उत्तराखंड में ‘कन्फ्यूजन का टीका’: कहीं नियमों का घालमेल तो कहीं सरकार का ग्लोबल टेंडर फेल
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उत्तराखंड में वैक्सीन को लेकर किल्लत है.
Uttarakhand News : एक तरफ स्थिति यह है कि लोग नियमों और व्यवस्थाओं के चलते कन्फ्यूज़ भी हैं, परेशान भी तो सरकार के पास भी जवाब नहीं है कि टीका कब मिल सकेगा क्योंकि राज्य को ही आपूर्ति के बारे में जवाब नहीं मिल रहे.
वैक्सीन शॉर्टेज के चलते उत्तराखंड में 18 प्लस ग्रुप का वैक्सीनेशन कार्यक्रम ठप हो सकता है.
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वैक्सीन की कमी लगातार परेशानी मौजूदा और आने वाले समय में वैक्सीन की सबसे ज़्यादा डिमांड 18 प्लस वाले ग्रुप से ही है लेकिन आज कल में इनके टीकाकरण की कवायद ठप हो सकती है. इससे पहले वैक्सीन की कमी के चलते ही राज्य में 45 प्लस वाले लोगों के लिए वैक्सीनेशन को रोकना पड़ा था. इस ग्रुप के लिए वैक्सीन मिलने का सिलसिला जैसे तैसे शुरू हुआ तो अब दूसरे ग्रुप में टोटा पड़ गया. नोडल अधिकारी के हवाले से कहा गया है कि राज्य ने केंद्र को राशि एडवांस जमा करवा दी है लेकिन 1.42 लाख वैक्सीन का इंतज़ार बेमियादी होता जा रहा है. और टीके को लेकर क्या है कन्फ्यूजन? एक तरफ, केंद्र से जवाब न मिलने पर राज्य सरकार कन्फ्यूज़ है कि टीका कब तक मिलेगा तो दूसरी तरफ, लोग अलग नियम कायदों से कन्फ्यूज़ हो रहे हैं. दो वैक्सीनों के लिए अलग अलग केंद्र बनाए जाने से दूरदराज से पहुंच रहे लोग परेशान हो रहे हैं. एक रिपोर्ट की मानें तो वैक्सीन के दूसरे डोज़ के लिए कुछ लोग 28 दिन तो कुछ 45 दिन बाद पहुंच रहे हैं, लेकिन उन्हें 84 दिनों के गैप का नियम समझाया जा रहा है. कुछ टीकाकरण केंद्रों में सन्नाटा हो गया है तो स्लॉट आसानी से न मिलने के चलते भी लोग इधर उधर भटक रहे हैं.
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