COVID-19 का खतरा: उत्तराखंड में नेशनल पार्क, वाइल्ड लाइफ सेंचुरी, Zoo 15 मई तक बंद
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नैनीताल और देहरादून के दो बड़े जू को 15 मई तक बंद कर दिया गया है. (File)
Dehradun News: नेहरू जूलॉजिकल पार्क, हैदराबाद में आठ शेरों के कोविड पॉजीटिव (COVID- 19) पाए जाने के बाद नेशनल वाइल्ड लाइफ डिवीजन और नेशनल टाइगर कंजर्वेशन अथॉरिटी ने सभी राज्यों को 30 अप्रैल को ही अलर्ट जारी कर दिया था.
देहरादून. उत्तराखंड (Uttarakhand) वाइल्ड लाइफ डिपार्टमेंट ने भी हाई अलर्ट (High Alert) घोषित कर दिया है. उत्तराखंड के नैनीताल (Nainital) और देहरादून में स्थित राज्य के दो बड़े जू को भी 15 मई तक टूरिस्ट एक्टिविटी (Tourist Activity) के लिए बंद कर दिया गया है. इसके अलावा राजाजी टाइगर रिजर्व के चीला स्थिति हाथी कैंप को भी अलर्ट कर दिया गया है. यहां छह फालतू हाथी हैं. नैनीताल में जू में तीन टाइगर तो देहरादून जू में दो लेपर्ड मौजूद हैं. इसके अलावा बड़ी संख्या में अन्य पशु-पक्षी भी हैं. जू स्टॉफ को कोविड का पूरा प्रोटोकॉल फोलो करने को कहा गया है. उत्तराखंड के चीफ वाइल्ड लाइफ वार्डन जेएस सुहाग द्वारा जारी आदेश में कहा गया है कि 15 मई के बाद तात्कालिक परिस्थितियों की समीक्षा कर आगे का निर्णय लिया जाएगा. उन्होंने कहा कि जिस तरह से कोविड का संक्रमण तेजी के साथ फैल रहा है. उससे वायरस कभी भी इंसानों से जानवरों में फैल सकता है. कर्मचारियों को दिए गए सख्त निर्देश आदेश में जू में या जानवरों के बाड़े के आसपास आवश्यक कर्मचारियों को ही तैनात करने के निर्देश दिए गए हैं. सभी कर्मचारियों का जो वाइल्ड लाइफ के संपर्क में हैं, कोविड टेस्ट अनिवार्य कर दिया गया है. आदेश में कहा गया है कि यदि संभव हो तो जानवरों को दिया जाने वाला मांस भी कोविड-19 टेस्टेड होना चाहिए. यदि किसी वाइल्ड लाइफ की मौत होती है, तो उसका पोस्टमार्टम कराकर उसका नमूना कोविड-19 की जांच के लिए भेजना होगा.ये भी पढ़ें: बड़ी खबर: दिल्ली में प्राइवेट एंबुलेंस का किराया फिक्स, मुनाफाखोरों पर होगी सख्त कार्रवाई चीफ वाइल्ड लाइफ वार्डन के एक अन्य आदेश के तहत उत्तराखंड के सभी नेशनल पार्क, वाइल्ड लाइफ सेंचुरी और अन्य रिजर्व एरिया को भी पर्यटकों के लिए 15 मई तक बंद कर दिया गया है. उत्तराखंड में कार्बेट और राजाजी टाइगर रिजर्व जैसे मशहूर नेशनल पार्क हैं. जहां हर साल लाखों की संख्या में सैलानी वाइल्ड लाइफ को देखने आते हैं. इससे जहां पार्क की इनकम होती है, वहीं पार्क की सुरक्षा में लगे कई दैनिक कर्मचारियों की रोजी रोटी भी इससे जुड़ी होती है.
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