रुड़की : ऑक्सीजन की कमी से कोरोना संक्रमित 5 मरीजों की मौत, मजिस्ट्रेटी जांच का आदेश
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रुड़की स्थित एक निजी अस्पताल में ऑक्सीजन की कमी से कोरोना के 5 मरीजों की मौत हो गई. (सांकेतिक फोटो)
देहरादून रोड पर एक निजी अस्पताल है, जिसमें कोविड के 70 से 80 मरीज भर्ती हैं. इन सभी मरीजों का यहां उपचार चल रहा है. वहीं, सोमवार की रात ऑक्सीजन की कमी से कोविड पॉजिटिव 5 मरीजों ने दम तोड़ दिया.
रुड़की. लगातार बढ़ रहे कोरोना के मरीजों की संख्या के बीच स्वास्थ्य विभाग और सरकार ऑक्सीजन की पर्याप्त मात्रा बता रहे हैं, लेकिन रुड़की के एक निजी अस्पताल में ऑक्सीजन की कमी से कोरोना संक्रमित 5 मरीजों की मौत हो गई है. मजिस्ट्रेटी जांच का आदेश गौरतलब है कि गंगनहर कोतवाली क्षेत्र के देहरादून रोड पर एक निजी अस्पताल है, जिसमें कोविड के 70 से 80 मरीज भर्ती हैं. इन सभी मरीजों का यहां उपचार चल रहा है. वहीं, सोमवार की रात ऑक्सीजन की कमी से कोविड पॉजिटिव 5 मरीजों ने दम तोड़ दिया. हरिद्वार के जिलाधिकारी ने रुड़की के ज्वाइंट मजिस्ट्रेट को मामले की जांच का आदेश दिया है. प्रशासन और सरकार के दावे की पोल लगातार खुलती नजर आ रहे हैं, क्योंकि जब आवश्यकता के समय मरीजों को समय पर ऑक्सीजन नहीं मिल रही है. वक्त पर नहीं मिली ऑक्सीजनइस अस्पताल में भर्ती मरीजों के तीमारदारों का कहना है कि निजी अस्पताल में रात में ऑक्सीजन खत्म होने पर अस्पताल में अफरातफरी का माहौल हो गया था. लेकिन समय रहते हुए अस्पताल प्रबंधन ऑक्सीजन की व्यवस्था नहीं कर पाया, जिससे मरीजों की मौत हो गई. ज्वाइंट मिजस्ट्रेट ने कहा – जांच-पड़ताल की जाएगी ज्वाइंट मजिस्ट्रेट नमामी बंसल का कहना है कि मामले की जांच-पड़ताल की जाएगी. उसके बाद ही आगे कोई कार्रवाई की जाएगी है. अस्पताल प्रबंधन का कहना है कि मामले की जानकारी प्रशासन को दे दी थी. अस्पताल प्रशासन की दलील और सरकार के दावों के बीच आखिरकार मरीजों की जान सांसत में है. परिजन अपने मरीजों के लिए तमाम भाग-दौड़ कर पस्तहाल हैं. इन स्थितियों में आखिरी सच यही है कि जितने लोग कोरोना संक्रमण के शिकार हुए हैं, उनके लिए राज्य में स्वास्थ्य सेवाएं कम पड़ गई हैं.
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