उत्तराखंड

Haridwar Kumbh: और कड़े हुए नियम, स्थानीय लोगों के लिए भी कोविड निगेटिव रिपोर्ट जरूरी

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अब एक बार फिर कुंभ की व्यवस्थाओं को लेकर अधिकारियों में हड़कंप मचा है.

अब एक बार फिर कुंभ की व्यवस्थाओं को लेकर अधिकारियों में हड़कंप मचा है.

अब न सिर्फ अन्य राज्यों से आने वाले श्रद्धालुओं, बल्कि स्नान पर्व पर आने वाले स्थानीय लोगों के लिए भी कोविड की नेगेटिव रिपोर्ट लाना अनिवार्य होगा. अब एक बार फिर कुंभ की व्यवस्थाओं को लेकर अधिकारियों में हड़कंप मचा है.

हरिद्वार. महाकुंभ पर मंडरा रहे कोरोना संक्रमण के खतरे के मद्देनजर उत्तराखंड सरकार ने केंद्र की एसओपी और हाईकोर्ट के कड़े रुख के बाद उत्तराखंड शासन ने यू टर्न ले लिया है. कल तक महाकुंभ में आने के लिए सारी बंदिशें खत्म करने के सरकार के मुखिया के ऐलान पर हां में हां मिला रहे अधिकारी अब एसओपी का कड़ाई से पालन कराने की बात कह रहे हैं. इसी के तहत अब न सिर्फ अन्य राज्यों से आने वाले श्रद्धालुओं, बल्कि स्नान पर्व पर आने वाले स्थानीय लोगों के लिए भी कोविड की नेगेटिव रिपोर्ट लाना अनिवार्य होगा. इसके साथ ही बाहरी राज्यों से आने वाले श्रद्धालुओं को कुंभ की वेबसाइट पर रजिस्ट्रेशन भी कराना होगा. मुख्य सचिव ओमप्रकाश का कहना है कि केंद्र की गाइड लाइन का शत प्रतिशत पालन कराया जाएगा. दूसरी ओर मुख्य सचिव ओमप्रकाश कल खुद हरिद्वार जाकर अधिकारियों के साथ वहां अगले 3 दिन तक कैंप करेंगे. इस दौरान सीएस कुंभ कार्यों का निरीक्षण करेंगे. निरीक्षण के दौरान हरिद्वार, टिहरी, पौड़ी और देहरादून के डीएम भी मौजूद रहेंगे.

दरअसल, कुंभ में कोविड नियमों का पालन और निर्माण कार्यों की आधी अधूरी तैयारियों को लेकर एक याचिका का संज्ञान लेते हुए हाईकोर्ट ने जिला मजिस्ट्रेट हरिद्वार, जिला जज हरिद्वार, कुंभ मेला अधिकारी, मुख्य स्थाई अधिवक्ता और याचिकाकर्ता के अधिवक्ता समेत पांच लोगों की एक कमेटी बनाई थी. इस कमेटी ने अपने निरीक्षण में कुम्भ मेला कार्यों खासकर ऋषिकेश, मुनि की रेती आदि क्षेत्रों में निर्माण कार्यों में कई खामियां पाई थी. इस पर सुनवाई करते हुए हाईकोर्ट ने चीफ सेक्रेटरी को मेला क्षेत्र में कैम्प कर व्यवस्थाओं का जायजा लेने और रिपोर्ट हाईकोर्ट में सबमिट करने के निर्देश दिए हैं.

बहरहाल, अब एक बार फिर कुंभ की व्यवस्थाओं को लेकर अधिकारियों में हड़कंप मचा है. कुंभ में अभी 3 बड़े स्नान अप्रैल में होने हैं. इन स्नानों में लाखों की भीड़ को मैनेज करना, प्रत्येक श्रद्धालु को कोविड नेगेटिव रिपोर्ट चेक करना एक बड़ी चुनौती होगी. स्थानीय के साथ ही बाहर से आने वाले उन लाखों श्रद्धालुओं का क्या होगा, जो बिना कोविड नेगेटिव रिपोर्ट के हरिद्वार पहुंचेंगे. हालांकि, शासकीय प्रवक्ता सुबोध उनियाल का कहना है कि कुंभ में मैन पावर की कोई कमी नहीं होगी. हरिद्वार आने वाले सभी बॉर्डर पर कोविड-19 टेस्ट की सुविधा श्रद्धालुओं को दी जाएगी.







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