बहकर पूर्वजों के घाट पर जा पहुंचा पुलिसकर्मी का शव

गढ़वाल के कमिश्‍नर ने इंडियन एक्‍सप्रेस को जानकारी दी है, ‘पहले हमें बताया गया था कि एनटीपीसी प्‍लांट के 180 मीटर अंदर करीब 34 मजदूर फंसे हो सकते हैं. ऐसे में हम इन्‍हें बचाने के लिए उसी दिशा में खुदाई कर रहे थे. बुधवार को एनटीपीसी अफसरों ने सूचना दी है कि आखिरी बार इन मजदूरों के काम का स्‍थल सिल्‍ट फिल्‍ट्रेशन टनल में था. यह टनल इनटेक एडिट टनल से 12 मीटर नीचे और 72 मीटर दूर है. अब हमने पूरी रणनीति बदलकर पूरा ध्‍यान सिल्‍ट फिल्‍ट्रेशन टनल की खुदाई पर लगा दिया है.’



[ad_2]

Source link

]]>
https://indiatimes24x7.com/%e0%a4%89%e0%a4%a4%e0%a5%8d%e2%80%8d%e0%a4%a4%e0%a4%b0%e0%a4%be%e0%a4%96%e0%a4%82%e0%a4%a1-%e0%a4%86%e0%a4%aa%e0%a4%a6%e0%a4%be-%e0%a4%97%e0%a4%b2%e0%a4%a4-%e0%a4%b8%e0%a5%81%e0%a4%b0%e0%a4%82/feed/ 0
Uttarakhand Glacier Burst: चमोली में और ना आ जाए आफत, प्रशासन अलर्ट, बड़ा बचाव दल तैयार!– News18 Hindi https://indiatimes24x7.com/uttarakhand-glacier-burst-%e0%a4%9a%e0%a4%ae%e0%a5%8b%e0%a4%b2%e0%a5%80-%e0%a4%ae%e0%a5%87%e0%a4%82-%e0%a4%94%e0%a4%b0-%e0%a4%a8%e0%a4%be-%e0%a4%86-%e0%a4%9c%e0%a4%be%e0%a4%8f-%e0%a4%86%e0%a4%ab/ https://indiatimes24x7.com/uttarakhand-glacier-burst-%e0%a4%9a%e0%a4%ae%e0%a5%8b%e0%a4%b2%e0%a5%80-%e0%a4%ae%e0%a5%87%e0%a4%82-%e0%a4%94%e0%a4%b0-%e0%a4%a8%e0%a4%be-%e0%a4%86-%e0%a4%9c%e0%a4%be%e0%a4%8f-%e0%a4%86%e0%a4%ab/#respond Fri, 12 Feb 2021 01:31:00 +0000 https://indiatimes24x7.com/?p=459

[ad_1]

नई दिल्‍ली. उत्तराखंड (Uttarakhand) के चमोली (Chamoli) में आई आपदा के बाद से जहां रेस्क्यू ऑपरेशन लगातार जारी है. वहीं अब धौलीगंगा (Dhauli Ganga) और ऋषि गंगा (Rishi Ganga) में एक बार फिर से पानी की बढ़ोतरी होने से कुछ परेशानी होने की संभावना जताई जा रही हैं.

इस  के चलते रेस्क्यू अभियान में जुटी एजेंसियों ने अपनी आगे की तैयारी भी कर ली हैं. एक बड़े बचाव दल को स्टैंडबाई मोड पर रखा गया है जो कि जरूरत पड़ने के साथ ही तुरंत रेस्क्यू स्पोर्ट पर रवाना कर दिया जाएगा.

धौलीगंगा और ऋषि गंगा में पानी का बहाव शुरू होने से आसपास के लोगों को चिंता सताने लगी है. रैणी गांव और दूसरे आसपास के गांवों में अभी भी दहशत का माहौल बना हुआ है. लेकिन बचाव मेें जुटी सभी सरकारी एजेंसियां पूरी तरह से सतर्क हैं. वह जहां पहले ही बचाव अभियान में जुटी हुई है वही नया दल भी स्टैंडबाई मोड पर रखा हुआ है.

रेस्‍क्‍यू ऑपरेशन काे स्‍टैंडबाई मोड़ में रखे दल में रखे हैं यह सभी      

जानकारी के मुताबिक आइटीबीपी के 400 जवानों को मातली, महीडाण्डा, देहरादून में स्टैंडबाई रखा हुआ है जिनको जरूरत पड़ने पर तुरंत रेस्क्यू अभियान के लिए भेजा जा सके. इसके अलावा 220 जवान आर्मी और जोशीमठ पर 3 आर्मी चॉपर भी स्टैंडबाई हैं. इसके अतिरिक्त हेल्थ विभाग की 4 मेडिकल टीम व 5 एंबुलेंस और फायर विभाग के 39 फायरमैन भी प्रशासन की ओर से स्टैंडबाई रखे हुए हैं.

170 लापता लोगों का अभी पता नहीं चल सका  

इस बीच देखा जाए तो देहरादून के राज्य आपातकालीन परीक्षण केंद्र की ओर से एक डिटेल भी जारी की गई है जिसमें आपदा आने से लापता 204 लोगों में से 34 लोगों के शव बरामद किए जा चुके हैं जिनमें से 10 की शिनाख्त की जा चुकी है 24 अभी भी अज्ञात हैं. प्रशासन इन सभी का पता लगाने में जुटा हुआ है. वही 170 लापता लोगों का अभी पता नहीं चल सका है. वहीं, धौलीगंगा और ऋषि गंगा में पानी की बढ़ोतरी अब एक बार फिर से शुरू हो गई है.

प्रशासन का मानना है कि टनल में अभी भी 25 से 35 लोग फंसे हैं. प्रशासन इन सभी को निकालने की पुरजोर कोशिश में है. बताया जाता है कि रेस्क्यू ऑपरेशन में अभी तक आईटीबीपी के 425 जवान, एसडीआरएफ के 100, एनडीआरएफ के 176, एसएसबी की एक टीम, आर्मी के 124  जिसमें नेवी के 16 व एयर फोर्स के दो हेलीकॉप्टर, 3 आर्मी मेडिकल टीम में दो मेडिकल टीम, दो एंबुलेंस, हेल्थ विभाग की चार मेडिकल टीम जिनमें एक रैणी गांव, तीन तपोवन और चार एंबुलेंस स्वास्थ्य विभाग की और 5 एंबुलेंस 108 की एंबुलेंस आदि सभी रेस्क्यू अभियान में जुटी हुई हैं. वहीं, 26 सिविल पुलिस कर्मी, 16 फायरमैन के अलावा राजस्व विभाग, पुलिस दूरसंचार और आईटीडीए के भी स्टाफ रेस्क्यू अभियान में जुटे हुए हैं.



[ad_2]

Source link

]]>
https://indiatimes24x7.com/uttarakhand-glacier-burst-%e0%a4%9a%e0%a4%ae%e0%a5%8b%e0%a4%b2%e0%a5%80-%e0%a4%ae%e0%a5%87%e0%a4%82-%e0%a4%94%e0%a4%b0-%e0%a4%a8%e0%a4%be-%e0%a4%86-%e0%a4%9c%e0%a4%be%e0%a4%8f-%e0%a4%86%e0%a4%ab/feed/ 0
Glacier Burst: 72 घंटे बाद भी जिन्दगी की उम्मीद बाकी, आज सुबह मिले 33 शव, आठ की हुई शिनाख्त– News18 Hindi https://indiatimes24x7.com/glacier-burst-72-%e0%a4%98%e0%a4%82%e0%a4%9f%e0%a5%87-%e0%a4%ac%e0%a4%be%e0%a4%a6-%e0%a4%ad%e0%a5%80-%e0%a4%9c%e0%a4%bf%e0%a4%a8%e0%a5%8d%e0%a4%a6%e0%a4%97%e0%a5%80-%e0%a4%95%e0%a5%80-%e0%a4%89/ https://indiatimes24x7.com/glacier-burst-72-%e0%a4%98%e0%a4%82%e0%a4%9f%e0%a5%87-%e0%a4%ac%e0%a4%be%e0%a4%a6-%e0%a4%ad%e0%a5%80-%e0%a4%9c%e0%a4%bf%e0%a4%a8%e0%a5%8d%e0%a4%a6%e0%a4%97%e0%a5%80-%e0%a4%95%e0%a5%80-%e0%a4%89/#respond Fri, 12 Feb 2021 00:52:00 +0000 https://indiatimes24x7.com/?p=493

[ad_1]

 चमोली. उत्तराखंड के चमोली (Chamoli) में रविवार को ऋषि गंगा नदी (Rishi Ganga River) में ग्लेशियर टूटने से आई तबाही के 72 घंटे बीत जाने के बाद भी जिंदगियां बचाने की जद्दोजहद ज़ारी है. आर्मी, पुलिस और अर्ध सैनिक बल के 600 से ज्यादा अफसर और जवान मिलकर हादसे के समय टनल में फंसे 25 से 35 लोगों की खोज में जुटे हैं. रविवार से ही टनल में फंसे लोगों तक पहुंचने के लिए दिन रात काम चल रहा है. यह एक तरह से समय के साथ दौड़ लगाने की मुहीम है, जिसमे राहत टीम कोई कोर कसर नहीं छोड़ रही है. राहत टीम में अब नेवी के गोताखोर (Frogman) भी शामिल हो गए हैं.

अभी तक मिले 33 शव

बुधवार सुबह तक 33 शव अलग-अलग जगह से बरामद किये गए हैं. आठ मृतकों की शिनाख्त हो पाई है जिसमें से कई उत्तर प्रदेश के हैं. राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र के अनुसार, कुल 206 लोग हादसे का शिकार हुए हैं. 173 लोग अभी भी लापता हैं. इनमें से ज्यादातर दो हाइड्रो पॉवर प्रोजेक्ट्स में काम करने वाले कर्मचारी हैं. प्रभावितों में उत्तराखंड समेत उत्तर प्रदेश, झारखण्ड, आंध्र प्रदेश और पंजाब के निवासी शामिल हैं. उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राज्य के तीन मंत्रियों की टीम उत्तराखंड भेजी हुई है, जो अफसरों के साथ कोर्डिनेट करके यूपी के लापता लोगों की जानकारी ले रहे हैं.

कर्मचारी काल के गाल में समा गए

अब इस बीच हादसे से जुड़ा एक नया वीडियो सामने आया है, जो रौंगटे खड़े करने वाला है. वीडियो घटना के समय किसी स्थानीय व्यक्ति ने बनाया है. वीडियो में साफ़ दिख रहा है कैसे तेज बहाव के साथ आते पानी और गाद ने तपोवन प्रोजेक्ट से जुड़े कर्मचारी अपने को बचाने की कोशिश कर रहे हैं. लेकिन प्रकृति के आगे वो आंखिरकार हार गए. और देखते ही ही देखते बैराज पर चढ़े कर्मचारी काल के गाल में समा गए.



[ad_2]

Source link

]]>
https://indiatimes24x7.com/glacier-burst-72-%e0%a4%98%e0%a4%82%e0%a4%9f%e0%a5%87-%e0%a4%ac%e0%a4%be%e0%a4%a6-%e0%a4%ad%e0%a5%80-%e0%a4%9c%e0%a4%bf%e0%a4%a8%e0%a5%8d%e0%a4%a6%e0%a4%97%e0%a5%80-%e0%a4%95%e0%a5%80-%e0%a4%89/feed/ 0
Glacier Burst: देखते ही देखते बैराज पर काम कर रहे मजदूरों को बहा ले गया सैलाब https://indiatimes24x7.com/glacier-burst-%e0%a4%a6%e0%a5%87%e0%a4%96%e0%a4%a4%e0%a5%87-%e0%a4%b9%e0%a5%80-%e0%a4%a6%e0%a5%87%e0%a4%96%e0%a4%a4%e0%a5%87-%e0%a4%ac%e0%a5%88%e0%a4%b0%e0%a4%be%e0%a4%9c-%e0%a4%aa%e0%a4%b0-%e0%a4%95/ https://indiatimes24x7.com/glacier-burst-%e0%a4%a6%e0%a5%87%e0%a4%96%e0%a4%a4%e0%a5%87-%e0%a4%b9%e0%a5%80-%e0%a4%a6%e0%a5%87%e0%a4%96%e0%a4%a4%e0%a5%87-%e0%a4%ac%e0%a5%88%e0%a4%b0%e0%a4%be%e0%a4%9c-%e0%a4%aa%e0%a4%b0-%e0%a4%95/#respond Wed, 10 Feb 2021 05:07:44 +0000 https://indiatimes24x7.com/?p=541

[ad_1]

दरअसल, वीडियो में देखा जा सकता है कि ग्लेशियर विस्फोट के बाद गाद और पत्थर के साथ भयानक सैलाब बह रहा है. ऐसे में सैलाब से बचने के लिए बैराज पर काम कर रहे लोग एक मोटी दीवार पर चढ़ गए. पर धीरे- धीरे सैलाब दीवार के ऊपर तक पहुंच गया. इस दौरान दर्जन भर लोग बचने के लिए दीवार पर ही इधर से उधर भागने लगे. लेकिन, सैलाब धीरे- धीरे बढ़ता है और फिर सभी को बहा ले जाता है.



[ad_2]

Source link

]]>
https://indiatimes24x7.com/glacier-burst-%e0%a4%a6%e0%a5%87%e0%a4%96%e0%a4%a4%e0%a5%87-%e0%a4%b9%e0%a5%80-%e0%a4%a6%e0%a5%87%e0%a4%96%e0%a4%a4%e0%a5%87-%e0%a4%ac%e0%a5%88%e0%a4%b0%e0%a4%be%e0%a4%9c-%e0%a4%aa%e0%a4%b0-%e0%a4%95/feed/ 0