महाकुंभ: 11 से 14 अप्रैल तक हरिद्वार रेलवे स्टेशन पर सभी ट्रेनों का स्टॉपेज रद्द, इन स्टेशन पर उतारे जाएंगे यात्री
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11 से 14 अप्रैल तक हरिद्वार रेलवे स्टेशन पर सभी ट्रेनों के स्टापेज को रद्द कर दिया गया. यहां पहुुुंचने वाले यात्रियों को अब हरिद्वार की जगह रुढक़ी, ज्वालापुर और लक्सर रेलवे स्टेशन पर उतार दिया जाएगा.
11 से 14 अप्रैल तक हरिद्वार रेलवे स्टेशन पर सभी ट्रेनों के स्टाॅपेज को रद्द कर दिया गया. यहां पहुुुंचने वाले यात्रियों को अब हरिद्वार की जगह रुढक़ी, ज्वालापुर और लक्सर रेलवे स्टेशन पर उतार दिया जाएगा.
हरिद्वार महाकुंभ में भारी भीड़ पहुंच रही है. वहीं कोरोना संक्रमण का भी खतरा बना हुआ है. 12 से 14 अप्रैल के बीच कुंभ में शाही स्नान का आयोजन किया जाएगा. कुंभ का पहला शाही स्नान 11 मार्च को हो चुका है. दूसरा शाही स्नान 12 अप्रैल को चैत्र अमावस्या और सोमवती अमावस्या के दिन होगा. इसके साथ ही 14 अप्रैल को मेष संक्रांति पर शाही स्नान होगा. महाकुंभ की हिंदुओं में गहरी आस्था है. इसी को लेकर शाही स्नान के मौके पर भारी संख्या में श्रद्धालु पहुंचते हैं.
श्रद्धालुओं की भीड़ को देखते हुए ही प्रशासन ने ट्रेनों से आने वाली भीड़ को नियंत्रित रखने का प्लान बनाया है. इसी के चलते 11 से 14 अप्रैल तक श्रद्धालु डायरेट हरिद्वार स्टेशन तक नहीं पहुंच सकेंगे. इसके लिए यात्रियों को ज्वालापुर और रुढक़ी लक्सर स्टेशन पर उतरना पड़ेगा. यहां से श्रद्धालुओं को कुंभ पहुंचने के लिए तय रेलवे स्टेशन से शटल की सुविधा लेनी होगी. कोरोना को लेकर प्रशासन ने पहले ही नियत सख्त कर दिए हैं. कुंभ आने वाले श्रद्धालुओं को 72 घंटों पहले आरटी पीसीआर जांच करवानी होगी. निगेटिव रिपोर्ट के बाद ही उन्हें हरिद्वार में एंट्री दी जाएगी.
30 अप्रैल तक चलेगा कुंभ1 अप्रैल से शुरू हुआ कुंभ मेला 30 अप्रैल तक चलेगा. इस दौरान कुंभ मेले में तीन शाही स्नान होंगे. इसमें सभी 13 अखाड़े नागा साधु और महामंडलेश्वर मुख्य घाट हर की पैड़ी पर बृम्हकुंड में मोक्ष और कल्याण की डुबकी लगाएंगे. 12 अप्रैल को सोमवती अमावस्या, 14 को वैसाखी स्नान और 17 को पूर्णिमा पर होने वाले शाही स्नान दिवसों पर सभी तेरह अखाड़ों के साथ लाखों श्रद्धालु शाही स्नान करेंगे.
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