उत्तराखंड

न्यूज 18 से बोले डीआईजी, ऋिषिगंगा अपर स्ट्रीम झील से फिलहाल कोई खतरा नहीं– News18 Hindi

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चमोली. चमोली (Chamoli) जिले में आई आपदा के बाद ऋषि गंगा की अपर स्ट्रीम में बनी झील (Lake) से फिलहाल कोई भी खतरा नहीं है. इस झील से पानी (Water) लगातार रिसाव हो रहा है. इस झील के सामने आने से खतरे की आशंका जताई गई थी. एसडीआरएफ (SDRF) और एनडीआरएफ (NDRF) की टीम ने इसकी जांच की. डीजीपी अशोक कुमार ने न्यूज 18 से कहा, झील से किसी प्रकार का खतरा नहीं है.

दरअसल, सेटेलाइट द्वारा ऋषि गंगा के अपर स्ट्रीम की कुछ तस्वीरें सामने आई थीं. इसमें यह बताया जा रहा था कि ऋषि गंगा के मुआयने पर एक झील का निर्माण हुआ है, जो आने वाले समय में खतरा बन सकती है. ऋषि गंगा के अपर स्ट्रीम में बनी झील का मुआयना करने के लिए शुक्रवार को एसडीआरएफ और एनडीआरएफ की एक टीम निकली थी. टीम ने झील की विस्तृत रिपोर्ट तैयार कर झील का स्थलीय निरीक्षण कर आलाधिकारियों को रिपोर्ट भेजी है.

धरातलीय रिपोर्ट तैयार करने के लिए एसडीआरएफ और एनडीआरएफ की 8 सदस्यीय माउंटेनियरिंग टीम झील पर पहुंची. शक्रवार को इस टीम को चमोली से रवाना किया गया था. जिस का स्थलीय निरीक्षण कर डिटेल रिपोर्ट तैयार की गई है. डीजीपी अशोक कुमार ने न्यूज 18 को इस झील के निरीक्षण की रिपोर्ट साझा की.

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डीजीपी ने बताया कि रिपोर्ट के अनुसार झील से फिलहाल कोई खतरा नहीं है. झील से लगातार पानी रिसाव हो रहा है. वहीं एसडीआरएफ की टीम झील के किनारे एक अस्थायी हेलीपैड भी तैयार कर रही है, जो किसी भी समय इमरजेंसी के दौरान खतरे को देखते हुए काम आएगी. उन्होंने बताया कि इसके साथ ही एक्सपर्ट की टीम भी जल्द झील तक पहुंचकर रिपोर्ट तैयार करेगी.

डीजीपी ने झील के किनारे वार्निंग ऑटोमेटिक अलार्म सिस्टम भी लगाने की बात कही है. ये सिस्टम तब यूज में आएगा जब झील से कोई बड़ा खतरा बन रहा हो तो सिस्टम ओटोमेटिक अलार्म देकर लोगों को अलर्ट करेगा. ये सिस्टम पेंग गावं, रैणी और तपोवन में लगाया जायेगा. डीजीपी अशोक कुमार का कहना है कि जब तक अलार्म सिस्टम नहीं लगता है तब तक एसडीआरएफ की टीमों को तैनात किया गया है, जो अलार्मिंग सिस्टम का काम करेंगीं. टीम तीनों गांव में रहेगी.



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