उत्तराखंड

तीरथ सिंह रावत अब से कुछ ही देर बाद लेंगे मुख्यमंत्री पद की शपथ, 6 मंत्री हो सकते हैं शामिल

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बीजेपी सांसद और राष्ट्रीय सचिव तीरथ सिंह रावत को पार्टी ने उत्तराखंड का नया मुख्यमंत्री बनाया है

बीजेपी सांसद और राष्ट्रीय सचिव तीरथ सिंह रावत को पार्टी ने उत्तराखंड का नया मुख्यमंत्री बनाया है

पौड़ी गढ़वाल के भाजपा सांसद तीरथ सिंह रावत ने उत्तराखंड के मुख्यमंत्री के रूप में चुने जाने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को दिया धन्यवाद. पूर्व सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत को बताया बड़ा भाई.

देहरादून. उत्तराखंड की कमान मिलने के बाद पहली बार मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत का बयान आया है. उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह का शुक्रिया अदा किया है. साथ ही त्रिवेंद्र सिंह रावत को बड़ा भाई बताया है. तीरथ सिंह ने कहा कि उनका पूरा फोकस लोगों के भरोसे पर खरा उतरने पर रहेगा. इसके लिए मुझे सबका सहयोग चाहिए. बता दें कि तीरथ सिंह रावत अब से कुछ ही देर बाद शाम के लगभग 4 बजे मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे. उनके साथ 6 मंत्रियों के भी शपथ लेने की खबर है.

तीरथ सिंह रावत ने कहा कि त्रिवेंद्र सिंह जी ने बहुत काम किया है. कभी सोचा भी नहीं था कि प्रदेश का मुख्यमंत्री बनूंगा. जो दायित्व मिला है उसे निभाउंगा. वर्तमान में पौड़ी गढ़वाल के सांसद तीरथ सिंह रावत बोले कि मैं छोटे से गांव से आता हूं. सभी को धन्यवाद दूंगा, मोदी जी के मंत्र सबका साथ सबका विकास और सबका विश्वास को लेकर चलेंगें. काम करने के लिए 10 दिन क्या दो दिन भी बहुत होते हैं. इसके बाद मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत गर्वनर से मिलने निकल गए हैं. आज शाम को उनका शपथ ग्रहण होगा, उनके साथ छह मंत्री शपथ ले सकते हैं. इसका प्रस्ताव गवर्नर से मुलाकात के बाद देंगे.

सीएम तो बन गए, अब चुनौतियां सामने हैंउत्तराखंड के नए सीएम तीरथ सिंह रावत के सामने कुछ ऐसी चुनौतियां खड़ी हैं, जिनका समाधान उनके लिए आसान नहीं होगा. बीजेपी सांसद और पार्टी के राष्ट्रीय सचिव तीरथ सिंह रावत को पार्टी ने उत्तराखंड का नया मुख्यमंत्री बनाया है. त्रिवेंद्र सिंह रावत को अचानक हटाए जाने के बाद कई नाम सीएम पद की रेस में थे. लेकिन विधानमंडल दल की बैठक के बाद निवर्तमान सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत के मुंह से तीरथ सिंह रावत के नाम का ऐलान सुन हर कोई हैरान रह गया. क्योंकि तीरथ का नाम दूर-दूर तक भी रेस में नहीं था. लेकिन बीजेपी ने उन्हें सीएम बनाने का फैसला लिया है.

चुनाव के एक साल 7 दिन पहले बने सीएम
ऐसे में चुनावों से महज एक साल सात दिन पहले मुख्यमंत्री पद की शपथ ले रहे तीरथ सिंह रावत के सामने कई बड़ी चुनौतियां हैं. जिनके निपटना उनके लिए आसान नहीं होगा. उपचुनाव तीरथ सिंह रावत के सामने पहली सबसे बड़ी चुनौती उप चुनाव जीतना है. उन्हें चुनाव लड़कर विधानसभा का सदस्य बनना होगा. तभी वो मुख्यमंत्री बने रह सकते हैं. तीरथ गढ़वाल क्षेत्र से किसी विधायक का इस्तीफा लेकर विधायक बन सकते हैं. या विधायक सुरेंद्र सिंह जीना के निधन से खाली हुई सल्ट सीट से भी चुनाव लड़ सकते हैं.






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