देहरादून: सही समय पर पुलिस एक्शन में आती तो जिंदा होता मासूम अभय, अब DIG ने मांगी विस्तृत रिपोर्ट
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इस मामले में यदि किसी की भी गलती सामने आती है तो उसे बख्शा नहीं जाएगा.
देहरादून के सहसपुर से अपराधियों ने 9 मार्च को घर के बाहर खेल रहे 5 साल के मासूम लड़के का अपहरण किया था. फिरौती न देने पर बच्चे की हत्या से गर्माया मामला. पुलिस की लापरवाही को लेकर डीआईजी ने मांगी रिपोर्ट.
पुलिस के अनुसार, शाम करीब साढ़े 5 बजे मासूम खेलते हुए गायब हुआ था. इसके एक घंटे बाद यानी कि करीब -करीब साढ़े 6 बजे पुलिस को सूचना दी गयी और एक घंटे बाद 7.35 पर अपहरणकर्ताओं ने 10 लाख रुपये फिरौती के लिए फोन भी कर दिया था. इसके बावजूद पुलिस ने उच्चाधिकारियों को रिपोर्ट देरी से दी. डीआइजी गढ़वाल रेंज नीरू गर्ग ने बताया कि यदि साढ़े सात बजे फिरौती के लिए फोन आ गया था तो पुलिस को गंभीरता से लेना चाहिए था.
अपहरणकर्ताओं ने पुलिस पूछताछ में कहा कि उन्होंने रात में बच्चे का गला दबाकर उसकी हत्या की. ऐसे में पुलिस के पास काफी समय था. पुलिस यदि तुरंत एक्शन में आती तो आरोपितों को दबोचा जा सकता था. उन्होंने बताया कि घटना दुर्भाग्यपूर्ण है. जिले से पूरी डिटेल रिपोर्ट मांगी गई है कि कितने बजे बच्चे का अपहरण हुआ था. कितने बजे फिरौती के लिए फोन आया और कब आरोपितों ने बच्चे की हत्या की. इस मामले में यदि किसी की भी गलती सामने आती है तो उसे बख्शा नहीं जाएगा.
शव को देवबंद में फेंकने की बात कबूल की हैआपको बता दें कि बीते 9 मार्च को शंकरपुर निवासी किराना व्यापारी पप्पू गुप्ता का पांच साल का बेटा अभय शाम करीब साढ़े पांच बजे घर के बाहर से खेलता हुए गायब हो गया था. करीब दो घंटे बाद पप्पू गुप्ता के फोन पर बेटे के अपहरण और दस लाख रुपये की फिरौती के लिए कॉल आई. इसके बाद पुलिस ने मौके पर पहुंचकर पड़ताल शुरू की. बुधवार सुबह पुलिस ने आरोपित अनीस सल्मानी सहित दो को गिरफ्तार किया. पूछताछ में दोनों ने अपहरण के बाद बच्चे की हत्या कर शव को देवबंद में फेंकने की बात कबूल की है.
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