उत्तराखंड

झंडे जी मेला: प्रशासन ने दिखाई सख्ती, एंट्री के लिए कोविड निगेटिव रिपोर्ट जरूरी

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झंडे जी मेले में एंट्री के लिए श्रद्धालुओं को दिखानी होगी कोविड निगेटिव रिपोर्ट

झंडे जी मेले में एंट्री के लिए श्रद्धालुओं को दिखानी होगी कोविड निगेटिव रिपोर्ट

देहरादून के जिलाधिकारी आशीष कुमार श्रीवास्तव का कहना है कि हरिद्वार महाकुम्भ की तर्ज पर अब झंडे जी मेले में कोविड नेगेटिव रिपोर्ट श्रद्धालुओं को साथ लेकर आना होगा. ऐसा नहीं करने पर श्रद्धालुओं को उनके  घर वापस लौटा दिया जाएगा.

देहरादून. कोरोना ( Corona) के  बढ़ते  मामलों को देखते हुए उत्तराखंड सरकार भी अलर्ट है. यहां देहरादून ( Dehradun) में 2 अप्रैल से होने जा रहे देहरादून में झंडे जी मेले ( Jhandeji Mela) में शामिल होने वाले श्रद्धालुओं को अब कोरोना निगेटिव रिपोर्ट के बाद ही एंट्री मिलेगी. निगेटिव रिपोर्ट दिखाने के बगैर श्रद्धालु झंडे जी के मेले में शामिल हो पाएंगे. ऐसा नहीं होने पर यहां तक पहुंचे श्रद्धालुओं को देहरादून की सीमा से ही बैरंग वापस लौटना पड़ेगा. ऐसा इसलिए क्योंकि जिला प्रशासन ने महाकुंभ में कोरोना नेगेटिव रिपोर्ट साथ लाने की बात कही है. इसको लेकर प्रशासन जिले के बॉर्डर पर ही चेकिंग की व्यवस्था शुरू करेगा.

देहरादून में होली के पांच दिन बाद झंडे जी मेले का शुभारम्भ होना है. इस मेले में हर साल मेले में लाखों की संख्या में श्रद्धालु पंजाब, हरियाणा समेत कई राज्यों से श्रद्धालु देहरादून पहुंचते हैं. इस बार देश के साथ राज्य में लगातार कोरोना की रफ्तार तेजी के साथ बढ़ रही है. इस मेले से देहरादून में कोरोना संक्रमण न फैले इसको लेकर प्रशासन ने सख्ती शुरू की है. देहरादून के जिलाधिकारी आशीष कुमार श्रीवास्तव का कहना है कि हरिद्वार महाकुम्भ की तर्ज पर अब झंडे जी मेले में कोविड नेगेटिव रिपोर्ट श्रद्धालुओं को साथ लेकर आना होगा. श्रद्धालुओं को इसके बिना यहां एंट्री नहीं मिलेगी.

गौरतलब है कि 30 मार्च को झंडे जी का गिलाफ सिलना शुरू होगा और 2 अप्रैल को झंडे जी का आरोहण होना है. आरोहण के दौरान देश विदेश के श्रद्धालु इस भाव्य दृश्य के साक्षी बनने के लिए देहरादून पहुचते हैं और झंडे जी मेले का भी आनन्द लेते हैं, लेकिन कोरोना के खरतनाक स्ट्रेन 2 के सबसे अधिक मामले हरियाणा और पंजाब में हैं. इन्हीं राज्यों से सबसे अधिक श्रद्धालु झंडा जी में पहुंचते हैं. इसी को देखते हुए एसएसपी योगेन्द्र रावत का कहना है कि राज्य की सीमाओं पर सख्ती बरती जा रही है. मेला प्रबंधक से बातचीत की गई है कि सीमित लोगों को ही इसका न्यौता दिया जाय. ज्यादा से ज्यादा लाइव फोकस किया जाये, जिससे श्रद्धालु अपने घरों में बैठ कर झंडे जी के भव्य दृश्य के साक्षी बन सकें.







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