उत्तराखंड

हरिद्वार कुंभ: मुख्य स्नान के दिन नहीं होगा कोई VIP दौरा, जानिए क्या होंगे नियम…

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कुंभ के दौरान भीड़ को नियंत्रण में रखने के लिए भी रोडमैप तैयार किया गया है. (फाइल फोटो)

कुंभ के दौरान भीड़ को नियंत्रण में रखने के लिए भी रोडमैप तैयार किया गया है. (फाइल फोटो)

हरिद्वार कुंभ के आयोजन के दौरान किसी भी तरह की कोई समस्या नहीं हो इसके लिए अधिकारयों ने शुक्रवार को मंथन किया. इस दौरान नए नियमों के साथ ही रोडमैप भी तैयार किया गया.


  • News18Hindi

  • Last Updated:
    February 19, 2021, 9:05 PM IST

हरिद्वार. हरिद्वार कुंभ में श्रद्धालुओं की भीड़ को नियंत्रित रखने के लिए प्रशासनिक अधिकारियों ने एक संयुक्त रोडमैप तैयार किया है. सुरक्षा व्यवस्था, ट्रैफिक और भीड़ प्रबंधन को लेकर शुक्रवार को पुलिस मुख्यालय में उत्तराखंड के साथ ही कई राज्यों के अधिकारियों ने मंथन किया. बैठक में यह तय हुआ कि हरिद्वार कुंभ में मुख्य स्नान के दिन वीआईपी दौरे की अनुमति नहीं होगी. इसके साथ ही सभी राज्यों की पुलिस कोविड गाइडलाइन का भी व्यापक प्रचार प्रसार करेगी. श्रद्धालुओं को मास्क लगाना और सोशल डिस्टेंस मेंटेन रखना अनिवार्य होगा.

जानकारी के अनुसार डीजीपी अशोक कुमार की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में उत्तरप्रदेश, दिल्ली, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, पंजाब, राजस्थान, चण्डीगढ़, जम्मू-कश्मीर के साथ ही एनआईए, आईबी, रेलवे सुरक्षा बल के अधिकारियों की साझा बैठक हुई. इस बैठक में भीड़ को पूरी तरह से नियंत्रित रखने के लिए विशेष पलान तैयार किया गया. बैठक में तय हुआ कि मुख्य स्नान के दिन किसी भी वीआईपी को हरिद्वार आने की अनुमति नहीं होगी. यदि वीआईपी बिना प्रोटोकॉल सामान्य यात्री के तौर पर स्नान के लिए आना चाहें तो आ सकते हैं. बैठक के बाद डीजीपी अशोक कुमार ने बताया कि इस बार पुलिस भीड़ प्रबंधन और सुरक्षा व्यवस्था के लिए सीसीटीवी कैमरे, ड्रोन के साथ-साथ ऑर्टिफीशियल इंटेलीजेंस टूल का भी उपयोग कर रही है.

बैठक में इस बार कुंभ में सोशल मीडिया की उपयोगिता को लेकर भी प्लान तैयार किया गया. सोशल मीडिया की निगरानी भी बढ़ाई जा रही है. आईजी कुंभ संजय गुंज्याल और आईजी इंटेलीजेंस एपी अंशुमान ने प्रमुख स्नानों के लिए किए जा रही व्यवस्थाओं की जानकारी दी.

बैठक में लिए गए कई निर्णयकुभ स्नान को लेकर कई राज्यों के अधिकारियों ने भीड़ प्रबंधन को लेकर गंभीर चर्चा के बाद कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए. इसमें यातायात का दबाव बढऩे पर पड़ोसी राज्यों से ही डायवर्जन करने की बात कही गई. इसके साथ ही सभी राज्यों के अधिकारियों के साझा वाट्सएप ग्रुप बनाने. भीड़ बढऩे पर नजीबाबाद, सहारनपुर रेलवे स्टेशन भी सक्रिय करने. कुम्भ के दौरान राज्यों के बीच वायरलेस की कॉमन फ्रीक्वेंसी किए जाने, सभी राज्यों और केंद्रीय एजेंसी के नोडल अधिकारियों के हरिद्वार में बैठने, फेसबुक पेज, ट्विटर हैण्डल पर पार्किंग की जानकारी देने का निर्णय लिया गया.






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