ऋषिकेश: रावण, कुंभकर्ण और मेघनाद को गंगा नदी में दी ‘जल समाधि’
[ad_1] मेघनाद के पुतले को नदी में विसर्जित करते हुए. इस बार रावण, कुंभकरण और मेघनाद के पुतलों का दहन
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Read More[ad_1] उत्तराखंड का ऋषिकेश संतों की नगरी के नाम से भी प्रसिद्ध है. देश-विदेश से लोग शांति और समाधान की
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Read More[ad_1] मनइच्छा मंदिर एक सिद्ध पीठ है. मंदिर के पुजारी ने आगे बताया कि यहां लगातार स्नान करने से चर्म
Read More[ad_1] योग नगरी ऋषिकेश रेलवे स्टेशन. संत समिति का मानना है कि ऋषिकेश पौराणिक काल से ही तीर्थ नगरी के
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Read More[ad_1] मीराबेन की कुटिया अब खंडहर में तब्दील हो चुकी है. मीराबेन को वन विभाग ने 1948 में पशुलोक आश्रम
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