अमरीकियों के कंप्यूटर में पहले Virus डालते थे, फिर ठीक करने के लिए वसूलते थे सैकड़ों डॉलर, 2 गिरफ्तार
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दरअसल, लम्बे समय से उत्तराखंड स्पेशल टास्क फोर्स को सूचना मिल रही थी कि राजधानी देहरादून के थाना पटेल नगर क्षेत्र इलाके में फर्जी कॉल सेंटर चल रहा है और इसे चलाने वाले संदिग्ध है. खबर मिलने के बाद एसटीएफ बीते 3 महीने से छानबीन कर रही थी. देर रात एसटीएफ ने 2 लोगों गिरफ्तार किया, जिनमें पहला आरोपी विवेक गुप्ता और दूसरा सूद खान (Accused Vivek Gupta And Another Sood Khan) है. वहीं मामले में आरोपियों का कहना है कि वो ये काम बीते दो सालों से कर रहे हैं.
अमेरिकी लोगों से करते थे ठगी
वहीं, मामले का खुलासा करते हुए डीआईजी एसटीएफ निलेश भरने का कहना है कि पूछताछ के दौरान आरोपियों ने बताया कि वो लोग अमेरिकी लोगों के कम्प्यूटर में वायरस डालकर उसको सही करने के नाम पर अमेरिकी लोगों से ठगी का काम किया करते थे. ये लोग कस्टमर केयर अधिकारी बन कर हर कस्टमर से 800 से 1000 डॉलर तक पैसा वसूल करते थे. अमेरिका की एक मेलनिया नाम की युवती भी इनका साथ देती थी. वहीं, आरोपियों का कहना है कि ये काम वो पिछले 2 सालों से कर रहे थे. पुलिस को आरोपी के बैंक अकाउंट में करीब डेढ़ करोड़ रुपए मिले है. साथ ही अहम् जानकारियां हासिल हुई हैं. इनसे अब आरोपियों के अन्य साथियों तक पहुंचने में मदद मिलेगी.
अभी भी रडार पर कई कॉल सेंटर हैः एसटीएफ
देहरादून से फर्जी कॉल सेंटर चलाकर अमेरिकन लोगों को ठगने की यह पहली घटना नहीं है. पहले भी STF ने ऐसे ही एक कॉल सेंटर का खुलासा कर एक युवकों को गिरफ्तार किया था. वहीं, एसटीएफ का कहना है कि अभी भी उनके रडार पर कई कॉल सेंटर हैं.
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