उत्तराखंड

सोरघाटी के मस्तक पर बन रहा वॉटर पार्क, इन खूबियों से बनेगा पर्यटकों की पहली पसंद

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सोरघाटी में बनने वाला यह वॉटर पार्क सैलानियों की पहली पसंद बन सकता है. पालिका यहां 50 वाई 15 मीटर का स्विमिंग पूल बना रही है.

सोरघाटी में बनने वाला यह वॉटर पार्क सैलानियों की पहली पसंद बन सकता है. पालिका यहां 50 वाई 15 मीटर का स्विमिंग पूल बना रही है.

सोरघाटी में बनने वाला यह वॉटर पार्क सैलानियों की पहली पसंद बन सकता है. पालिका यहां 50 वाई 15 मीटर का स्विमिंग पूल बना रही है. इस स्विमिंग पुल में जहां तैराक अपना शौक पूरा कर सकते हैं, वहीं बच्चे बोटिंग भी कर सकते हैं. पालिका प्रस्तावित वॉटर पार्ट में ओपन जिम के साथ ही योगा केन्द्र भी स्थापित कर रही है.

पिथौरागढ़. सोरघाटी ( Sorghati ) के मस्तक चंडाक में नगरपालिका एक ऐसा वॉटर पार्क (Water Park) तैयार कर रही है, जो जल संरक्षण के साथ ही पर्यटन ( Tourism ) का प्रमुख केन्द्र भी बन सकता है. यही नहीं तैराकी की चाहत रखने वालों का शौक भी यहां पूरा हो सकता है. चंडाक का ये स्पॉट ऐसा है जहां से सोरघाटी का बेहतरीन नजारा दिखाई पड़ता है. चारों और पेड़ों से घिरे इस इलाके को अब नगरपालिका वॉटर पार्क में तब्दील कर रही है.

सोरघाटी में बनने वाला यह वॉटर पार्क सैलानियों की पहली पसंद बन सकता है. पालिका यहां 50 वाई 15 मीटर का स्विमिंग पुल बना रही है. इस स्विमिंग पूल में जहां तैराक अपना शौक पूरा कर सकते हैं, वहीं बच्चे बोटिंग भी कर सकते हैं. पालिका प्रस्तावित वॉटर पार्ट में ओपन जिम के साथ ही योगा केन्द्र भी स्थापित कर रही है. पालिका के अध्यक्ष राजेन्द्र रावत बताते हैं कि वॉटर पार्क में एक साथ कई आकर्षण के केन्द्र स्थापित किए जा रहे हैं. इसके तैयार होने पर यहां सैलानियों का तांता लग जाएगा.बन रहे वॉटर पार्क के करीब ही जसूली देवी की ऐतिहासिक धर्मशाला भी है. जिसे पर्यटकों के लिए संवारा जा रहा है. इसके अलावा पहाड़ी संस्कृति के कई प्रतीकों को भी इसमें स्थापित किया जाना है. साथ ही इस इलाके को जल संरक्षण के लिए भी पालिका तैयार कर रही है.

शहर से काफी ऊंचाई पर होने के कारण बरसात का पानी यहां आसानी से संरक्षित हो सकता है. पार्क में संरक्षित पानी से शहर के प्यास भी बुझाई जा सकती है. सूबे के पेयजल मंत्री बिशन सिंह चुफाल का कहना है कि सरकार की मंशा भी जलसंरक्षण को लेकर गंभीर है. ऐसे में अगर पालिका जल संरक्षण की मुहिम को पर्यटन से जोड़ती है तो उन्हें पूरी मदद दी जाएगी. पिथौरागढ़ शहर के करीब चंडाक सबसे सुंदर इलाका है. इस इलाके में नेचर ने अपना सौन्दर्य तो जमकर बिखेरा है, लेकिन इसके जरिए कैसे सैलानियों को यहां खींचा जाए, ये कोशिश पहली दफा जमीन पर दिखाई दे रही है. उम्मीद की जानी चाहिए वॉटर वार्क के वजूद में आने से युवाओं को रोजगार के मौके भी मिलेंगे.





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