Chamoli Disaster: आपदा के 14 दिन, 65 शव बरामद, 142 अभी भी लापता
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डिसेल्टिंग चेंबर में 100 से अधिक लोगों के दबे होने की आशंका है.
Chamoli Disaster: चमोली आपदा के 14 दिन बाद भी 142 लोग लापता हैं. अब तक 65 शव बरामद किए जा चुके हैं. 34 लोगों की शिनाख्त हो चुकी है. 3़1 शवों की पहचान नहीं हो पाई है. तपोवन साइट पर टनल से अभी तक 13 शव बरामद किए जा चुके हैं.
180 मीटर की इस टनल को 145 मीटर तक साफ कर लिया गया. यहां लगातार मलबे के स्लग के रूप में होने और बैकफ्लो के कारण ऑपरेशन में दिक्कतें हो रही हैं. टनल से पानी को निकालने के लिए पंप लगाए गए हैं. पहले पानी की निकासी की जा रही है और फिर टनल में मलबा हटाने का काम किया जा रहा है. यहां एनडीआरएफ और टनल में खुदाई का काम कर रहे हिंदुस्तान कंस्ट्रक्शन कंपनी के कर्मचारियों को बड़ी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. दूसरी ओर टनल से लगे डिसेल्टिंग चैंबर में भरे स्लग को भी पंप के जरिए निकालने का काम शुरू किया गया है. डिसेल्टिंग चेंबर में 100 से अधिक लोगों के दबे होने की आशंका है लेकिन यहां पंद्रह से बीस मीटर तक मलबा भरा पड़ा है. जब तक मलबा सूख नहीं जाता यहां जेसीबी मशीन भी नहीं डाली जा सकती.
एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमें भी धौलीगंगा के किनारों पर सर्च ऑपरेशन भी चला रही हैं. यहां शवों के बहकर आने की संभावना है. दूसरी ओर धौलीगंगा के टॉप पर पेंग गांव से लगे क्षेत्र में बनी झील की भी राज्य सरकार लगातार मॉनीटरिंग कर रही है. शुक्रवार को एयर फोर्स के चौपर के जरिये यहां निदेशक जीएसआई, वाडिया इंस्टीयूट के दो जियोलॉजिस्ट, एक साइंटिस्ट और एसडीआरएफ के दो जवानों को मौके के लिए भेजा गया. ये टीम शनिवार को झील का निरीक्षण करने के साथ ही उसकी स्टडी भी करेगी.
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