उत्तराखंड की राजधानी के पास कट गए साल के हजारों पेड़ और अफसर बेखबर!
[ad_1]
आपको बता दें कि इस मामले के भूमाफिया और जंगल माफिया के साथ जुड़े होने की आशंकाएं हैं क्योंकि राकेश तोमर ने हाई कोर्ट में जनहित याचिका दाखिल कर कहा कि भूमाफियाओं ने तहसील विकासनगर में साल के हज़ारों पेड़ अवैध रूप से काट दिए. जब शिकायत की गई तो डीएफओ ने सिर्फ 147 पेड़ों के कटने की बात स्वीकारी. याचिका में कहा गया कि बिल्डरों ने पेड़ काटने की शिकायत अधिकारियों से की थी लेकिन अब तक कोई कार्रवाई नहीं की गई.
ये भी पढ़ें : पहाड़ों में बन रही सड़कों से बढ़ा आपदा का खतरा, निर्माण पर लग सकता है ब्रेक!
याचिका में कोर्ट से मांग की गई कि पेड़ों की कटाई को तत्काल रुकवाया जाए. यही नहीं, बल्कि जो भी साल का एक पेड़ काटे, उसे 2 पेड़ लगाने वाले नियम का पालन अनिवार्य रूप से करवाया जाए. याचिका में यह आरोप भी लगाया गया कि ज़मीन समतल करने भूमाफिया की मांग पर तहसीलदार ने बिना जांच किए मौके पर पेड़ न होने की रिपोर्ट तैयार की. याचिका में दोषी अधिकारियों पर सख्त कार्रवाई की मांग की गई है.
पढ़ें Hindi News ऑनलाइन और देखें Live TV News18 हिंदी की वेबसाइट पर. जानिए देश-विदेश और अपने प्रदेश, बॉलीवुड, खेल जगत, बिज़नेस से जुड़ी News in Hindi.
[ad_2]
Source link