पंजाब में बाढ़ से भारी तबाही: अब तक 51 मौतें, पीएम मोदी करेंगे हवाई सर्वेक्षण
चंडीगढ़/गुरदासपुर: पंजाब इस समय भीषण बाढ़ की मार झेल रहा है। राज्य के 15 जिलों में बाढ़ ने अब तक 51 लोगों की जान ले ली है, जबकि 3.87 लाख से अधिक लोग और 4.56 लाख एकड़ फसल प्रभावित हुई है। राज्य सरकार ने केंद्र को नुकसान की अंतरिम रिपोर्ट भेज दी है और जल्द ही अंतिम रिपोर्ट सौंपे जाने की तैयारी चल रही है।
राज्य सरकार ने बाढ़ पीड़ितों की सहायता के लिए केंद्र सरकार से 20,000 करोड़ रुपये के राहत पैकेज की मांग की है। साथ ही, पंजाब का 60,000 करोड़ रुपये का लंबित बकाया भी जारी करने की अपील की गई है ताकि आपदा से जूझ रहे लोगों को तत्काल राहत पहुंचाई जा सके।
प्रधानमंत्री मोदी का दौरा आज
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंगलवार को पंजाब के दौरे पर पहुंच रहे हैं, जहां वे दोपहर करीब तीन बजे बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का हवाई सर्वेक्षण करेंगे। इसके बाद वे गुरदासपुर में वरिष्ठ अधिकारियों के साथ स्थिति की समीक्षा करेंगे और एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और स्थानीय राहत दलों से बातचीत करेंगे।
प्रधानमंत्री ने कहा कि “संकट की इस घड़ी में केंद्र सरकार पंजाब के लोगों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ी है।” प्रधानमंत्री हिमाचल प्रदेश के बाढ़ और भूस्खलन प्रभावित क्षेत्रों का भी दौरा करेंगे।
मुख्यमंत्री ने जताई राहत पैकेज की उम्मीद
मुख्यमंत्री भगवंत मान ने प्रधानमंत्री के दौरे का स्वागत किया, हालांकि अपनी तबीयत खराब होने के कारण वे दौरे में शामिल नहीं हो पाएंगे। उन्होंने कहा, “मैं उम्मीद करता हूं कि प्रधानमंत्री पंजाबियों के दर्द को समझते हुए कोई बड़ा राहत पैकेज घोषित करेंगे।”
वित्त मंत्री हरपाल सिंह चीमा ने भी केंद्र से उदार राहत की मांग करते हुए कहा कि राज्य को हुए व्यापक नुकसान की भरपाई के लिए सहयोग आवश्यक है।
राजनीतिक प्रतिक्रियाएं भी तेज
प्रधानमंत्री के दौरे को लेकर विपक्षी दलों ने भी अपनी प्रतिक्रियाएं दी हैं। शिअद अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल और कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग ने केंद्र से राहत पैकेज की मांग की है। वहीं, विधानसभा अध्यक्ष कुलतार संधवां ने तंज कसते हुए कहा कि “प्रधानमंत्री को अब जाकर पंजाब की याद आई है।” उन्होंने यह भी कहा कि केवल फोटो खिंचवाकर लौट जाने से बात नहीं बनेगी, बल्कि वास्तविक राहत दी जानी चाहिए।
राहत और बचाव कार्य जारी
राज्य सरकार के अनुसार, बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में सेना के 30 हेलिकॉप्टर, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और बीएसएफ की टीमें राहत और बचाव कार्यों में जुटी हैं। पिछले 24 घंटे में 77 और लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है। घरों और पशुधन के नुकसान का आकलन पानी घटने के बाद किया जा रहा है।
स्कूल फिर से खुले, पर कुछ अभी भी बंद
लंबे समय से बंद पड़े स्कूलों को सोमवार को फिर से खोला गया। मंगलवार से विद्यार्थियों की कक्षाएं फिर शुरू हो गई हैं। स्वास्थ्य विभाग की टीमें स्कूल परिसरों में फोगिंग और स्वच्छता कार्य कर रही हैं। हालांकि, होशियारपुर जिले के 14 सरकारी स्कूल अभी भी बंद रहेंगे और स्थिति सामान्य होने पर ही खोले जाएंगे।
स्थिति पर प्रशासन की नजर
राज्य के राजस्व, पुनर्वास और आपदा प्रबंधन मंत्री हरदीप सिंह मुंडियां ने कहा कि नुकसान का सटीक आकलन पानी के पूरी तरह घटने के बाद ही किया जा सकेगा। जिला प्रशासन लगातार हालात की निगरानी कर रहा है और हर संभव राहत पहुंचाने के प्रयास कर रहा है।
