उत्तराखंड

सल्ट उपचुनाव: गंगा पंचोली होंगी कांग्रेस की कैंडिडेट, बीजेपी प्रत्याशी महेश जीना से होगी टक्कर

[ad_1]

2017 की मोदी लहर के बीच भी कांग्रेस प्रत्याशी गंगा पंचौली बहुत कम अंतर से यह चुनाव हारी थीं.

2017 की मोदी लहर के बीच भी कांग्रेस प्रत्याशी गंगा पंचौली बहुत कम अंतर से यह चुनाव हारी थीं.

सल्ट विधानसभा (Salt assembly) उपचुनाव के लिए बीजेपी (BJP) ने महेश जीना को अपना प्रत्याशी बनाया है, जो कांग्रेस कैंडिडेट (Congress candidate) गंगा पंचोली को टक्कर देंगे. गंगा पंचोली 2017 में भी विधानसभा चुनाव लड़ चुकी हैं.

देहरादून. बीजेपी (BJP) ने सल्ट विधानसभा उपचुनाव के लिए कैंडिडेट की घोषणा कर दी है. बीजेपी ने यहां से महेश जीना को अपना प्रत्याशी बनाया है, जो कांग्रेस कैंडिडेट गंगा पंचोली को टक्कर देंगे. बता दें कि गंगा पंचोली 2017 में भी विधानसभा चुनाव लड़ चुकी हैं. 2017 की मोदी लहर के बीच भी कांग्रेस प्रत्याशी गंगा पंचौली बहुत कम अंतर से यह चुनाव हारी थीं.

कद्दावर नेता हरीश रावत शुरू से ही गंगा पंचोली को प्रत्याशी देखना चाह रहे थे. हालांकि सल्ट के पूर्व विधायक रणजीत रावत यह सीट पर अपने बेटे विक्रम रावत को दिलाना चाह रहे थे. अंतत: कांग्रेस हाईकमान ने गंगा पंचोली के नाम पर मुहर लगाई है.

उत्तराखंड में बढ़ी कोरोना की रफ्तार, देहरादून में दो नए कंटेनमेंट जोन बनाए गए

विधायक सुरेंद्र सिंह जीना के निधन से सल्ट सीट खाली हुई थी. विधानसभा उपचुनाव के लिए इस सीट पर बीजेपी ने सुरेंद्र सिंह जीना के बड़े भाई महेश जीना को अपना कैंडिडेट घोषित किया है. जीना 30 मार्च को नोमिनेशन फाइल करेंगे. सल्ट में महेश जीना को टिकट देकर बीजेपी सहानुभुति कार्ड का तीसरी बार दांव खेला है. इससे पहले बीजेपी विधायक मगन लाल शाह के निधन पर उनकी पत्नी मुन्नी देवी शाह और मंत्री प्रकाश पंत के निधन पर उनकी पत्नी चंद्रा पंत को चुनाव लड़वा चुकी है.सल्ट में विधानसभा सीट पर कांग्रेस प्रत्याशी गंगा पंचोली अच्छी पकड़ रखती हैं. ऐसे में बीजेपी यह उपचुनाव जीतकर कांग्रेस को एक बार फिर पीछे छोड़ना चाहती है, जिसके लिए बीजेपी ने सारी ताकत लगा दी है. इस सीट पर पिछले चुनाव में मात्र 3000 के अंतर से कांग्रेस प्रत्याशी हारी थीं. 2017 के विधानसभा उपचुनाव में कांग्रेस की गंगा पंचोली को अंतिम समय में पार्टी ने टिकट दिया था. तब भी पंचोली ने बीजेपी को कड़ी टक्कर दी थी. इस बार देखना है कि पंचोली बीजेपी को रोक पाती हैं या नहीं.





[ad_2]

Source link

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *