Corona का डर: 20 दिन तक सड़ती रहीं अपनों की लाशें, देखना भी नहीं चाहते थे परिजन
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उत्तराखंड में कोरोना संक्रमण करीब-करीब बेकाबू हो गया है.
Corona का डर: उत्तराखंड के हल्द्वानी में कोरोना वायरस बेकाबू है. यहां स्थिति बदतर होती जा रही है. जिला अस्पताल में 7 लाशें बीस दिनों तक सड़ती रहीं. परिजन इन लाशों को लेने के लिए तैयार नहीं हुए.
- Last Updated:
May 1, 2021, 2:11 PM IST
देहरादून. उत्तराखंड के हल्द्वानी से अजीबो-गरीब खबर आ रही है. यहां के सुशीला तिवारी राजकीय चिकित्सालय में कोरोना संक्रमित ऐसे 7 शव पड़े हुए थे, जिन्हें करीब 20 दिन से कोई लेने नहीं आया था. इस वजह से सारे शव सड़ गए थे. SDRF की टीम ने 7 शवों का कोरोना प्रोटोकॉल के तहत अंतिम संस्कार करा दिया है. SDRF डीआईजी रिद्विम अग्रवाल ने बताया कि इन शवों को परिजनों ने लेने से साफ-साफ इनकार कर दिया. इनकी हालत बहुत बुरी हो गई थी. उन्होंने बताया कि जब शव बहुत दिनों तक कोई लेने नहीं आया तो SDRF के इंस्पेक्टर गजेंद्र परवाल ने टीम के साथ सभी शवों का अंतिम संस्कार कर दिया. आखिरी वक्त में लकड़ी नहीं देना चाहते परिजन बिल्कुल ऐसे ही हालात उत्तरकाशी में भी दिखाई दिए. यहां भी SDRF जवानों ने ऐसे तीन शवों का अंतिम संस्कार किया, जिन्हें परिजनों ने लेने से इनकार कर दिया. परिजनों ने अंतिम समय में एक लकड़ी देने की भी जहमत नहीं उठाई. अग्रवाल बताती हैं कि हमने हर जिले में SDRF के एक-एक सब इंस्पेक्टर को नोडल अफसर बना दिया है. जिले के डीएम, सीएमओ, एसपी को नोडल अफसर का नाम, मोबाइल नंबर भेज दिया गया है. ताकि, किसी भी हॉस्पिटल में इस तरह के केस सामने आते हैं, तो नोडल अधिकारी को इसकी सूचना देकर शवों का डिस्पोजल किया जा सके.घर-घर जाकर किट पहुंचा रहे जवान अग्रवाल ने बताया कि होम आईसोलेशन का जिम्मा भी SDRF को सौंपा गया है. उत्तराखंड में 55 हजार से अधिक कोविड के एक्टिव केस हैं. इनमें से अधिकांश होम आईसोलेशन में हैं. ऐसे में हर पेशेंट को घर पर किट पहुंचाना चैलेंजिंग है. SDRF के जवान घर-घर जाकर होम आईसोलेशन में रह रहे लोगों को कोरोना किट बांट रहे हैं. इस किट में दवाईयां और आवश्यक एडवायजरी होती है. SDRF ने इस तरह की है प्लानिंग
डीआईजी रिद्विम अग्रवाल बताती हैं देहरादून को आठ जोन में बांटा गया है. नगर क्षेत्र में SDRF तो गांव में आंगनबाड़ी और आशा वर्कर्स होम आईसोलेशन किट बांट रही हैं. SDRF ने नगर क्षेत्र में आठ टीमें बनाई हैं, जो दो शिप्ट में काम करती हैं. प्रयास रहता है कि चौबीस घंटे के अंदर-अंदर पेशेंट को किट मिल जाए. हरिद्वार और ऊधमसिंहनगर जिलों में SDRF ने जोमेटो से टाईअप किया है. यहां एसडीआरएफ के जवान जोमेटो के साथ मिलकर कोरोना किट बांट रहे हैं.
डीआईजी रिद्विम अग्रवाल बताती हैं देहरादून को आठ जोन में बांटा गया है. नगर क्षेत्र में SDRF तो गांव में आंगनबाड़ी और आशा वर्कर्स होम आईसोलेशन किट बांट रही हैं. SDRF ने नगर क्षेत्र में आठ टीमें बनाई हैं, जो दो शिप्ट में काम करती हैं. प्रयास रहता है कि चौबीस घंटे के अंदर-अंदर पेशेंट को किट मिल जाए. हरिद्वार और ऊधमसिंहनगर जिलों में SDRF ने जोमेटो से टाईअप किया है. यहां एसडीआरएफ के जवान जोमेटो के साथ मिलकर कोरोना किट बांट रहे हैं.
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