अर्ध कुम्भ में अपनों से बिछड़ी महिला को पांच साल बाद महाकुम्भ में पुलिस ने परिजनों से मिलवाया
[ad_1]
कुंभ में बिछड़ी महिला को पुलिस उसके परिजनों को सौंपती हुई.
साल 2016 में हरिद्वार (Haridwar) में हुये अर्धकुंभ में एक महिला (Women) अपने परिजनों से बिछड़ गई थी. परिवार वालों ने बहुत खोजने के बाद उसका पीछा छोड़ दिया था. लेकिन इस बार के महाकुंभ में पुलिस (Police) ने महिला को उसके परिजनों से मिलवा दिया है.
इस बार इस केंद्र ने एक आश्चर्यजनक घटना को अंजाम दिया है, जिसमें एक महिला जो अपनों से हरिद्वार में हुए अर्धकुम्भ 2016 में बिछड़ गयी थी, उसके परिजनों को उससे आज पुलिस ने मिलवाया है. दरअसल, कुंभ मेले की सुरक्षा के दृष्टिगत बाहरी एवं संदिग्ध व्यक्तियों के सत्यापन हेतु कुंभ मेला पुलिस के द्वारा ऋषिकेश, हरिद्वार क्षेत्र में सत्यापन अभियान जा रहा है.
इस अभियान के तहत जनवरी 2021 में त्रिवेणी घाट पर पुलिस को कृष्णा देवी पत्नी ज्वाला प्रसाद ग्राम नदे पार पो. जोगिया उदयपुरय जिला सिद्धार्थ नगर उत्तर प्रदेश की महिला मिली. जिसका सत्यापन किया गया. सत्यापन की एक प्रति और एक फोटो महिला के मूल निवास स्थान जिला सिद्धार्थ नगर उत्तर प्रदेश भेजी गई. उक्त सत्यापित प्रति को सिद्धार्थ नगर पुलिस द्वारा जांच कर महिला के परिजनों से संपर्क किया गया तो पता चला कि महिला कृष्णा देवी वर्ष 2016 अर्ध कुंभ हरिद्वार में स्नान हेतु घर से निकली थी, लेकिन घर वापस नहीं लौटी. इस पर परिजनों ने हरिद्वार अयोध्या बनारस इलाहाबाद अपनी सभी रिश्तेदारी में कृष्णा देवी को खोजा और सभी प्रमुख समाचार पत्रों एवं टीवी पर भी महिला की गुमशुदगी का प्रचार-प्रसार करवाया.
Haridwar Kumbh 2021: शाही स्नान में होना है शामिल तो यहां चेक करें पुलिस का ट्रैफिक प्लान, पार्किंग में मिलेगी मददसाथ ही थाना जोगिया उदयपुर जिला सिद्धार्थ नगर में कृष्णा देवी की गुमशुदगी दर्ज करवाई. काफी ढूंढ खोज करने पर एवं पुलिस द्वारा भी गुमशुदगी में कृष्णा देवी की तलाश न होने पर परिजन थक हार कर कृष्णा देवी के मिलने की आशा छोड़ चुके थे. लेकिन कहावत है कि होनी को को टाल सकता है. चाहे अच्छी हो या बुरी. पुलिस थाना सिद्धार्थनगर द्वारा कृष्णा देवी के पुत्र दिनेशवर पाठक से संपर्क कर उसे कुंभ मेला पुलिस की सत्यापन प्रति दिखला कर उसकी माता जी के सही सलामत ऋषिकेश में निवासरत होने की सूचना दी गई.
खबर मिलते ही सभी हतप्रभ हो गए जिसकी आस नहीं थी वो भी संभव हो गया. सभी का खुशी का ठिकाना न रहा और महिला के परिजन उन्हें लेने कुंभ मेला थाना ऋषिकेश पहुंचे. महिला द्वारा बताया गया कि गुमशुदगी के दौरान उसके द्वारा हरिद्वार, अयोध्या, मथुरा, वृदावन गंगोत्री, यमुनोत्री, बदरीनाथ, केदारनाथ, आदि की यात्रा भी की गई है.
[ad_2]
Source link