rishikesh news – India Times https://indiatimes24x7.com National News Portal Sun, 31 Oct 2021 22:56:35 +0000 en-US hourly 1 https://wordpress.org/?v=6.4.4 https://indiatimes24x7.com/wp-content/uploads/2021/12/cropped-india-times-24x7-1-32x32.png rishikesh news – India Times https://indiatimes24x7.com 32 32 चारधाम यात्रा के पुराने पैदल मार्ग को खोजने निकले ट्रेकर्स, 1200 KM का होगा सफर! https://indiatimes24x7.com/trekkers-will-travel-1200-km-to-find-the-old-foot-route-of-chardham-yatra/ https://indiatimes24x7.com/trekkers-will-travel-1200-km-to-find-the-old-foot-route-of-chardham-yatra/#respond Wed, 27 Oct 2021 08:42:36 +0000 https://indiatimes24x7.com/%e0%a4%9a%e0%a4%be%e0%a4%b0%e0%a4%a7%e0%a4%be%e0%a4%ae-%e0%a4%af%e0%a4%be%e0%a4%a4%e0%a5%8d%e0%a4%b0%e0%a4%be-%e0%a4%95%e0%a5%87-%e0%a4%aa%e0%a5%81%e0%a4%b0%e0%a4%be%e0%a4%a8%e0%a5%87-%e0%a4%aa/

[ad_1]

चारधाम (Char Dham Yatra Route) के पुराने मार्गों को खोजने के लिए 25 सदस्यों का दल जनपद गढ़वाल के स्वर्गाश्रम से सर्वे ट्रेकिंग के लिए रवाना हुआ. उत्तराखंड पर्यटन विकास बोर्ड ने ‘ट्रेक द हिमालय’ के साथ मिलकर यह अभियान शुरू किया है. इसके तहत विशेषज्ञों के 25 सदस्यों का दल चारधाम ट्रैक पर पुराने मार्गों को खोजने के लिए 1200 किलोमीटर से अधिक का सफर तय करेगा. दल द्वारा यह अभियान लगभग 60 दिनों तक चलाया जाएगा.

अपर निदेशक पर्यटक विवेक सिंह चौहान ने बताया कि चारधाम यात्रा जो पौराणिक रूप से संचालित होती थी, वह काली कमली व अन्य चट्टियों से होते हुए गुजरती थी, लेकिन समय के साथ सड़कों का विकास होने के बाद उन पौराणिक मार्गों व चट्टियों का इस्तेमाल कम होने लगा है. सरकार की मंशा है कि इन मार्गों का फिर से इस्तेमाल किया जाए.

उन्होंने कहा कि पर्यटन विभाग की पहल पर चारधाम यात्रा पैदल मार्ग से जुड़ी चट्टियों को एक बार फिर से पुनर्जीवित करने की योजना है. चट्टी मार्गों पर होते हुए चारधाम की पैदल यात्रा शुरू करने के बाद मार्ग पर पड़ने वाले ग्रामीण क्षेत्रों को भी होमस्टे व अन्य योजनाओं से जोड़ा जा सकेगा.

पैदल ट्रेकिंग टीम गरुड़ चट्टी व देवप्रयाग से होते हुए यमुनोत्री, गंगोत्री, केदारनाथ और बद्रीनाथ धाम तक पैदल यात्रा कर सर्वे रिपोर्ट तैयार कर उत्तराखंड शासन को सौंपेगी. (न्यूज 18 लोकल के लिए मयंक ध्यानी की रिपोर्ट)

पढ़ें Hindi News ऑनलाइन और देखें Live TV News18 हिंदी की वेबसाइट पर. जानिए देश-विदेश और अपने प्रदेश, बॉलीवुड, खेल जगत, बिज़नेस से जुड़ी News in Hindi.

[ad_2]

Source link

]]>
https://indiatimes24x7.com/trekkers-will-travel-1200-km-to-find-the-old-foot-route-of-chardham-yatra/feed/ 0
ऋषिकेश को जाम से मिलेगी निजात, चंद्रभागा पुल के नीचे बन रही अस्थायी पार्किंग https://indiatimes24x7.com/rishikesh-will-get-rid-of-jam-temporary-parking-is-being-built-under-chandrabhaga-bridge/ https://indiatimes24x7.com/rishikesh-will-get-rid-of-jam-temporary-parking-is-being-built-under-chandrabhaga-bridge/#respond Wed, 27 Oct 2021 08:41:25 +0000 https://indiatimes24x7.com/%e0%a4%8b%e0%a4%b7%e0%a4%bf%e0%a4%95%e0%a5%87%e0%a4%b6-%e0%a4%95%e0%a5%8b-%e0%a4%9c%e0%a4%be%e0%a4%ae-%e0%a4%b8%e0%a5%87-%e0%a4%ae%e0%a4%bf%e0%a4%b2%e0%a5%87%e0%a4%97%e0%a5%80-%e0%a4%a8%e0%a4%bf/

[ad_1]

इस

इस पार्किंग में 200 से 300 वाहन खड़े किए जा सकते हैं.

चंद्रभागा पुल के नीचे करीब 200 से 300 वाहनों की पार्किंग तैयार की जा रही है. 

त्योहारी सीजन में ऋषिकेश बाजार में लगने वाले जाम का पुलिस और नगर निगम ने अस्थायी समाधान निकाल लिया है. चंद्रभागा पुल के नीचे करीब 200 से 300 वाहनों की पार्किंग तैयार की जा रही है. पुलिस प्रशासन के अनुसार, दीवाली (Diwali 2021) से पहले पार्किंग की व्यवस्था कर दी जाएगी, जिससे बाजार में लगने वाले जाम से काफी हद तक निजात मिलेगी. बाजार में खरीदारी के लिए आने वाले लोग इस पार्किंग में अपने वाहन पार्क कर सकेंगे. पार्किंग की जानकारी देने के लिए बाजार क्षेत्र में पुलिस व होमगार्ड के जवानों को भी तैनात किया जाएगा.

ऋषिकेश में स्थायी पार्किंग नहीं है. त्योहार के समय बड़ी संख्या में लोग खरीदारी के लिए बाजार आते हैं. इस दौरान गाड़ियों को बेतरतीब ढंग से पार्क किया जाता है, जिसकी वजह से नेशनल हाइवे और बाजार की सड़कों में भारी जाम की समस्या से लोगों को दो-चार होना पड़ता है. जिसको देखते हुए पुलिस और नगर निगम ने इस बार चंद्रभागा नदी वाली खाली पड़ी जगह में पार्किंग बनाने का फैसला किया है. (न्यूज 18 लोकल के लिए मयंक ध्यानी की रिपोर्ट)

पढ़ें Hindi News ऑनलाइन और देखें Live TV News18 हिंदी की वेबसाइट पर. जानिए देश-विदेश और अपने प्रदेश, बॉलीवुड, खेल जगत, बिज़नेस से जुड़ी News in Hindi.

हमें FacebookTwitter, Instagram और Telegram पर फॉलो करें.



[ad_2]

Source link

]]>
https://indiatimes24x7.com/rishikesh-will-get-rid-of-jam-temporary-parking-is-being-built-under-chandrabhaga-bridge/feed/ 0
भगवान राम के भाई शत्रुघ्न ने यहां की थी तपस्या, शत्रुघ्न घाट पर होती है भव्य गंगा आरती https://indiatimes24x7.com/lord-ramas-brother-shatrughan-did-penance-here-the-grand-ganga-aarti-is-done-at-shatrughan-ghat/ https://indiatimes24x7.com/lord-ramas-brother-shatrughan-did-penance-here-the-grand-ganga-aarti-is-done-at-shatrughan-ghat/#respond Tue, 26 Oct 2021 03:19:58 +0000 https://indiatimes24x7.com/%e0%a4%ad%e0%a4%97%e0%a4%b5%e0%a4%be%e0%a4%a8-%e0%a4%b0%e0%a4%be%e0%a4%ae-%e0%a4%95%e0%a5%87-%e0%a4%ad%e0%a4%be%e0%a4%88-%e0%a4%b6%e0%a4%a4%e0%a5%8d%e0%a4%b0%e0%a5%81%e0%a4%98%e0%a5%8d%e0%a4%a8/

[ad_1]

शत्रुघ्न

शत्रुघ्न मंदिर मुनि की रेती में स्थित है.

प्राचीन शत्रुघ्न मंदिर के ठीक सामने शत्रुघ्न घाट है, जहां हर शाम मां गंगा की भव्य आरती की जाती है.

मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम के छोटे भाई शत्रुघ्न ने ऋषिकेश के मुनि की रेती में कई वर्षों तक तपस्या की थी. मुनि की रेती में मुख्य राजमार्ग से 100 मीटर की दूरी पर शत्रुघ्न भगवान का प्राचीन मंदिर (Shatrughan Temple Rishikesh) स्थित है, जिसे 8वीं शताब्दी में आदि गुरु शंकराचार्य ने बनवाया था. मेन हाइवे से राम झूला की तरफ जाते हुए बीच में यह मंदिर पड़ता है. इस मंदिर में शत्रुघ्न भगवान के साथ-साथ चतुर्भुज रूप में भगवान नारायण की प्रतिमा और राम दरबार की भी पूजा-अर्चना की जाती है.

पिछली पांच पीढ़ियों से इस मंदिर की सेवा कर रहे मनोज द्विवेदी ने बताया कि पुराने जमाने में चारधाम की तरफ जाने वाले तीर्थयात्री इस मंदिर के दर्शन करने के बाद ही आगे बढ़ते थे. शत्रुघ्न ने यहां पर मौन साधना की थी, जिसके बाद से इस जगह को ‘मौन की रेती’ कहा जाने लगा, जो बाद में अपभ्रंश होकर ‘मुनि की रेती’ हो गया है.

प्राचीन शत्रुघ्न मंदिर के ठीक सामने शत्रुघ्न घाट है, जहां हर शाम मां गंगा की भव्य आरती की जाती है. गंगा आरती से पहले शिव तांडव का वाचन किया जाता है. घाट के चारों ओर की सुंदरता इसकी आरती को और भव्य बना देती है. यह घाट रामझूला और जानकी सेतु के बीच में स्थित है.
मुख्य तौर पर इस घाट पर पांच पुजारी गंगा आरती करते हैं, लेकिन कोरोना काल के बाद से तीन पुजारी ही फिलहाल आरती कर रहे हैं. श्री गंगा गौ सेवा समिति इस आरती का संचालन करती है. गंगा आरती के समय बाईं ओर रोशनी से जगमगाता राम झूला, तो वहीं दाईं ओर जानकी सेतु श्रद्धालुओं को आकर्षित करता है.

पढ़ें Hindi News ऑनलाइन और देखें Live TV News18 हिंदी की वेबसाइट पर. जानिए देश-विदेश और अपने प्रदेश, बॉलीवुड, खेल जगत, बिज़नेस से जुड़ी News in Hindi.

हमें FacebookTwitter, Instagram और Telegram पर फॉलो करें.



[ad_2]

Source link

]]>
https://indiatimes24x7.com/lord-ramas-brother-shatrughan-did-penance-here-the-grand-ganga-aarti-is-done-at-shatrughan-ghat/feed/ 0
ऋषिकेश में मशहूर ‘पप्पू लस्सी’ की दुकान, 40 साल बाद भी नहीं बदला स्वाद! https://indiatimes24x7.com/the-famous-pappu-lassi-shop-in-rishikesh-has-not-changed-the-taste-even-after-40-years/ https://indiatimes24x7.com/the-famous-pappu-lassi-shop-in-rishikesh-has-not-changed-the-taste-even-after-40-years/#respond Tue, 26 Oct 2021 03:19:30 +0000 https://indiatimes24x7.com/%e0%a4%8b%e0%a4%b7%e0%a4%bf%e0%a4%95%e0%a5%87%e0%a4%b6-%e0%a4%ae%e0%a5%87%e0%a4%82-%e0%a4%ae%e0%a4%b6%e0%a4%b9%e0%a5%82%e0%a4%b0-%e0%a4%aa%e0%a4%aa%e0%a5%8d%e0%a4%aa%e0%a5%82-%e0%a4%b2%e0%a4%b8/

[ad_1]

दुकान

दुकान में कई फ्लेवर की लस्सी मिलती है.

1978 में एक छोटी सी ठेली से हुई लस्सी की शुरुआत ने आज अपने स्वाद के दम पर लोगों का दिल जीता है.

अगर आप ऋषिकेश जा रहे हैं और वहां जाकर ‘पप्पू लस्सी’ वाले की दुकान (Pappu Lassi Shop Rishikesh) पहुंच लस्सी का स्वाद नहीं लिया, तो आपको इसका मलाल रह सकता है. दरअसल 40 साल पहले ऋषिकेश में शुरू हुई पप्पू लस्सी के नाम से यह दुकान आज अपनी एक अलग पहचान बना चुकी है. यहां लस्सी पीने के लिए शहर भर से ही नहीं बल्कि बाहर से भी लोग आते हैं.

1978 में एक छोटी सी ठेली से हुई लस्सी की शुरुआत ने आज अपने स्वाद के दम पर लोगों का दिल जीता है. पप्पू लस्सी की शुरुआत करने वाले दिनेश गुप्ता बताते हैं कि कॉलेज के समय में जेब खर्च निकालने के लिए उन्होंने पप्पू लस्सी के नाम से लस्सी बेचना शुरू किया था. धीरे-धीरे लोगों ने उन्हें इतना प्यार दिया कि आज 40 साल बाद भी वह उसी शुद्धता और प्यार के साथ लस्सी परोस रहे हैं.

दुकान में लगभग 10 से 11 किस्म की लस्सी मिलती है, जिनमें बनाना लस्सी, पाइन एप्पल लस्सी, ड्राई फ्रूट लस्सी, केसर लस्सी आदि प्रमुख हैं. वहीं यहां आकर लस्सी पीने वाले लोग लस्सी की तारीफ किए बिना नहीं रह पाते. यही वजह है कि सुबह से लेकर दोपहर तक, यहां लस्सी पीने वालों का तांता लगा रहता है.

पढ़ें Hindi News ऑनलाइन और देखें Live TV News18 हिंदी की वेबसाइट पर. जानिए देश-विदेश और अपने प्रदेश, बॉलीवुड, खेल जगत, बिज़नेस से जुड़ी News in Hindi.

हमें FacebookTwitter, Instagram और Telegram पर फॉलो करें.



[ad_2]

Source link

]]>
https://indiatimes24x7.com/the-famous-pappu-lassi-shop-in-rishikesh-has-not-changed-the-taste-even-after-40-years/feed/ 0
करवा चौथ के लिए महिलाओं में दिखा शॉपिंग का क्रेज, बाजार में उमड़ी भीड़ https://indiatimes24x7.com/for-karva-chauth-the-craze-of-shopping-was-seen-in-the-market/ https://indiatimes24x7.com/for-karva-chauth-the-craze-of-shopping-was-seen-in-the-market/#respond Sat, 23 Oct 2021 14:01:41 +0000 https://indiatimes24x7.com/%e0%a4%95%e0%a4%b0%e0%a4%b5%e0%a4%be-%e0%a4%9a%e0%a5%8c%e0%a4%a5-%e0%a4%95%e0%a5%87-%e0%a4%b2%e0%a4%bf%e0%a4%8f-%e0%a4%ae%e0%a4%b9%e0%a4%bf%e0%a4%b2%e0%a4%be%e0%a4%93%e0%a4%82-%e0%a4%ae%e0%a5%87/

[ad_1]

करवा चौथ (Karva Chauth 2021) के त्योहार को लेकर ऋषिकेश की बाजारों में रौनक दिख रही है. महिलाओं के इस त्योहार में मेहंदी, करवे, साड़ियों और आभूषणों की दुकानों में काफी भीड़ दिख रही है. हाथों पर मेहंदी लगाना शुभ माना जाता है, यही वजह है कि करवा चौथ से पहले सुहागन महिलाएं मेहंदी लगाने के लिए बाजार आ रही हैं. इस दौरान महिलाएं अपने पति का नाम भी हाथों पर लिखवा रही हैं.

साड़ी की दुकानों पर महिलाओं की खूब भीड़ नजर आ रही है. इस बार बाजारों में नए डिजाइन की साड़ियां महिलाओं को खूब लुभा रही हैं. दुकान मालिक दिनेश ने बताया कि कांचीपुरम, बनारसी और पीकॉक साड़ियों का काफी क्रेज देखने को मिल रहा है. इनकी कीमत 3000 से लेकर 18000 रुपये तक है.

बाजार में नए-नए तरह के करवे भी देखने को मिल रहे हैं, जिन्हें गुजरात से लाया गया है. इनकी कीमत 50 से 200 रुपये तक रखी गई है. इन करवों को गुजराती स्टाइल में सजाया गया है, जिन्हें महिलाएं काफी पसंद कर रही हैं.

सोने-चांदी के गहनों को लेकर भी महिलाओं में काफी क्रेज दिख रहा है. ऋषिकेश में पिछले कई साल से ज्वेलरी का काम कर रहे संजय पंवार बताते हैं कि सोने की कीमत ने इस बार काफी उछाल मारा है, बावजूद इसके त्योहारी सीजन होने के चलते आभूषणों की खूब बिक्री हो रही है.

पढ़ें Hindi News ऑनलाइन और देखें Live TV News18 हिंदी की वेबसाइट पर. जानिए देश-विदेश और अपने प्रदेश, बॉलीवुड, खेल जगत, बिज़नेस से जुड़ी News in Hindi.

[ad_2]

Source link

]]>
https://indiatimes24x7.com/for-karva-chauth-the-craze-of-shopping-was-seen-in-the-market/feed/ 0
ऋषिकेश में दिखा बारिश का असर, त्रिवेणी घाट पर कई फीट मलबा https://indiatimes24x7.com/effect-of-rain-in-rishikesh-many-feet-of-debris-on-triveni-ghat/ https://indiatimes24x7.com/effect-of-rain-in-rishikesh-many-feet-of-debris-on-triveni-ghat/#respond Sat, 23 Oct 2021 13:58:36 +0000 https://indiatimes24x7.com/%e0%a4%8b%e0%a4%b7%e0%a4%bf%e0%a4%95%e0%a5%87%e0%a4%b6-%e0%a4%ae%e0%a5%87%e0%a4%82-%e0%a4%a6%e0%a4%bf%e0%a4%96%e0%a4%be-%e0%a4%ac%e0%a4%be%e0%a4%b0%e0%a4%bf%e0%a4%b6-%e0%a4%95%e0%a4%be-%e0%a4%85/

[ad_1]

गंगा

गंगा आरती स्थल से मलबा हटाते लोग.

बारिश ने ऋषिकेश के त्रिवेणी घाट (Triveni Ghat) को जलमग्न कर दिया था.

उत्तराखंड (Uttarakhand Rain) में आई आफत की बारिश ने काफी तबाही मचाई. बारिश ने ऋषिकेश के त्रिवेणी घाट (Triveni Ghat) को जलमग्न कर दिया था, लेकिन अब पानी का जलस्तर सामान्य होने के बाद एक नई समस्या पैदा हो गई है. दरअसल जब पानी का जलस्तर बढ़ा, तो त्रिवेणी घाट पूरी तरह से पानी में डूब गया था. पानी के साथ आया रेता और मलबा घाट पर ही जमा हो गया. जिसके चलते घाट पर गंदगी का अंबार लग गया.

त्रिवेणी घाट पर 4 से 5 फीट तक मलबा जमा हो गया. घाट का आरती स्थल भी मलबे से भर गया. जिसके चलते भव्य रूप से होने वाली आरती भी बाधित हुई. इस समस्या को देखते हुए अब त्रिवेणी घाट से मलबा उठाने का काम शुरू हो गया है. मलबा उठाकर वापस गंगा नदी में डाला जा रहा है. इसके साथ ही घाट में कई जगह पानी ने नुकसान भी किया है.

स्थानीय पार्षद रीना शर्मा ने कहा कि दो दिन की बारिश से घाट पर काफी मलबा आ गया. यह बड़ी हैरानी की बात है. इसे अब साफ करवाया जा रहा है.

पढ़ें Hindi News ऑनलाइन और देखें Live TV News18 हिंदी की वेबसाइट पर. जानिए देश-विदेश और अपने प्रदेश, बॉलीवुड, खेल जगत, बिज़नेस से जुड़ी News in Hindi.

हमें FacebookTwitter, Instagram और Telegram पर फॉलो करें.



[ad_2]

Source link

]]>
https://indiatimes24x7.com/effect-of-rain-in-rishikesh-many-feet-of-debris-on-triveni-ghat/feed/ 0
15 हजार की आबादी को निगम में शामिल होने का इंतजार, बोले- काम नहीं तो वोट भी नहीं https://indiatimes24x7.com/waiting-for-the-population-of-15-thousand-to-join-the-corporation-said-if-not-work-then-not-even-vote/ https://indiatimes24x7.com/waiting-for-the-population-of-15-thousand-to-join-the-corporation-said-if-not-work-then-not-even-vote/#respond Fri, 22 Oct 2021 04:19:07 +0000 https://indiatimes24x7.com/15-%e0%a4%b9%e0%a4%9c%e0%a4%be%e0%a4%b0-%e0%a4%95%e0%a5%80-%e0%a4%86%e0%a4%ac%e0%a4%be%e0%a4%a6%e0%a5%80-%e0%a4%95%e0%a5%8b-%e0%a4%a8%e0%a4%bf%e0%a4%97%e0%a4%ae-%e0%a4%ae%e0%a5%87%e0%a4%82-%e0%a4%b6/

[ad_1]

ऋषिकेश में आईडीपीएल (IDPL) की भूमि पर करीब 50 वर्षों से कृष्णा नगर कॉलोनी बसी हुई है, लेकिन आज भी इस कॉलोनी के लोग अपनी मूलभूत जरूरतों के लिए मोहताज हैं. शायद यही वजह है कि अब कृष्णा नगर कॉलोनी के लोगों ने ‘काम नहीं तो वोट नहीं’ का नारा देते हुए आगामी विधानसभा चुनाव के बहिष्कार का ऐलान किया है. कॉलोनी के लोगों के हकों के लिए आवाज बुलंद कर रही जनकल्याण संयुक्त संघर्ष समिति के अध्यक्ष डॉक्टर बीएन तिवारी ने बताया कि नगर निगम में प्रस्ताव पास होने और पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत की घोषणा के बावजूद कृष्णा नगर क्षेत्र निगम में शामिल नहीं हो पाया है. इसके लिए वे लगातार संघर्ष कर रहे हैं.

डॉक्टर तिवारी ने कहा कि कृष्णा नगर कॉलोनी अभी तक न किसी ग्राम पंचायत का हिस्सा है और न ही नगर पंचायत का, जिस कारण यहां सभी विकास कार्य ठप पड़े हुए हैं. इसके साथ ही लोगों को जन्म मृत्यु प्रमाण पत्र, जाति प्रमाण पत्र, स्थाई प्रमाण पत्र जैसे कागजात बनाने के लिए भी कड़ी मशक्कत करनी पड़ती है.

क्षेत्र में करीब 3000 परिवार और लगभग 15 हजार की आबादी रहती है, लेकिन यहां न तो चलने लायक सड़क है और न पानी की निकासी के लिए नालियां. जगह-जगह गंदगी का अंबार लगा हुआ है, जिससे लगातार बीमारी का खतरा बना रहता है, लेकिन इनकी सुध लेने वाला कोई नहीं है.

लोगों ने अपनी समस्याओं के लिए स्थानीय विधायक प्रेमचंद्र अग्रवाल को जिम्मेदार ठहराया. उनका कहना है कि विधायक द्वारा उन लोगों के लिए कभी भी कुछ नहीं किया गया. स्थानीय लोगों ने इस बार विधानसभा चुनाव में विधायक का विरोध करते हुए ‘काम नहीं तो वोट नहीं’ की भी घोषणा की है.

वहीं दूसरी ओर अब कृष्णा नगर कॉलोनी के अस्तित्व पर भी संकट मंडराने लगा है. दरअसल आईडीपीएल ने वन विभाग से 60 साल के लिए करीब 833 एकड़ भूमि लीज पर ली थी. अब नवंबर 2021 को आईडीपीएल की लीज समाप्त होने वाली है. इसके बाद यह भूमि वापस वन विभाग के पास आ जाएगी. हालांकि इस जमीन को पर्यटन विभाग को सौंपने के लिए शासन में प्रस्ताव चल रहा है.

पढ़ें Hindi News ऑनलाइन और देखें Live TV News18 हिंदी की वेबसाइट पर. जानिए देश-विदेश और अपने प्रदेश, बॉलीवुड, खेल जगत, बिज़नेस से जुड़ी News in Hindi.

[ad_2]

Source link

]]>
https://indiatimes24x7.com/waiting-for-the-population-of-15-thousand-to-join-the-corporation-said-if-not-work-then-not-even-vote/feed/ 0
बिना दर्शन किए ऋषिकेश से वापस लौटे तीर्थयात्री, पर्यटन कारोबारियों का नुकसान https://indiatimes24x7.com/pilgrims-who-returned-from-rishikesh-without-seeing-the-loss-of-tourism-businessmen/ https://indiatimes24x7.com/pilgrims-who-returned-from-rishikesh-without-seeing-the-loss-of-tourism-businessmen/#respond Fri, 22 Oct 2021 04:17:58 +0000 https://indiatimes24x7.com/%e0%a4%ac%e0%a4%bf%e0%a4%a8%e0%a4%be-%e0%a4%a6%e0%a4%b0%e0%a5%8d%e0%a4%b6%e0%a4%a8-%e0%a4%95%e0%a4%bf%e0%a4%8f-%e0%a4%8b%e0%a4%b7%e0%a4%bf%e0%a4%95%e0%a5%87%e0%a4%b6-%e0%a4%b8%e0%a5%87-%e0%a4%b5/

[ad_1]

कई राज्यों के श्रद्धालु आए तो थे बाबा केदार और बद्रीनाथ के दर्शन करने, लेकिन अचानक दो दिनों तक हुई लगातार बारिश ने उनकी इस धार्मिक यात्रा पर पानी फेर दिया. रेड अलर्ट जारी होने के बाद चारधाम जाने के सभी रूट बंद कर दिए गए थे, जिस कारण कई यात्रियों को ऋषिकेश में ही ठहरना पड़ा था, लेकिन वापसी की ट्रेन होने या अन्य निजी कारणों के चलते काफी संख्या में श्रद्धालु बिना दर्शन किए ही वापस लौट गए. इस वजह से टूर एंड ट्रैवल्स वालों का भी काफी नुकसान हुआ है.

टूर ऑपरेटर ललित सक्सेना बताते हैं कि अचानक से हुई बारिश के कारण चार धाम जाने वाले मार्गों को बंद कर दिया गया था. जिस वजह से दो दिनों तक यात्रा बाधित रही. कुछ श्रद्धालु ऐसे भी थे, जिनके मन में डर बैठ गया. जिस कारण कई तीर्थयात्री वापस लौट गए.

अब मौसम साफ होने के बाद चार धामों के लिए यात्रा खोल दी गई है. जिसके बाद से श्रद्धालुओं ने एक बार फिर से अपनी यात्रा शुरू कर दी है. छत्तीसगढ़ से केदारनाथ जाने के लिए पहुंचे विनोद ने कहा कि बारिश की वजह से वे आगे नहीं जा पाए थे. उन लोगों को यहीं रहना पड़ा था, लेकिन उन्हें खुशी है कि अब यात्रा खुल गई है और वे लोग बाबा केदार के दर्शन कर पाएंगे.

पढ़ें Hindi News ऑनलाइन और देखें Live TV News18 हिंदी की वेबसाइट पर. जानिए देश-विदेश और अपने प्रदेश, बॉलीवुड, खेल जगत, बिज़नेस से जुड़ी News in Hindi.

[ad_2]

Source link

]]>
https://indiatimes24x7.com/pilgrims-who-returned-from-rishikesh-without-seeing-the-loss-of-tourism-businessmen/feed/ 0
ऋषिकेश: ई-रिक्शा के खिलाफ विक्रम-ऑटो चालकों का प्रदर्शन, बोले- मांगें नहीं मानी तो… https://indiatimes24x7.com/vikram-auto-drivers-demonstration-against-rishikesh-e-rickshaw-said-if-the-demands-are-not-accepted/ https://indiatimes24x7.com/vikram-auto-drivers-demonstration-against-rishikesh-e-rickshaw-said-if-the-demands-are-not-accepted/#respond Fri, 22 Oct 2021 04:11:00 +0000 https://indiatimes24x7.com/%e0%a4%8b%e0%a4%b7%e0%a4%bf%e0%a4%95%e0%a5%87%e0%a4%b6-%e0%a4%88-%e0%a4%b0%e0%a4%bf%e0%a4%95%e0%a5%8d%e0%a4%b6%e0%a4%be-%e0%a4%95%e0%a5%87-%e0%a4%96%e0%a4%bf%e0%a4%b2%e0%a4%be%e0%a4%ab-%e0%a4%b5/

[ad_1]

ऋषिकेश शहर में चल रहे ई-रिक्शा के खिलाफ विक्रम ऑटो और टैक्सी महासंघ ने जुलूस निकालकर प्रदर्शन किया. चालकों ने आधे दिन तक अपने-अपने वाहनों के पहिए भी जाम रखे. इस दौरान विक्रम ऑटो संचालकों ने एआरटीओ कार्यालय का घेराव कर ई-रिक्शा पर नियंत्रण रखने की मांग की. गुरुवार को सैकड़ों की संख्या में एकत्रित होकर विक्रम चालक जुलूस निकालते हुए एआरटीओ कार्यालय का घेराव करने पहुंचे. इस दौरान यूनियन के पदाधिकारियों ने एआरटीओ को ज्ञापन सौंपा, जिसमें आरोप लगाया कि ई-रिक्शा चालक नियम विरुद्ध हाईवे पर सवारियों को लेकर आवागमन कर रहे हैं. इस वजह से उनकी रोजी-रोटी पर असर पड़ रहा है. साथ ही शहर में जाम की स्थिति भी बन रही है.

गढ़वाल विक्रम टेंपो वेलफेयर एसोसिएशन के अध्यक्ष महंत विनय सारस्वत ने बताया कि वर्तमान समय में शहर के अंदर 1300 टेंपो और 700 ई-रिक्शा संचालित हो रहे हैं. यह शहर बहुत छोटा है. यहां पहले से ही सड़कों की स्थिति के अनुसार वाहनों की संख्या बहुत अधिक है. शहर में पार्किंग की व्यवस्था भी नहीं है.

टेंपो चालकों ने चेतावनी दी है कि अगर उनकी मांगों पर ध्यान नहीं दिया गया, तो वे उग्र आंदोलन करेंगे. मुख्य रूप से उनकी मांग वर्तमान समय में चल रहे ई-रिक्शा का रूट निर्धारित करने और भविष्य में नए ई-रिक्शा का पंजीकरण नहीं करने की है.

एआरटीओ अरविंद पांडे ने बताया कि ई-रिक्शा को भारत सरकार ने परमिट मुक्त रखा है. जिसकी वजह से वह किसी भी राज्य में टैक्स जमा कर किसी भी मार्ग पर आवागमन कर सकते हैं. रजिस्ट्रेशन रोकना और रूट निर्धारित करने का अधिकार केंद्र या राज्य सरकार के पास है.

वहीं योग नगरी ई-रिक्शा एसोसिएशन के अध्यक्ष संजय शर्मा ने कहा कि जाम और एक्सीडेंट शहर में बड़ी संख्या में चल रहे विक्रम और ऑटो के कारण होते हैं. ई-रिक्शा सस्ते दामों में लोगों को सुविधा मुहैया कराने के साथ-साथ पर्यावरण को भी सुरक्षित रखता है.

पढ़ें Hindi News ऑनलाइन और देखें Live TV News18 हिंदी की वेबसाइट पर. जानिए देश-विदेश और अपने प्रदेश, बॉलीवुड, खेल जगत, बिज़नेस से जुड़ी News in Hindi.

[ad_2]

Source link

]]>
https://indiatimes24x7.com/vikram-auto-drivers-demonstration-against-rishikesh-e-rickshaw-said-if-the-demands-are-not-accepted/feed/ 0
ऋषिकेश: AIIMS और IIT ने शुरू किया प्रोजेक्ट ‘उड़ान’, ग्रामीणों को मिलेगा इसका लाभ https://indiatimes24x7.com/rishikesh-aiims-and-iit-started-project-udan-villagers-will-get-its-benefit/ https://indiatimes24x7.com/rishikesh-aiims-and-iit-started-project-udan-villagers-will-get-its-benefit/#respond Tue, 19 Oct 2021 12:15:58 +0000 https://indiatimes24x7.com/%e0%a4%8b%e0%a4%b7%e0%a4%bf%e0%a4%95%e0%a5%87%e0%a4%b6-aiims-%e0%a4%94%e0%a4%b0-iit-%e0%a4%a8%e0%a5%87-%e0%a4%b6%e0%a5%81%e0%a4%b0%e0%a5%82-%e0%a4%95%e0%a4%bf%e0%a4%af%e0%a4%be-%e0%a4%aa%e0%a5%8d/

[ad_1]

इस

इस योजना को ‘उड़ान’ नाम दिया गया है.

उत्तराखंड में आज भी ऐसे कई गांव हैं, जो अस्पतालों और अन्य स्वास्थ्य सुविधाओं से कोसों दूर हैं.

ऋषिकेश स्थित अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMS) और IIT रुड़की ने प्रदेश के दुर्गम पर्वतीय क्षेत्रों के लोगों को घर बैठे इलाज मुहैया कराने के लिए एक पहल शुरू की है. जिसके तहत उड़ान प्रोजेक्ट का शुभारंभ किया गया है. इसके अंतर्गत ग्रामीण क्षेत्रों के मरीजों को फोन के माध्यम से ऋषिकेश एम्स के डॉक्टरों का परामर्श मिल सकेगा.

उत्तराखंड में आज भी ऐसे कई गांव हैं, जो अस्पतालों और अन्य स्वास्थ्य सुविधाओं से कोसों दूर हैं. ऐसे गांवों को चिह्नित कर सबसे पहले उस गांव में जाकर ग्रामीणों को टेली हेल्थ नंबर दिया जाएगा. इस नंबर पर फोन कर ग्रामीण डॉक्टरों से अपनी बीमारी का परामर्श ले सकेंगे.

AIIMS के सोशल आउटरीच सेल के नोडल अधिकारी डॉक्टर संतोष कुमार ने कहा कि उड़ान प्रोजेक्ट को गांव-गांव तक पहुंचाने की तैयारी हो चुकी है, जिसके लिए राज्य के दूरस्थ गांव को चयनित किया जा रहा है.

पढ़ें Hindi News ऑनलाइन और देखें Live TV News18 हिंदी की वेबसाइट पर. जानिए देश-विदेश और अपने प्रदेश, बॉलीवुड, खेल जगत, बिज़नेस से जुड़ी News in Hindi.

हमें FacebookTwitter, Instagram और Telegram पर फॉलो करें.



[ad_2]

Source link

]]>
https://indiatimes24x7.com/rishikesh-aiims-and-iit-started-project-udan-villagers-will-get-its-benefit/feed/ 0