चमोली ग्राउंड रिपोर्टः 200 मीटर ऊंचा मकान भी सैलाब की भेंट चढ़ा, एक कमरे में सिमटी तीन जिंदगियां– News18 Hindi
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अचानक मंजू को लगा कि कोई हेलीकॉप्टर उनके मकान के पास आ गया. मकान हिलने लगा. तमंजू ने जैसे ही बाहर आकर देखने की कोशिश तो कई मीटर ऊपर आकर बह रहे सैलाब की हवा ने उसे कमरे के अंदर पटक दिया. सेकिंड भर में 6 कमरों का ये मकान सैलाब में डूब चुका था. मकान की छत एक और से ध्वस्त हो गई. मकान की खिड़की और मलबे के साथ मंजू के ऊपर गिर गई. सेकेंडों में आए इस अप्रत्याशित सैलाब को देख कोई कुछ नहीं समझ पाया. मंजू ने किसी तरह अपने ऊपर गिरी लोहे की खिड़की को हटाकर दूसरे कमरे में आकर जान बचाई. लेकिन तब तक इस कमरे के अलावा पूरा मकान तबाह हो चुका था. घर के भीतर मलबा घुस गया था. मंजू और उसकी सहेली मदद के लिए चिल्लाने लगी लेकिन, बाहर बवंडर थाऔर कमरे के दरवाजे मलबे से बंद हो चुके थे. इस बवंडर से घबराकर गांव वाले भी भाग चुके थे.
तीनों को सकुशल रेस्क्यू किया गया
करीब दो घंटे तक मंजू, उसकी सहेली और सहेली की पांच साल की भतीजी जिंदगी और मौत के बीच झूलते रहे. कुछ देर बाद मंजू की मां भी चीखती-चिल्लाती पहुंच गई, लेकिन वो बेबस हो गई. घर का एक कमरा बचा था और उसमें भी जाने का कोई रास्ता नहीं बचा था. इस बीच पांच साल की बच्ची प्रियंका के पिता भी वहां पहुंच गए. आनन फानन में घन मारकर कमरे की दीवार तोड़ी गई और फिर तीनों को सकुशल रेस्क्यू किया गया.
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