उत्तराखंड: परिजन नहीं आए तो पुलिस ने PPE किट पहनकर किया महिला का अंतिम संस्कार
[ad_1]
राजधानी में कोरोना संक्रमित 58 वर्षीय महिला की मृत्यु के बाद खुद पुलिस प्रशासन महिला का अंतिम संस्कार कराने के लिए आगे आया है.
महिला बीते 7 से 8 वर्षों से किराए पर रहती थी. उसकी मृत्यु हो गई. इसकी सूचना मृतक महिला के परिजनों को दी गई तो उन्होंने आने में असमर्थता जताई. जिसके बाद क्षेत्राधिकारी नगर शेखर सुयाल चौकी प्रभारी और चीता कर्मियों द्वारा जान को जोखिम में डालते हुए महिला का अंतिम संस्कार कराया गया.
देहरादून. पूरे देश में कोरोना ( Corona) ने कोहराम मचा दिया है. ऐसे में जहां अपने अपनों के अंतिम संस्कार ( funeral) और आखिरी विदाई से दूर होते हुए दिखाई दे रहे हैं, तो वहीं राजधानी पुलिस अपनी जान जोखिम में डालकर लोगों की मदद कर रही है. राजधानी में कोरोना संक्रमित 58 वर्षीय महिला की कल हुई मृत्यु के बाद खुद पुलिस प्रशासन महिला का अंतिम संस्कार कराने के लिए आगे आया है. पुलिस ने महिला का सम्मान पूर्वक अंतिम संस्कार कराकर मिसाल कायम की. दरअसल, नगर कोतवाली पुलिस को कल सूचना मिली थी कि एक महिला बीते 7 से 8 वर्षों से किराए पर रहती है और उसकी मृत्यु हो गई है. इसकी सूचना मृतक महिला के परिजनों को दी गई तो उन्होंने आने में असमर्थता जताई. जिसके बाद क्षेत्राधिकारी नगर शेखर सुयाल चौकी प्रभारी और चीता कर्मियों द्वारा जान को जोखिम में डालते हुए महिला का अंतिम संस्कार कराया गया. हालांकि इस दौरान कोविड के सभी नियमों का पालन किया गया. पुलिस द्वारा किए गए इस कार्य की स्थानीय लोगों द्वारा जमकर प्रशंसा की गई. सोशल मीडिया पर पीपीई किट पहन कर पुलिस का फोटो भी जमकर वायरल हुआ. पूरे देश के साथ साथ उत्तराखंड में भी मरीजों की मौत का आंकड़ा बढऩे लगा है, ऐसे में कई ऐसी तस्वीरें पहले भी सामने आई हैं. जिसमें पुलिस प्रशासन ने अपनी जान की परवाह न करते हुए फर्ज को सर्वोपरी माना. इस मुश्किल घड़ी में जनता की मदद करने के साथ-साथ एक मिसाल पेश की. इसी कड़ी में नगर कोतवाली पुलिस ने अपनी जान की परवाह ना करते हुए एक बार फिर यह बता दिया कि उत्तराखंड पुलिस मित्र पुलिस के साथ-साथ फर्ज के लिए कुछ भी कर सकती है.
[ad_2]
Source link