Kumbh 2021: कद्रू-विनता की शर्त से जुड़ा है कुंभ का रहस्य, कथा से जानें
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कद्रू-विनता की शर्त से जुड़ा है कुंभ का रहस्य, जानें
Mythology Of Kumbh- Kumbh 2021: . आइए जानते हैं कौन थीं कद्रू विनता और क्या है कुंभ का रहस्य…
कुंभ का रहस्य:
पौराणिक कथाओं के अनुसार, ऋषि कश्यप की कद्रू व विनता नाम की दो पत्नियां थीं. कद्रू सर्पों की माता थी व विनता गरुड़ की. एक बार कद्रू व विनता ने एक सफेद रंग का घोड़ा देखा और शर्त लगाई. विनता ने कहा कि ये घोड़ा पूरी तरह सफेद है और कद्रू ने कहा कि घोड़ा तो सफेद हैं, लेकिन इसकी पूंछ काली है.
कद्रू ने अपनी बात को सही साबित करने के लिए अपने नाग पुत्रों से कहा कि तुम सभी सूक्ष्म रूप में जाकर घोड़े की पूंछ से चिपक जाओ, जिससे उसकी पूंछ काली दिखाई दे और मैं शर्त जीत जाऊं. कद्रू के पुत्र थे नागराज वासु और विनता के पुत्र थे वैनतेय गरुड़. कद्रू ने अपने नागवंशों को प्रेरित करके उनके कालेपन से सूर्य के अश्वों को ढक दिया फलतः विनता हार गई.दासी के रूप में अपने को असहाय संकट से छुड़ाने के लिए विनता ने अपने पुत्र गरुड़ से कहा, तो उन्होंने पूछा कि ऐसा कैसे हो सकता है. कद्रू ने शर्त रखी कि नागलोक से वासुकि-रक्षित अमृत-कुंभ जब भी कोई ला देगा, मैं उसे दासत्व से मुक्ति दे दूंगी. विनता ने अपने पुत्र को यह दायित्व सौंपा जिसमें वे सफल हुए.
गरुड़ अमृत कलश को लेकर भू-लोक होते हुए अपने पिता कश्यप मुनि के उत्तराखंड में गंधमादन पर्वत पर स्थित आश्रम के लिए चल पड़े. उधर, वासुकि ने इन्द्र को सूचना दे दी. इन्द्र ने गरुड़ पर 4 बार आक्रमण किया और चारों प्रसिद्ध स्थानों पर कुंभ का अमृत छलका जिससे कुंभ पर्व की धारणा उत्पन्न हुई. Disclaimer: इस लेख में दी गई जानकारियां और सूचनाएं सामान्य जानकारी पर आधारित हैं. Hindi news18 इनकी पुष्टि नहीं करता है. इन पर अमल करने से पहले संबधित विशेषज्ञ से संपर्क करें)
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