उत्तराखंड

देहरादून : मंत्री का निर्देश – कोरोना मरीजों को भर्ती करें पहले, कागजी खानापूर्ति करें बाद में

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देहरादून. कोविड-19 संक्रमण की रोकथाम और प्रभावी नियंत्रण के लिए प्रभारी मंत्री गणेश जोशी (Minister Ganesh Joshi) ने वीडियो कॉन्फ्रेसिंग के जरिये बैठक की. उन्होंने कोविड-10 के बढ़े संक्रमण को रोकने की तैयारियों और व्यवस्थाओं के बारे में पूछताछ की और आवश्यक दिशा-निर्देश दिए. अस्पताल में सुविधाएं बढ़ाई जाएं इस मौके पर मंत्री ने कहा कि कोविड कर्फ्यू लगाए जाने के बाद भी संक्रमित व्यक्तियों की संख्या अधिक बढ़ रही है, जिस पर ध्यान देने की आवश्यकता है. उन्होंने कहा कि जनपद के चिकित्सालयों में आईसीयू, वेन्टिलेटर, ऑक्सीजन, सामान्य बेड की संख्या और अधिक बढ़ाई जाए, ताकि किसी संक्रमित को हॉस्पिटल में भर्ती करने की आवश्यकता पड़े तो आसानी से बेड मिल जाए. उन्होंने कहा कि चिकित्सालयों में बेड, ऑक्सीजन, आईसीयू, वेंटिलेटर आदि की नियमित स्थिति अद्यतन करते रहें, ताकि मरीजों और उनके तीमारदारों को अनावश्यक न भटकना पड़े. कीमतों पर ध्यान रखने का निर्देश दिया मंत्री नेमंत्री ने कहा कि आपातकाल स्थिति में मरीजों को सीधे चिकित्सालय में भर्ती कर लिया जाए और औपचारिकताएं बाद में पूरी कर ली जाएं. उन्होंने कहा कि किन्हीं-किन्हीं स्थानों पर कोविड कर्फ्यू के दौरान निर्धारित मूल्य से अधिक दाम लेने जैसी शिकायत प्राप्त हो रही हैं, इसको ठीक किया जाए. सब्जी, राशन की दुकानों पर रेट लिस्ट चस्पा करने के लिए भी संबंधित अधिकारी को निर्देशित किया जाए और इसका अनुपालन भी सुनिश्चित कराया जाए. इसके लिए उन्होंने जिलाधिकारी एवं वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक को व्यवस्था बनाने का निर्देश दिया. उन्होंने नगर निगम देहरादून को अपने क्षेत्र की साफ-सफाई और लोगों के आवास परिसर भी सैनेटाइज करने का निर्देश दिया. उन्होंने जिलाधिकारी और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक को जनपद में दवाओं की कालाबाजारी, जमाखोरी, ओवर रेटिंग पर रोक लगाने और मुख्य चिकित्साधिकारी को क्षेत्रवार वैक्सीनेशन कार्यक्रम चलाए जाने का निर्देश दिए. उन्होंने कहा कि जनपद में एम्बुलेंस किराया, लैब्स और हॉस्पिटल में उपचार व विभिन्न सुविधाओं की रेट लिस्ट चस्पा करवाने और कोविड कर्फ्यू के दौरान गाइडलाइन का शतप्रतिशत अनुपालन करवाने का निर्देश भी दिया. जिलाधिकारी ने जरूरतें और तैयारियां बताईं जिलाधिकारी आशीष कुमार श्रीवास्तव ने मंत्री जोशी को बताया कि कई चिकित्सालयों, विभिन्न संस्थाएं लगातार मांग कर रहे हैं कि उनके संस्थानों को कोविड-19 चिकित्सालय का रूप दिया जाए. इसके लिए जनपद के लिए ऑक्सीजन कोटा और अधिक बढ़ाना होगा. जिलाधिकारी ने मंत्री को बताया कि उनके द्वारा पहले निर्देशों के क्रम में जनपद में नोडल अधिकारियों के साथ ही तकनीकी टीम गठित की गई है, जो प्रतिदिन चिकित्सालयों से उनकी ऑक्सीजन खपत, बेड, रेमडेसिविर की स्थिति के बारे में जानकारी प्राप्त करती है. इसके अलावा बुजुर्गों, निःशक्त और वरिष्ठ नागरिकों को दवा, भोजन, सैम्पलिंग की सुविधा दिलाए जाने, आपदा कन्ट्रोल रूम और आईटीडीए में कोविड कन्ट्रोल रूम के माध्यम से होम आइसोलेशन में रह रहे व्यक्तियों के स्वास्थ्य की जानकारी प्राप्त की जा रही है. साथ ही 200 अध्यापकों के माध्यम से संक्रमित व्यक्तियों को कॉल करते हुए उनके स्वास्थ्य की मॉनिटिरिंग की जा रही है.
ये लोग थे बैठक में इस बैठक में जिलाधिकारी आशीष कुमार श्रीवास्तव, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक योगेन्द्र सिंह रावत, मुख्य विकास अधिकारी नितिका खण्डेलवाल, मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ अनूप कुमार डिमरी, नगर निगम सहित विभिन्न व्यवस्थाओं के लिए नामित नोडल अधिकारी मौजूद थे.



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