Haridwar Kumbh 2021: मेले में दिख रहीं अनूठी साधनाएं, 25 साल से एक पैर पर खड़े हैं बाबा खड़ेश्वरी
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हरिद्वार कुंभ में खडेश्वरी बाबा इन दिनों अपनी साधना से लोगों का ध्यान अपनी ओर खींच रहे हैं.
कुंभ नगरी हरिद्वार (Kumbh City Haridwar) में साधु संत विश्व के सबसे बड़े धार्मिक आयोजन में पहुंचे हुए हैं. यहां साधु-संतों की आराधना करने का तरीका लोगों को अपनी ओर आकर्षित करता है. यहां एक बाबा है खड़ेश्वरी, जो 25 साल से एक ही पैग पर खड़े हैं.
ऐसे ही एक हठयोगी संत है खड़ेश्वरी महाराज, जो 25 साल से न केवल एक पैर पर खड़े हैं बल्कि मौन भी हैं. 25 सालों से आज तक ये खड़ेश्वरी महाराज खाने पीने और सोने से लेकर सभी नित्य क्रियाएं खड़े होकर ही करते आ रहे हैं. खड़ेश्वरी महाराज के साथ हमेशा उनके दो शिष्य रहते हैं.
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वैसे तो खड़ेश्वरी महाराज का असली नाम विद्या गिरी महाराज है, लेकिन अपने इस हठयोग के कारण वे खड़ेश्वरी महाराज के नाम से विख्यात हो गए. खड़ेश्वरी महाराज ने हरिद्वार महाकुंभ मेले की शुरुआत में ही बैरागी कैम्प स्थित शिव मंदिर के पास अपनी कुटिया बनाई है और इसी कुटिया में ये दिन रात केवल खड़े ही रहते हैं.खड़ेश्वरी महाराज किसी से बात नहीं करते केवल इशारों से ही समझाते हैं. खड़ेश्वरी महाराज के सहयोगी संत आलोक गिरी बताते हैं कि मानव जाति के कल्याण और विश्व शांति के लिए ही संत ने यह हठयोग अपनाया है. जहां कहीं भी कुम्भ मेले का आयोजन होता है खड़ेश्वरी महाराज वहां जरूर जाते हैं. वैसे सामान्य दिनों में दिल्ली में यमुना नदी के किनारे करोलबाग में निवास करते हैं.
वहीं हरिद्वार में महाकुंभ मेले में कोरोना संक्रमण फैलने का खतरा भी बढ़ता जा रहा है. इसलिए भीड़ को नियंत्रित करने के साथ ही प्रशासन कोविड नियमों का सख्ती से पालन करने पर ध्यान दे रहा है. इस बड़े खतरे को भांपते हुए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने उत्तराखंड सरकार को आगाह किया है. केंद्र सरकार में स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने उत्तराखंड के चीफ सेक्रेटरी को रविवार को चिट्ठी लिखकर सचेत किया कि हरिद्वार कुंभ में कोरोना संक्रमण का खतरा बढ़ सकता है.
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