उत्तराखंड

उत्तराखंड के टिहरी में मकान का सपना है तो जान लीजिए जमीन और फ्लैट्स के रेट

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सांकेतिक फोटो.

सांकेतिक फोटो.

नए टूरिस्ट डेस्टिनेशन के रूप में ऊभर रहे उत्तराखंड (Uttarakhand) के टिहरी में पिछले कुछ समय से लोगों में जमीन खरीदने में दिलचस्पी बढ़ी है. अगर आप भी यहां बसना चाहते है तो फिर जमीनों के दाम भी जान लीजिए.

टिहरी. नए टूरिस्ट डेस्टिनेशन के रूप में ऊभर रहे उत्तराखंड (Uttarakhand) के टिहरी में पिछले कुछ समय से लोगों में जमीन खरीदने में दिलचस्पी बढ़ी है. अगर आप भी यहां बसना चाहते है तो फिर जमीनों के दाम भी जान लीजिए. पहाड़ी परिवेश के चलते टिहरी में मकान बनाना थो़ड़ा कठिन है और अब जमीनों के रेट भी बढ़ गए है. बने बनाए फ्लैट्स के रेट भी टिहरी में बढ़े है. पुरानी टिहरी के टिहरी डैम की झील में डूबने के बाद पुरानी टिहरीवासियों को विस्थापित किया गया और उन्हें देहरादून, ऋषिकेश, हरिद्वार में बसाया गया वहीं पुरानी टिहरी की तर्ज पर नई टिहरी शहर को बसाया गया, जहां लोगों को बने बनाए फ्लैट्स देने के साथ ही अनडेवलेप प्लाट दिए गए.

लोगों ने अनडेवलेप प्लाट को डेवलेप कर अपने मकान बनाए वहीं टीएचडीसी द्वारा सरकारी दफ्तर बनाने के साथ ही सरकारी कालोनियों का भी नई टिहरी में निर्माण कराया और लोगों को पुरानी टिहरी में मकान और जमीन के आधार पर फ्लैट और जमीन दी गई. टिहरी झील वॉटर एडवेंचर स्पोर्टस का हब बनकर एक ऊभरता हुआ टूरिस्ट डेस्टिनेशन भी बन रहा है. इससे यहां पिछले कुछ समय से लोगों ने नई टिहरी, टिहरी झील के पास कोटी कालोनी, धनौल्टी और टिहरी झील से सटे आसपास के क्षेत्र डोबरा चांठी साइड में जमीन खरीदने में दिलचस्पी दिखाई है.

बढ़ेंगे जमीन के दाम
नई टिहरी में सरकारी सर्कल रेट 8 हजार रुपये वर्ग मीटर, धनौल्टी मसूरी फलपट्टी क्षेत्र में एक से डेढ़ लाख रुपये नाली तो टिहरी झील के आसपास के क्षेत्र में 2 लाख से 16 लाख रुपये नाली का रेट है. नई टिहरी, बौराड़ी में  लोकेशन के हिसाब से फ्लैट्स का रेट 25 लाख से एक करोड़ रूपये तक है. स्थानीय निवासी अब्बल चंद रमोला का कहना है कि विस्थापितों के शहर होने के चलते शुरुआत में नई टिहरी में जमीन और फ्लैट्स सस्ते थे, लेकिन पर्यटन बढ़ने के साथ ही यहां जमीनों और फ्लैट्स के रेट एकदम से बढ़ गए है और लोकेशन और पार्किंग की सुविधा को देखते हुए भी अलग अलग रेट है. वहीं स्थानीय व्यापारी कुलदीप पंवार का कहना है टिहरी झील में पर्यटन गतिविधियां बढ़ने से अब बाहरी लोग यहां पर्यटन व्यवसाय खोल रहे है होम स्टे, कैंप, रेस्तरां होटल बनाने के लिए जमीने खरीद रहे है, जिससे जमीनों के दाम आसमान छू रहे है. वहीं टिहरी झील पर डोबरा चांठी पुल बनने के बाद से डोबरा के आसपास के क्षेत्र में भी जमीनों के रेट बढ़े है और भविष्य में डोबरा चांठी पुल एक नया टूरिस्ट डेस्टिनेशन बनेगा और पर्यटन बढ़ने के साथ साथ जमीनों के रेट और अधिक बढ़ेंगे.







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