वाह रे, उत्तराखंड पुलिस! बिस्तरबंद में लपेटकर भेज दिया अपने ही साथी का शव
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उत्तराखंड पुलिस के जवान का शव कार में मिला था.
UK News: अपनी फेस मेकिंग को लेकर अलर्ट रहने वाली उत्तराखंड पुलिस (Uttarakhand Police) ने अपने ही साथी की मृत्यु (Death) होने पर उसका शव बिस्तर बंद में लपेटकर उसके घर भेज दिया.
30 मार्च को जब गणेशनाथ का शव गांव गरूड़ पहुंचा, तो परिजन ये देखकर हतप्रभ रह गए कि गणेश नाथ का शव ताबूत की जगह बिस्तर बंद में लपेटकर लाया गया था. बागेश्वर निवासी देवेंद्र गोस्वामी ने बताया कि तीन दिनों तक बिस्तर बंद में पैक रहने के कारण शव इतनी बुरी तरह डिकम्पोज हो गया था. शव की हालत ऐसी थि कि परिजनों समेत कोई भी उसका अंतिम दर्शन तक नहीं कर पाया.
बताई शर्मनाक घटना
स्थानीय लोगों का कहना है कि ये बेहद शर्मनाक घटना है. मृतक गणेश नाथ के पिता और चाचा दोनों पुलिस में तैनात रहे हैं. उनकी पहले ही मौत हो चुकी है. वर्तमान में गणेश की पत्नी और भाई भी पुलिस में तैनात हैं. पुलिस की इस लापरवाही ने परिवार के दु:ख को और बढ़ा दिया. गांव वालों का कहना है कि सीमाओं से जब सैनिक के शव कई-कई दिन बाद पैतृक गांव लाए जाते हैं, तो शव सुरक्षित होता है. लेकिन, उत्तराखंड पुलिस अपने ही साथी को एक ताबूत तक उपलब्ध नहीं करा पाई. डीआईजी लॉ एंड ऑर्डर एवं पुलिस हेडक्वार्टर के प्रवक्ता नीलेश आनंद भरणे ने बिस्तर बंद में बॉडी भेजे जाने से इंकार किया है. डीआईजी भरणे का कहना है कि उत्तराखंड पुलिस सड़क किनारे पड़े शव को भी सम्मान के साथ परिजनों तक पहुंचाती है. डीआईजी का कहना है कि शव पूरे सम्मान के साथ पहुंचाया गया. इतना जरूर है कि गर्मी के कारण बॉडी डिक्मपोज हो गई हो.
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