उत्तराखंड

उत्तराखंड: लंबे समय से मैदानी जिलों में जमे थानेदार चढ़ेंगे पहाड़, बड़े पैमाने पर स्थानांतरण सूची तैयार

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सिफारिशों के बल पर लंबे समय से जमे थे मैदानी थानों में, अब चढऩा होगा पहाड़.

सिफारिशों के बल पर लंबे समय से जमे थे मैदानी थानों में, अब चढऩा होगा पहाड़.

उत्तराखंड पुलिस में लंबे समय से मैदानी जिलों में ड्यूटी पर तैनात पुलिस इंस्पेक्टर, दारोगा, कांस्टेबल के साथ हेडकांस्टेबल को भी पहाड़ी इलाकों की हवा लेनी होगी. लंबे समय से मैदानी इलाकों में जमे महकमे के इन लोगों को पहाड़ी इलाकों के थानों में तैनाती दी जाएगी.

देहरादून. उत्तराखंड पुलिस (Uttarakhand Police) में लंबे समय से मैदानी जिलों में ड्यूटी पर तैनात पुलिस इंस्पेक्टर (Police Inspector), दारोगा, कांस्टेबल के साथ हेडकांस्टेबल को भी पहाड़ी इलाकों की हवा लेनी होगी. लंबे समय से मैदानी इलाकों में जमे महकमे के इन लोगों को पहाड़ी इलाकों के थानों में तैनाती दी जाएगी. इसको लेकर रेंज स्तर पर प्रक्रिया लगभग पूरी हो गयी है. बताया गया है कि आने वाले 10 दिनों में पुलिस विभाग में होने वाले ट्रांसफर पूरे हो जायेंगे.

दरअसल, पुलिस विभाग में दारोगा, इंस्पेक्टर से लेकर कांस्टेबल तक सोर्स- सिफारिश के चलते केवल मैदानी इलाकों में ही तैनात बने रहते हैं. सिफारिश के कारण पुलिस विभाग में रोटेशन के तहत कभी भी ट्रांसफर नहीं हुए. आलम ये है कि कहीं पुलिस के जवान मैदानी इलाकों में ही अपनी पूरी उम्र की पूरी डयूटी निभा देते हैं. पहाड़ों पर जाने के नाम पर इन लोगों ने एक भी दिन की डयूटी नहीं की. इसी को लेकर उत्तराखंड पुलिस ट्रांसफर पॉलसी के तहत अब पुलिस विभाग में ट्रांसफर होने जा रहे हैं.

गढ़वाल रेंज की बात करें तो 18 इंस्पेक्टर एसे हैं जिनको ट्रांसफर पॉलसी के तहत पहाड़ों पर चढऩा है, लेकिन पहाड़ से मात्र दो ही ऐसे इंस्पेक्टर है जिन्हें ट्रांसफर पॉलसी के तहत मैदान में तैनाती मिलेगी. जिसके चलते तीन इंस्पेक्टरों को ही इस बार होने वाले ट्रांसफर में पहाड़ों पर तैनाती मिलेगी. वही, एसओ यानि कि दारोगाओं की बात करें तो ट्रांसफर पॉलसी के तहत हरिद्वार और देहरादून जिले में 161 एसे दारोगा हैं जिनको पहाड़ों पर तैनाती मिलनी है. लेकिन, पहाड़ों के पांच जिलों से केवल 50 ही दरोगा एसे हैं, जिनको ट्रांसफर पॉलसी के तहत पहाड़ों से मैदान में उतारा जा रहा है. जिनके सापेक्ष 55 दरोगाओं को ही इस समय पहाड़ पर चढ़ाया जाएगा.स्थानांतरण के बाद जो कांस्टेबल और हेडकांस्टेबल पहाड़ से मैदान में उतरेंगे उनकी संख्या 847 है. जो पहाड़ चढ़ेेंगे उनकी संख्या करीब 618 है.

डीआईजी गढ़वाल नीरू गर्ग (DIG Neeru Garg) का कहना है कि ये ट्रांसफर आने वाले 10 दिनों में किये जायेंगे. जो ट्रांसफर पॉलसी है उसी हिसाब से जो समय अवधि है उसी हिसाब से ट्रांसफर किये जायेंगे. उन्होंने बताया कि इस समय ये दिक्कतें आ रही हैं जो पहाड़ से मैदान में आयेंगे उनकी संख्या कम है. और जो मैदान से पहाड़ पर जा रहे हैं उनकी संख्या अधिक है. यह देखते हुए अब दोनों इलाकों में बेलेंस किया जा रहा है और जो भी लम्बे समय से मैदानी इलाकों में हैं पहले उनको ही भेजा जायेगा.गौरतलब है कि पुलिस मुख्यालय से बनी ट्रांसफर पॉलसी में कांस्टेबल के लिए मैदानी इलाकों में 16 साल और पहाड़ी इलाकों में 8 साल रखा गया है. तो हैड कांस्टेबल के लिए मैदानी इलाकों में 12 साल और पहाड़ी इलाकों में 6 साल रखा गया है.  इंस्पेक्टर और सब इंस्पेक्टर के लिए 8 साल मैदान में और 4 साल पहाड़ों में रखा गया है. इसी के अधार पर ये ट्रांसफर होंगे.






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