Glacier Burst: लखीमपुर खीरी के 57 में से 34 लोग अभी भी लापता, बाकी सुरक्षित
चमोली। उत्तराखंड के चमोली में ग्लेशियर विस्फोट के बाद आई तबाही से अभी भी जनजीवन अस्त-व्यस्त है। एनडीआरएफ और सेना के जवान अभी भी रेस्क्यू ऑपरेशन चला रहे हैं, क्योंकि बहुत से लोग अभी लापता हैं। ऐसे में रेस्क्यू टीम को आश है कि ऑपरेशन के माध्यम से अधिक से अधिक जिंदगियां बचाई जाए। वहीं, अब मलबे में दबे हुए शव भी धीरे-धीरे मिलने लगे हैं। बुधवार सुबह 33 शव मिले हैं। उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी स्थित निघासन के तहसीलदार धर्मेंद्र पांडे ने कहा कि हमारे यहां से कुल 57 लोग चमोली में थे। हमें जानकारी मिली है कि घटना के बाद 34 लोग लापता हैं। शेष सुरक्षित हैं और संपर्क में हैं। उन्होंने कहा कि हमें कल पीड़ितों में से एक का शव मिला था।
वहीं, कुछ देर पहले खबर सामने आई थी कि बुधवार सुबह तक 33 शव अलग-अलग जगह से बरामद किये गए हैं। आठ मृतकों की शिनाख्त हो पाई है जिसमें से कई उत्तर प्रदेश के हैं। राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र के अनुसार, कुल 206 लोग हादसे का शिकार हुए हैं। 173 लोग अभी भी लापता हैं। इनमें से ज्यादातर दो हाइड्रो पॉवर प्रोजेक्ट्स में काम करने वाले कर्मचारी हैं। प्रभावितों में उत्तराखंड समेत उत्तर प्रदेश, झारखण्ड, आंध्र प्रदेश और पंजाब के निवासी शामिल हैं। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राज्य के तीन मंत्रियों की टीम उत्तराखंड भेजी हुई है, जो अफसरों के साथ कोर्डिनेट करके यूपी के लापता लोगों की जानकारी ले रहे हैं।
कर्मचारी काल के गाल में समा गए
अब इस बीच हादसे से जुड़ा एक नया वीडियो सामने आया है, जो रौंगटे खड़े करने वाला है। वीडियो घटना के समय किसी स्थानीय व्यक्ति ने बनाया है। वीडियो में साफ़ दिख रहा है कैसे तेज बहाव के साथ आते पानी और गाद ने तपोवन प्रोजेक्ट से जुड़े कर्मचारी अपने को बचाने की कोशिश कर रहे हैं। लेकिन प्रकृति के आगे वो आंखिरकार हार गए। और देखते ही ही देखते बैराज पर चढ़े कर्मचारी काल के गाल में समा गए।