गंगा नदी – India Times https://indiatimes24x7.com National News Portal Sun, 05 Sep 2021 15:13:10 +0000 en-US hourly 1 https://wordpress.org/?v=6.4.4 https://indiatimes24x7.com/wp-content/uploads/2021/12/cropped-india-times-24x7-1-32x32.png गंगा नदी – India Times https://indiatimes24x7.com 32 32 नोएडा से ऋषिकेश घूमने गए IT कंपनी के मैनेजर और सेंटर प्रमुख गंगा में डूबे, ऐसे हुआ हादसा https://indiatimes24x7.com/the-companys-manager-and-center-head-went-from-noida-to-rishikesh-to-visit-rishikesh-such-an-accident-happened-in-the-ganges/ https://indiatimes24x7.com/the-companys-manager-and-center-head-went-from-noida-to-rishikesh-to-visit-rishikesh-such-an-accident-happened-in-the-ganges/#respond Sun, 05 Sep 2021 13:36:56 +0000 https://indiatimes24x7.com/%e0%a4%a8%e0%a5%8b%e0%a4%8f%e0%a4%a1%e0%a4%be-%e0%a4%b8%e0%a5%87-%e0%a4%8b%e0%a4%b7%e0%a4%bf%e0%a4%95%e0%a5%87%e0%a4%b6-%e0%a4%98%e0%a5%82%e0%a4%ae%e0%a4%a8%e0%a5%87-%e0%a4%97%e0%a4%8f-it-%e0%a4%95/

[ad_1]

देहरादून. ऋषिकेश (Rishikesh) घूमने आए नोएडा के दो पर्यटक रविवार को गंगा नदी में डूब गए. एक अधिकारी ने यह जानकारी दी. अधिकारी ने बताया कि शनिवार सुबह मुनि की रेती क्षेत्र के रामझूला (Ramjhula) में हुई इस घटना के बाद जल पुलिस और राज्य आपदा प्रतिवादन बल (एसडीआरएफ) की टीमें उनकी तलाश के लिए बचाव एवं राहत अभियान चला रही हैं. उनका हालांकि अभी तक पता नहीं चल पाया है. एसडीआरएफ की डीप डाइविंग टीम के प्रभारी कवींद्र सजवाण (kavindra sajwan) ने बताया कि नोएडा की एक एंड्राइड एप बनाने वाली कंपनी में काम करने वाले अधिकारियों का एक समूह शनिवार को ऋषिकेश घूमने आया था. रविवार सुबह ये लोग रामझूला में दर्शन महाविद्यालय घाट पर गए थे. इसी दौरान इनमें शामिल कंपनी का सेंटर प्रमुख राहुल सिंह (33) पानी में हाथ धोने के लिए उतरा जहां उसके पैरों के नीचे की रेत अचानक धंस गई. इससे वह अपना संतुलन खो बैठा और गंगा में बहने लगा.

ऐसे में वहां मौजूद कंपनी का प्रबंधक भानुमूर्ति (33) राहुल को बचाने के लिए गंगा में उतरा लेकिन वह भी गंगा के तेज बहाव की चपेट में आकर बह गया.  कुछ दूर जाने के बाद दोनों गंगा के पानी में गायब हो गए.  सूचना मिलते ही एसडीआरएफ की एक टीम तुरंत मौके पर पहुंची और तलाश एवं बचाव अभियान शुरू किया. राफ्ट के साथ टीम कई किलोमीटर दूर तक तलाश करने गई लेकिन अब तक लापता व्यक्तियों का कोई सुराग नहीं मिल पाया है.

डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया
वहीं, बीते दिनों दिल्ली में तीन किशोर लड़कों की यमुना नदी में नहाने के दौरान डूबने से मौत हो गयी थी. पुलिस ने बताया था कि करावल नगर के समीर (16 वर्ष), पंकज (15 वर्ष) और सुमित (15 वर्ष) स्नान करने के दौरान नदी में डूब गये. अग्निशमन विभाग के अधिकारियों ने बताया कि उन्हें सुबह सात बजकर 40 मिनट पर सूचना मिली थी, जिसके बाद दमकल की दो गाड़ियां मौके पर भेजी गयीं. एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि गोताखोरों ने नदी से तीनों किशोरों को बाहर निकाला. इसके बाद उन्हें अस्पताल पहुंचाया गय,  लेकिन डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया.

(इनपुट- भाषा)

पढ़ें Hindi News ऑनलाइन और देखें Live TV News18 हिंदी की वेबसाइट पर. जानिए देश-विदेश और अपने प्रदेश, बॉलीवुड, खेल जगत, बिज़नेस से जुड़ी News in Hindi.

[ad_2]

Source link

]]>
https://indiatimes24x7.com/the-companys-manager-and-center-head-went-from-noida-to-rishikesh-to-visit-rishikesh-such-an-accident-happened-in-the-ganges/feed/ 0
उत्तराखंडः ऋषिकेश और हरिद्वार में खतरे के निशान पर पहुंची गंगा, अलर्ट जारी https://indiatimes24x7.com/%e0%a4%89%e0%a4%a4%e0%a5%8d%e0%a4%a4%e0%a4%b0%e0%a4%be%e0%a4%96%e0%a4%82%e0%a4%a1%e0%a4%83-%e0%a4%8b%e0%a4%b7%e0%a4%bf%e0%a4%95%e0%a5%87%e0%a4%b6-%e0%a4%94%e0%a4%b0-%e0%a4%b9%e0%a4%b0%e0%a4%bf/ https://indiatimes24x7.com/%e0%a4%89%e0%a4%a4%e0%a5%8d%e0%a4%a4%e0%a4%b0%e0%a4%be%e0%a4%96%e0%a4%82%e0%a4%a1%e0%a4%83-%e0%a4%8b%e0%a4%b7%e0%a4%bf%e0%a4%95%e0%a5%87%e0%a4%b6-%e0%a4%94%e0%a4%b0-%e0%a4%b9%e0%a4%b0%e0%a4%bf/#respond Sat, 19 Jun 2021 15:04:51 +0000 https://indiatimes24x7.com/?p=2321

[ad_1]

उत्तराखंड में हरिद्वार और ऋषिकेश में गंगा खतरे के निशान पर बह रही है. (Twitter)

उत्तराखंड में हरिद्वार और ऋषिकेश में गंगा खतरे के निशान पर बह रही है. (Twitter)

उत्तराखंड में मूसलाधार बारिश से नदियां उफान पर हैं. गंगा का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है. ऋषिकेश के घाट डूब गए हैं, इसमें लक्ष्मण झूला में गंगा घाट, त्रिवेणी घाट, मायाकुण्ड, चंद्रेश्वर नगर में पानी भर गया है.  

उत्तराखंड. उत्तराखंड में मानसून शुरुआत से ही खौफनाक रूप दिखा रहा है. कई घंटों से हो रही मूसलाधार बारिश से नदियां उफान पर हैं. केंद्रीय जल आयोग ने चेताया है कि ऋषिकेश और हरिद्वार में गंगा नदी खतरे के निशान से पर बह रही हैं. बारिश के चलते गंगा के जलस्तर में लगातार बढ़ोत्तरी हो रही है. इस कारण अलर्ट जारी किया गया है. गंगा के साथ ही गोरी, शारदा, अलकनंदा, मंदाकिनी और नंदाकिनी नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं. बदरीनाथ, रुद्रप्रयाग, पिथौरागढ़, अल्मोड़ा हाईवे सहित कई मार्ग बंद हैं.

पहाड़ों और मैदानी भागों में हो रही लगातार बारिश के कारण योगनगरी में गंगा का जलस्तर बढ़ गया. गंगा नदी खतरे के निशान से ऊपर बहने लगी. शनिवार शाम पांच तक गंगा का जलस्तर 340.50 मीटर दर्ज किया गया. केंद्रीय जल आयोग के कर्मचारियों ने बताया कि गंगा नदी वॉर्निंग लेवल 339.50 मीटर से डेंजर लेवल 340.50 के ऊपर नीचे बह रही थी. गंगा नदी में सिल्ट और लकड़ी की डाट बहकर आने से पशुलोक बैराज के सभी 15 गेट खोल दिए गए हैं. वहीं चीला शक्ति नहर में पानी न जाने से उत्पादन ठप हो गया है. यूजेवीएनएल (उत्तराखंड जल विद्युत निगम) की ओर से हर स्थिति पर नजर रखी जा रही है. परमार्थ निकेतन स्वर्गाश्रम, त्रिवेणी और लक्ष्मण झूला के लगभग सभी गंगा घाट डूब गए हैं. मायाकुण्ड, चंद्रेश्वर नगर में पानी भर गया है.

भूस्खलन की वजह से बंद हुआ ऋषिकेश-श्रीनगर हाईवेभारी बारिश की वजह से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है. टिहरी गढ़वाल में ब्यासी के पास नेशनल हाईवे-58 (ऋषिकेश-श्रीनगर हाईवे) भूस्खलन की वजह से बंद हो गया है. इतना ही नहीं, भूस्खलन के कारण पिथौरागढ़ राष्ट्रीय राजमार्ग पर घाट थाने के पास फंसे वाहन गए है. वहीं, चमोली जिले के गुलाबकोटी और कौड़िया के बीच बद्रीनाथ नेशनल हाईवे बंद हो गया है. स्वांला-धौन के पास मलबा आने से टनकपुर-पिथौरागढ़ हाईवे भी बंद है.

लोगों से नदी किनारे नहीं जाने की अपील

इधर, मुजफ्फरनगर में जिला प्रशासन ने लोगों को गंगा नदी के बढ़ रहे जलस्तर के मद्देनजर नदी के किनारे जाने से परहेज करने को कहा है. अधिकारियों ने यह जानकारी दी. उपजिलाधिकारी जयेंद्र कुमार ने बताया कि हरिद्वार में एक बराज से 3,75,000 क्यूसेक पानी छोड़े जाने के बाद लोगों से एहतियात के तौर पर नदी के निकट नहीं जाने की अपील की गई है. अधिकारियों ने बताया कि यहां नदी का जलस्तर बढ़ रहा है.





[ad_2]

Source link

]]>
https://indiatimes24x7.com/%e0%a4%89%e0%a4%a4%e0%a5%8d%e0%a4%a4%e0%a4%b0%e0%a4%be%e0%a4%96%e0%a4%82%e0%a4%a1%e0%a4%83-%e0%a4%8b%e0%a4%b7%e0%a4%bf%e0%a4%95%e0%a5%87%e0%a4%b6-%e0%a4%94%e0%a4%b0-%e0%a4%b9%e0%a4%b0%e0%a4%bf/feed/ 0
Ganga Saptami 2021: गंगा सप्तमी आज, पढ़ें मंत्र, आरती, पृथ्वी पर कैसे हुए गंगा, कथा से जानें https://indiatimes24x7.com/ganga-saptami-2021-%e0%a4%97%e0%a4%82%e0%a4%97%e0%a4%be-%e0%a4%b8%e0%a4%aa%e0%a5%8d%e0%a4%a4%e0%a4%ae%e0%a5%80-%e0%a4%86%e0%a4%9c-%e0%a4%aa%e0%a5%9d%e0%a5%87%e0%a4%82-%e0%a4%ae%e0%a4%82%e0%a4%a4/ https://indiatimes24x7.com/ganga-saptami-2021-%e0%a4%97%e0%a4%82%e0%a4%97%e0%a4%be-%e0%a4%b8%e0%a4%aa%e0%a5%8d%e0%a4%a4%e0%a4%ae%e0%a5%80-%e0%a4%86%e0%a4%9c-%e0%a4%aa%e0%a5%9d%e0%a5%87%e0%a4%82-%e0%a4%ae%e0%a4%82%e0%a4%a4/#respond Tue, 18 May 2021 02:53:37 +0000 https://indiatimes24x7.com/?p=1869

[ad_1]

Ganga Saptami 2021 Today Read Katha Chant Mantra and Aarti: आज 18 मई, मंगलवार को गंगा सप्तमी है. आज भक्त घर पर ही मां गंगा की पूजा अर्चना कर रहे हैं. पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, वैशाख शुक्ल सप्तमी के दिन ही परमपिता ब्रह्मा के कमंडल से पहली बार गंगा अवतरित हुई थीं. ऋषि भागीरथ की कठोर तपस्या से प्रसन्न होकर गंगा धरती पर आईं थीं. मान्यता है कि इस दिन पवित्र गंगा में डुबकी लगाने वाले भक्त के सारे पाप कर्मों का नाश होता है और मृत्यु के बाद उसे मोक्ष की प्राप्ति होती है. यूं तो कोरोना काल से पहले हर साल श्री गंगा सप्तमी के दिन पवित्र दिन गंगा तट पर भक्तों की भारी भीड़ जमा होती थी लेकिन इस बार लॉकडाउन के चलते लोग घर पर ही श्री गंगा सप्तमी मना रहे हैं. आइए जानते हैं श्री गंगा सप्तमी पर मां गंगा का मंत्र, आरती और कथा… मां गंगा का मंत्र : आज मां गंगा के मंत्र – ॐ नमो गंगायै विश्वरूपिण्यै नारायण्यै नमो नमः’ मंत्र का जाप करें. धरती पर गंगा के अवतरण की कथा:पौराणिक मान्यता के अनुसार, भगवान विष्णु के पैर में पैदा हुई पसीने की बूंद से मां गंगा का जन्म हुआ था. एक अन्य मान्यता है कि गंगा की उत्पत्ति परमपिता ब्रह्मा के कमंडल से हुई है. ऐसा भी जिक्र मिलता है कि आज के दिन ही राधा-कृष्ण रासलीला करते हुए एक दूसरे में इतना खो गए कि दोनों ने पानी का रूप ले लिया. इसी निर्मल जल को ब्रह्मा ने अपने कमंडल में धारण किया. यह भी पढ़ें: Chanakya Niti For Health: गिलोय है सबसे महत्वपूर्ण औषधि, स्वस्थ जीवन के लिए आचार्य चाणक्य ने बताईं ये बातें सर्वाधिक प्रचलित मान्यता है कि ऋषि भागीरथ ने राजा सागर के 60,000 बेटों के उद्धार के लिए, उन्हें कपिल मुनि के श्राप से मुक्ति दिलाने के लिए और धरती वासियों की प्यास बुझाने के लिए कई सालों तक गंगा की तपस्या की. भागीरथ की तपस्या से प्रसन्न होकर मां गंगा ने पृथ्वी पर आना स्वीकार किया.
लेकिन जब धरती ने गंगा के अवतरण की बात सुनी वो गंगा के वेग के बारे में सोचकर वो डर से कांपने लगी. इसपर भागीरथ ने भगवान शिव से प्रार्थना की कि कृपा कर गंगा का वेग कम करें जिससे कि धरती को कोई नुकसान न हो. तब गंगा सप्तमी के दिन ही गंगा शिव की जटा में समाईं और उनका वेग कुछ कम हुआ. इसके बाद भगवान शिव की जटा से होते हुए मां गंगा धरती लोक में अवतरित हुईं. गंगा आरती: ॐ जय गंगे माता, मैया जय गंगे माता। जो नर तुमको ध्याता, मनवांछित फल पाता, ॐ जय गंगे माता, मैया जय गंगे माता। चंद्र सी ज्योति तुम्हारी, जल निर्मल आता। शरण पड़े जो तेरी, सो नर तर जाता। ॐ जय गंगे माता, मैया जय गंगे माता। पुत्र सगर के तारे, सब जग को ज्ञाता। कृपा दृष्टि हो तुम्हारी, त्रिभुवन सुख दाता। ॐ जय गंगे माता, मैया जय गंगे माता। एक बार जो प्राणी, शरण तेरी आता। यम की त्रास मिटाकर, परमगति पाता। ॐ जय गंगे माता, मैया जय गंगे माता। आरति मातु तुम्हारी, जो नर नित गाता। सेवक वही सहज में, मुक्ति को पाता। ॐ जय गंगे माता, मैया जय गंगे माता। (Disclaimer: इस लेख में दी गई जानकारियां और सूचनाएं मान्यताओं पर आधारित हैं. Hindi news18 इनकी पुष्टि नहीं करता है. इन पर अमल करने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से संपर्क करें.)

[ad_2]

Source link

]]>
https://indiatimes24x7.com/ganga-saptami-2021-%e0%a4%97%e0%a4%82%e0%a4%97%e0%a4%be-%e0%a4%b8%e0%a4%aa%e0%a5%8d%e0%a4%a4%e0%a4%ae%e0%a5%80-%e0%a4%86%e0%a4%9c-%e0%a4%aa%e0%a5%9d%e0%a5%87%e0%a4%82-%e0%a4%ae%e0%a4%82%e0%a4%a4/feed/ 0