Dehradun News: तो क्या उत्तराखंड को फिर मिलेगा नया मुख्यमंत्री? तीरथ सिंह रावत को छोड़नी होगी कुर्सी?
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उत्तराखंड के मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत
Uttarakhand Politics : उत्तराखंड के विधानसभा चुनावों में साल भर का समय भी नहीं है. चुनावी कवायदें जारी हैं और भाजपा व कांग्रेस दोनों ही तैयारी मोड में हैं. इस बीच, कांग्रेस ने दावा करते हुए तर्क दिया है कि एक बार फिर राज्य में सीएम बदला जाएगा.
देहरादून. उत्तराखंड में क्या एक बार फिर मुख्यमंत्री को बदलने की नौबत आ सकती है? इस सवाल को उठाते हुए कांग्रेस ने ऐसी आशंका जताते हुए कहा कि उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पद पर तीरथ सिंह रावत का बने रहना संवैधानिक रूप से जायज़ नहीं हो सकेगा. उत्तराखंड की पूर्व सरकार में मंत्री रहे कांग्रेस नेता नवप्रभात ने संविधान का हवाला देते हुए कहा है कि उत्तराखंड में एक बार फिर नेतृत्व बदले जाने के हालात बनेंगे ही क्योंकि मुख्यमंत्री के पद पर बने रहने के लिए रावत आधिकारिक तौर पर योग्य नहीं हैं.
नवप्रभात ने सोमवार को समाचार एजेंसी एएनआई से कहा, ‘उत्तराखंड में एक संवैधानिक संकट खड़ा हो रहा है. वर्तमान मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत चूंकि विधायक नहीं हैं, इसलिए उनका सीएम बने रहना संभव नहीं है. छह महीने का समय पूरा होने यानी 9 सितंबर के बाद सीएम बने रहने के लिए रावत को विधायक होना ज़रूरी होगा, लेकिन जनप्रतिनिधित्व एक्ट के सेक्शन 151ए के तहत उपचुनाव अभी नहीं करवाये जा सकते क्योंकि विधानसभा चुनाव में अब एक साल से भी कम समय शेष रह गया है.
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कांग्रेस नेता नवप्रभात ने संवैधानिक संकट होने संबंधी दावा किया.
दो विधानसभा सीटें अभी खाली हैं
कांग्रेस नेता का कहना है कि विधायकों की मृत्यु की वजह से वर्तमान में गंगोत्री और हल्द्ववानी दो विधानसभा सीटें खाली हैं. लेकिन, नवप्रभात के मुताबिक, ‘चूंकि मार्च 2022 में विधानसभा का कार्यकाल पूरा होगा यानी अब चुनाव में नौ महीने ही शेष है, तो उपचुनाव नहीं हो सकेगा. ऐसे में 9 सितंबर के बाद तीरथ सिंह रावत को मुख्यमंत्री पद पर रहने की इजाज़त संविधान नहीं देगा. उत्तराखंड में एक बार फिर नया मुख्यमंत्री बनाना ही पड़ेगा.’ बता दें कि इसी साल मार्च के महीने में तीरथ सिंह रावत ने मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी, जो कि गढ़वाल से भाजपा सांसद थे. उन्होंने राज्य भाजपा इकाई में पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के खिलाफ बने असंतोष के बाद पद संभाला था.
दो विधानसभा सीटें अभी खाली हैं
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