उत्तराखंड के लिए राहत की खबर लेकर आया जून, पहले दिन कोरोना के मिले 1000 से कम केस
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उत्तराखंड में कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर में 10 हजार तक नए केस सामने आने लगे थे (प्रतीकात्मक तस्वीर)
हालांकि कोविड 19 (Covid 19) से हालात भले ही सुधर रहे हों लेकिन मौत का आंकड़ा कम नहीं हुआ है. अभी भी उत्तराखंड (Uttarakhand) देश के टॉप पांच राज्यों में शामिल है जहां कोरोना संक्रमण (Corona Virus) से मृत्यु दर ज्यादा है. मंगलवार को इस बीमारी से 36 मरीजों की जान चली गई
देहरादून. उत्तराखंड में कोरोना संक्रमण (Corona Virus) की रफ्तार धीमी पड़ने लगी है. बीते लगभग 50 दिन में ऐसा नहीं हुआ जो यहां जून महीने की पहली तारीख को हुआ. राज्य में कोरोना संक्रमण के 981 नए मामले सामने आए. कोरोना की दूसरी लहर में उत्तराखंड (Uttarakhand) में कोरोना के मामले 10,000 तक पहुंच गये थे. तब इस बात का अंदाजा लगाना बेहद मुश्किल था कि कब यहां कोरोना के केस कम होंगे.
उत्तराखंड के 13 जिलों की बात करें तो सभी जिलों में कोरोना के मामलों में कमी आई है. मंगलवार को राजधानी देहरादून में 279, हरिद्वार में 117, नैनीताल में 113, ऊधमसिंह नगर में 58, अल्मोड़ा में 137, बागेश्वर में 42, चमोली में 93, चंपावत में 13, पौड़ी में 32, टिहरी में 25, उत्तरकाशी में 28, पिथौरागढ़ में 26, रुद्रप्रयाग में 18 नए कोरोना पॉजिटिव केस की पुष्टि हुई. इसके अलावा प्रदेश में रिकवरी रेट भी बेहतर होकर 88 प्रतिशत पहुंच चुका है. बीते चौबीस घंटे के दौरान राज्य में 2,062 लोग कोरोना से रिकवर हुए.
हालांकि कोरोना से हालात भले ही सुधर रहे हों लेकिन मौत का आंकड़ा कम नहीं हुआ है. अभी भी उत्तराखंड देश के टॉप पांच राज्यों में शामिल है जहां कोरोना संक्रमण से मृत्यु दर ज्यादा है. मंगलवार को कोविड 19 से 36 लोगों की जान चली गई.
उत्तराखंड में कर्फ्यू का चौथा हफ्ता एक जून से शुरू हुआ है और यदि बीते तीन हफ्ते में देखें तो कहीं ना कहीं कर्फ्यू का असर अब कोरोना वायरस के आंकड़ों पर दिखने लगा है. सरकार को उम्मीद है की आठ जून की सुबह छह बजे तक लागू कर्फ्यू संक्रमण को रोकने में बड़ी राहत देगा. आंकड़ों की कमी तय करेगी कि सरकार पांचवें हफ्ते में राज्य की जनता को लॉकडाउन में कितनी रियायत देगी.
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