रुद्रप्रयाग : भगवान जाख के नर पश्वा ने किया धधकते अंगारों पर नृत्य – देखें Photos
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वैशाखी के दूसरे दिन गुप्तकाशी से 5 किलोमीटर दूर जाखधार में जाख मेले का आयोजन होता है. जाख मेले में देवशाल, नारायनकोटी, कोठेड़ा के ग्रामीण शामिल होते हैं. इसके अलावा रुद्रपुर, बणसू, देवर, सांकरी, ह्यूण, नाला, गुप्तकाशी, गढ़तरा, सेमी, भैंसारी समेत कई गांवों के ग्रामीण मेले को सफल बनाने में सहयोग करते हैं. मेला शुरू होने से दो दिन पूर्व कोठेड़ा और नारायणकोटी के भक्तजन नंगे पांव जंगल में जाकर लकड़ियां एकत्रित कर जाख मंदिर में लाते हैं. जाख मंदिर में कई टन लकड़ियों से भव्य अग्निकुण्ड तैयार किया जाता है.
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