यौन उत्पीड़न केस : उत्तराखंड में BJP विधायक मुश्किल में, धरना देकर पीड़िता ने की DNA टेस्ट की मांग
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पीड़ित महिला का आरोप है कि विधायक महेश नेगी ने उनके साथ कई सालों तक दुष्कर्म किया. इसका परिणाम यह हुआ कि वह एक बेटी को जन्म दे चुकी है. अब महिला की मांग है कि विधायक नेगी बेटी को अपना नाम देकर अपनाएं. पीड़िता ने धरने के दौरान आरोप लगाया कि विधायक डर रहे हैं. ‘मेरी बेटी को पिता का नाम चाहिए. अगर जल्द ही विधायक ने डीएनए टेस्ट नहीं करवाया तो मैं अपनी बेटी को लेकर विधायक जी के घर में ही ठिकाना बना लूंगी.’
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द्वाराहाट से विधायक महेश नेगी पर यौन उत्पीड़न के आरोप हैं.
कांग्रेस ने भी की डीएनए टेस्ट की मांग
पूर्व विधायक मदन बिष्ट ने कहा कि नेगी ने अगर कुछ नहीं किया है, तो वह क्यों डर रहे हैं? नेगी को जल्द से जल्द से डीएनए टेस्ट करवाना चाहिए. बिष्ट ने यह भी कहा कि महिला के आरोप संगीन हैं और इनके आधार पर भाजपा को भी विधायक के खिलाफ कार्रवाई करना चाहिए थी, लेकिन पार्टी भी बचने का रास्ता ही पकड़ रही है. पीड़िता के धरने को समर्थन देते हुए बिष्ट ने अन्य मामलों में भी पीड़ित व्यक्तियों को पूरी मदद देने का आश्वासन भी दिया.
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मीडिया से बच रहे हैं नेगी
बीजेपी विधायक महेश नेगी द्वाराहाट क्षेत्र में ही मौजूद हैं, लेकिन मीडिया के सामने आने से बच रहे हैं. इससे पहले भी जब विधायक से पीड़िता के दुष्कर्म के आरोपों और मांग के बारे में जब सवाल पूछे गए थे, तब भी उन्होंने मामला कोर्ट में होने की बात कहते हुए बात टालने की ही कोशिश की थी. इधर नेगी मीडिया से कतरा रहे हैं और उधर कांग्रेस पीड़ित महिला के बहाने भाजपा को इस मामले में घेरने की तैयारी में दिख रही है.
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