उत्तराखंड

उत्तराखंड: 17 मई से खुलेंगे बाबा केदारनाथ के कपाट, 25 मार्च से शुरू होगा घोडे़-खच्चरों का पंजीकरण

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रूद्रप्रयाग. ग्यारहवें ज्योर्तिलिंग केदारनाथ (Kedarnath) के कपाट दो महीने बाद 17 मई को देश-विदेश के भक्तों के लिए खोल दिए जायेंगे. ऐसे में केदारनाथ यात्रा के लिए मात्र दो महीने बचे हैं. इसके लिए प्रशासन ने भी केदारनाथ यात्रा की तैयारी शुरू कर दी है. डीएम रूद्रप्रयाग (Rudraprayag) जहां यात्रा की तैयारियों को लेकर अधिकारियों के साथ बैठक कर रहे हैं, वहीं आगामी 25 मार्च से यात्रियों को ढोने वाले घोडे और खच्चरों का पंजीकरण होगा और लाइसेंस प्रक्रिया शुरू की जायेगी.

यात्रा मार्ग में बढ़ेंगी सुविधाएं

केदारनाथ यात्रा के पैदल मार्ग का डीएम मनुज गोयल बीते दिनों पैदल निरीक्षण कर चुके हैं. निरीक्षण के दौरान डीएम ने गौरिकुंड से केदारनाथ तक पैदल मार्ग का निरीक्षण किया था, जिसमें डीएम ने पैदल मार्ग में पहली बार वाटर एटीएम लगाने के निर्देश दिए हैं. वहीं पैदल मार्ग को सुगम बनाने के साथ ही दुकानों और शौचालयों की संख्या बढ़ाने के भी निर्देश दिए हैं, ताकि पैदल मार्ग में तीर्थयात्रियों को सुविधा देकर उनकी यात्रा को सुगम बनाया जा सके.

चारधाम सड़क मार्ग में होगा सुधारचारधामों को जाने वाले एनएच पर केन्द्र सरकार की महत्वकांक्षी योजना चारधाम सड़क परियोजना में भी कार्य समाप्ति की ओर है. केदारनाथ जाने वाले रूद्रप्रयाग-गौरिकुण्ड एचएच में रूद्रप्रयाग से लेकर कुंड तक कार्य 90 प्रतिशत हो चुका है. इसके कारण सड़क काफी चैड़ी और गुणवक्तापूर्ण बन चुकी है, वहीं कुण्ड से गौरिकुंड तक की सड़क में अभी कार्य चल रहा है, ऐसे में वाहन से भी पिछले वर्षों की अपेक्षा इस वर्ष यात्रा सुगम होगी.

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घोडे-खच्चरों का पंजीकरण व लाइसेंस प्रक्रिया होगी शुरू 

केदारनाथ धाम यात्रा के सफल संचालन हेतु पशुपालन और पंचायत विभाग द्वारा 25 मार्च से विभिन्न स्थानों पर शिविर आयोजित कर घोड़े-खच्चर मालिकों, हाॅकरों व श्रमिकों के पंजीकरण व लाइसेंस निर्गत किए जाएंगे. मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डाॅ. रमेश सिंह नितवाल ने बताया कि घोड़े-खच्चर मालिकों, हाॅकरों व श्रमिकों के पंजीकरण व लाइसेंस निर्गत करने सहित यात्रा के दृष्टिगत घोड़े-खच्चरों के स्वास्थ्य परीक्षण एवं बीमा हेतु विकास खंड ऊखीमठ के राऊंलेक, मैखंडा व छेनागाड़ में गुरुवार (25 मार्च) को शिविर आयोजित किए जाएंगे.

इसी तरह 31 मार्च को मनसूना, गौरीकुंड, जखोली बड़मा में 3 अप्रैल को सिरसौली, बड़ासू, चंद्रापुरी 6 अप्रैल को जालमल्ला, खुमेरा व नैनी पौंडार में यात्रा मार्ग पर चलने वाले घोड़े-खच्चर मालिकों, हाॅकरों व श्रमिकों के लाइसेंस पंजीकरण हेतु शिविर आयोजित किए जाएंगे. उन्होंने बताया कि कालीमठ, नारायणकोटी व नागजगई में 9 अप्रैल को, जाखधार व त्रियुगीनारायण में 16 अप्रैल को, ल्वारा व बांसवाड़ा में 19 अप्रैल तथा साल्या व बड़ेथ में 22 अप्रैल को शिविर आयोजित किए जाएंगे.



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