उत्तराखंड

संतान न होने पर ससुराल में सबने मिलकर पीटा, फिर पति ने तीन तलाक कहकर घर से निकाला

नैनीताल। तीन तलाक को लेकर बने कानून के बाद भी कई राज्यों से मामूली बातों पर तलाक दिए जाने के मामले सामने आ रहे हैं। उत्तराखंड से भी तीन तलाक का एक मामला सामने आया है। यहां की एक महिला ने राज्य महिला आयोग की पूर्व उपाध्यक्ष अमिता लोहनी व पुलिस को तहरीर देकर अपने पति पर संतान नहीं होने पर उसकी पिटाई करने और तीन तलाक दिए जाने का आरोप लगाया है। उसने कहा कि उसे उसके ससुराल के लोगों ने जमकर पीटा और उसी समय पति ने तीन तलाक देकर घर से निकाल दिया।

राज्य महिला आयोग की पूर्व उपाध्यक्ष अमिता लोहनी व पुलिस को मोहल्ला गूल्लरघट्टी की रहनेवाली सरताज ने जो पत्र दिया है उसमें कहा कि उसकी शादी बारह साल पहले कोतवाली नगीना जिला बिजनौर के रहनेवाले मोहम्मद फुरकान के साथ हुई थी। उसकी शादी में परिजनों ने काफी दहेज दिया था। महिला का आरोप है कि ससुरालियों द्वारा शादी के बाद से ही और दहेज देने की मांग की जाने लगी। मेरे परिजनों ने ससुराल वालों की हर मांग पूरी की। इसके बाद भी ससुराल वाले दहेज को लेकर दबाव बनाते रहते थे। आये दिन पति संतान व दहेज को लेकर उसे ताने सुनाने लगा। संतान नहीं होने पर उसे लगातार प्रताड़ित किया गया। पीड़ित महिला ने बताया कि चार साल पहले उसके पति ने जहर देकर व गला घोंटकर मारने की भी कोशिश की।

राज्य महिला आयोग की शरण में पहुंची महिला का आरोप है कि गुरुवार रात उसके दोनों भाई उसके ससुराल गए थे, तो उन्हीं के सामने पति, सास, चचिया ससुर ने उसके साथ गाली-गलौच करते हुए मारपीट की। उसे पति ने सबके सामने तीन तलाक देकर घर से निकाल दिया। पीड़ित महिला ने पुलिस प्रशासन और महिला आयोग की पूर्व उपाध्यक्ष अमिता लोहनी से मदद की गुहार लगाई है। पुलिस ने इस मामले की जांच शुरू कर दी है।

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