Haridwar Kumbh 2021: हाईकोर्ट ने पलटा तीरथ सरकार का फैसला, अब कुंभ आने के लिए कोरोना टेस्ट रिपोर्ट जरूरी
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कुंभ मेले में आने वाले लोगों के लिए कोरोना टेस्ट रिपोर्ट अनिवार्य कर दी गई है. (File)
देश भर में कोरोना वायरस (Corona Virus) के मामले फिर से बढ़ने का असर उत्तराखंड (Uttarakhand) के हरिद्वार (Haridwar) में चल रहे कुंभ पर भी दिखने लगा है.
कोर्ट ने अपने आदेश में कहा है कि महिलाओं के स्नान घाट में सरकार सुनिश्चित करें कि कोई वीडियो या फोटोग्राफी ना हो. बुधवार को कोर्ट में सरकार ने कुम्भ क्षेत्र के निरीक्षण की रिपोर्ट पेश की जिस पर कोर्ट ने सुधार करने की आवश्यकता बताई है, आपको बता दें कि दुष्यंत मैनाली और सचिदानंद डबराल ने जनहित याचिका दाखिल कर कोरोना की रोकथाम की मांग की है, जिस पर हाईकोर्ट सुनवाई कर रहा है. कोर्ट ने मॉनिटरिंग के लिए सभी जिलों में जिला निगरानी कमेटी का गठन किया है तो हाई कोर्ट कुम्भ को लेकर चिंतित भी है.
सीएम रावत ने बदला था पूर्व सीएम का फैसलाबता दें कि उत्तराखंड में इसी महीने कुंभ का मेला शुरू हुआ है. पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत की ओर से पहले कुंभ में आने वाले लोगों के लिए सख्ती का ऐलान किया गया था और RT-PCR नेगेटिव रिपोर्ट को अनिवार्य किया गया था. हालांकि, जब तीरथ सिंह रावत ने मुख्यमंत्री पद की कमान संभाली तो उन्होंने साफ कहा कि कुंभ में कोई पाबंदी नहीं होगी. तीरथ सिंह रावत ने कोरोना की निगेटिव रिपोर्ट की पाबंदी को भी हटा दिया था. इस फैसले की काफी निंदा हुई थी. बता दें कि बीते कुछ दिनों में कोरोना वायरस के मामलों में बढ़ोतरी हुई है. उत्तराखंड में भी इसका असर दिखा है. सामान्य दिनों में जहां राज्य में कोरोना के नए मामले 50 से कम आ रहे थे, वहीं अब ये संख्या प्रति दिन 100 केस के करीब पहुंच गई है. राज्य में अब कोरोना के करीब 1000 एक्टिव केस हैं.
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